देश की बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Tata Motors ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी के पैसेंजर व्हीकल्स का कुल प्रोडक्शन 50 लाख यूनिट्स से अधिक हो गया है। टाटा मोटर्स ने 2004 में 10 लाख पैसेंजर व्हीकल्स के प्रोडक्शन का आंकड़ा पार किया था। इसके बाद 2010 में यह 20 लाख यूनिट्स पर पहुंचा था। कंपनी ने 2015 में 30 लाख यूनिट्स और 2020 में 40 लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन पूरा कर लिया था।
टाटा मोटर्स की पैसेंजर व्हीकल्स यूनिट के मैनेजिंग डायरेक्टर, Shailesh Chandra ने एक स्टेटमेंट में कहा, "प्रत्येक 10 लाख यूनिट्स से अगली 10 लाख यूनिट्स तक की यात्रा में काफी उतार-चढ़ाव रहे हैं।"
कंपनी ने बताया कि उसने 40 लाख यूनिट्स से 50 लाख यूनिट्स के कुल प्रोडक्शन तक पहुंचने में कोरोना से जुड़ी मुश्किलों और सेमीकंडक्टर की शॉर्टेज के बावजूद तीन वर्ष से कम लगाए हैं। टाटा मोटर्स ने 50 लाख यूनिट्स के प्रोडक्शन की उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए देश भर में कस्टमर्स और अपने एंप्लॉयीज के लिए एक कैम्पेन शुरू करने की तैयारी की है।
कंपनी की फरवरी में कुल होलसेल सेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग तीन प्रतिशत बढ़कर 79,705 यूनिट्स की रही। पिछले वर्ष के अंत में टाटा मोटर्स ने 50,000 इलेक्ट्रिक कारों की डिलीवरी की उपलब्धि हासिल की थी। देश में
EV की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। कार्बन इमिशन को कम करने और फ्यूल के इम्पोर्ट को घटाने के लिए केंद्र सरकार ने EV को बढ़ावा देने के उपाय किए हैं। बहुत सी राज्य सरकारें भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की खरीदारी पर लोगों को सब्सिडी दे रही हैं। टाटा मोटर्स तीन इलेक्ट्रिक कारों, Tiago EV, Tigor EV and Nexon EV की बिक्री करती है।
इस वर्ष की शुरुआत में कंपनी ने अपनी Nexon EV के प्राइस में कमी की थी। टाटा मोटर्स ने इसके Prime और Max वेरिएंट्स के सभी नौ मॉडल्स के प्राइस में 85,000 रुपये तक कटौती की है। Nexon EV Prime का शुरुआती प्राइस घटकर 14.49 लाख रुपये और Nexon EV Max का 16.49 लाख रुपये हो गया है। कंपनी की Nexon EV Max और Prime की सिंगल चार्ज में रेंज क्रमशः 453 किलोमीटर और 312 किलोमीटर की है। टाटा मोटर्स सबसे अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बिक्री करती है।