बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में शामिल टेस्ला को अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव में Donald Trump की जीत से फायदा मिला है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर एक लाख करोड़ डॉलर से अधिक हो गया। टेस्ला के CEO, Elon Musk ने इस चुनाव में ट्रंप का खुलकर समर्थन किया था।
टेस्ला का शेयर शुक्रवार को छह प्रतिशत से अधिक बढ़कर 315 डॉलर से अधिक पर पहुंच गया। यह
कंपनी के शेयर का दो वर्ष से अधिक का हाई लेवल है। इससे पहले गुरुवार को टेस्ला के शेयर में 19 प्रतिशत से अधिक की तेजी थी। कंपनी ने दो वर्ष से अधिक में पहली बार एक लाख करोड़ डॉलर की मार्केट वैल्यू को पार किया है। CFRA Research के सीनियर इक्विटी एनालिस्ट, Garrett Nelson ने कहा, "'इस चुनाव के नतीजे से बड़ा फायदा उठाने वालों में टेस्ला और इसके CEO, Elon Musk शामिल हैं। हमारा मानना है कि ट्रंप की जीत से कंपनी की ऑटोनॉमस ड्राइविंग टेक्नोलॉजी को जल्द रेगुलेटर से अप्रूवल मिल सकता है।"
कंपनी के शेयर में जोरदार तेजी से मस्क की वेल्थ भी बढ़कर 300 अरब डॉलर हो गई है। ट्रंप के चुनाव प्रचार में मस्क ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ट्रंप को डोनेशन देने वालों में भी उनका प्रमुख स्थान था। इनवेस्टर्स को उम्मीद है कि ट्रंप का चुनाव में समर्थन करने वाले मस्क को इस जीत से फायदा मिलेगा। अमेरिका में नई सरकार के EVs के लिए सब्सिडी घटाने से टेस्ला के कॉम्पिटिटर्स को बड़ा नुकसान हो सकता है। इसके अलावा ट्रंप की योजना चीन से होने वाले इम्पोर्ट पर टैरिफ को बढ़ाने की भी है। इससे अमेरिका में चाइनीज EV मेकर्स की बिक्री पर बड़ा असर पड़ सकता है। अमेरिका में EVs के मार्केट में
टेस्ला 48 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी के साथ पहले स्थान पर है।
इस वर्ष की पहली छमाही में कंपनी की सेल्स और प्रॉफिट दोनों में कमी हुई थी। इसे चीन की BYD जैसी EV कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। हालांकि, तीसरी तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट लगभग 17.3 प्रतिशत बढ़ा है। अमेरिका में टेस्ला के फुल सेल्फ-ड्राइविंग सिस्टम की जांच भी की जा रही है। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने कहा था कि अगर वह दूसरी बार अमेरिका के प्रेसिडेंट बनते हैं तो वह ब्यूरोक्रेसी की ओर से रुकावटों को न्यूनतम करने के लिए मस्क को एक नए डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी संभालने की पेशकश करेंगे।