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Donald Trump - ख़बरें

  • Bitcoin में भारी गिरावट, 86,000 डॉलर से नीचे गया प्राइस
    अक्टूबर की शुरुआत में बिटकॉइन ने 1,26,000 डॉलर से कुछ अधिक का हाई बनाया था। इसके बाद से यह लगभग 30 प्रतिशत गिरा है। इसका असर अन्य क्रिप्टोकरेंसीज पर भी पड़ा है। हाल ही में इंटरनेशनल बैंकिंग फर्म Standard Chartered ने बिटकॉइन के लिए प्राइस टारगेट को घटाया था। Standard Chartered ने इस वर्ष के अंत तक बिटकॉइन के लिए दो लाख डॉलर के पिछले पूर्वानुमान को आधा घटाकर एक लाख डॉलर किया गया है।
  • अमेरिका ने  H-1B वीजा के एप्लिकेंट्स के लिए शुरू की सोशल मीडिया स्क्रीनिंग 
    अमेरिका में स्टडी के लिए जाने वाले स्टूडेंट्स और एक्सचेंज विजिटर्स को वीजा देने से पहले उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल की पहले से स्क्रूटनी की जा रही है। स्क्रूटनी के इस दायरे में स्टेट डिपार्टमेंट ने H-1B और H-4 वीजा आवेदकों को भी शामिल किया है। अमेरिका के वीजा के सभी आवेदकों को उनके सभी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर प्राइवेसी सेटिंग्स को एडजस्ट कर 'पब्लिक' करने का निर्देश दिया गया है।
  • क्रिप्टोकरेंसी कोई फाइनेंशियल एसेट नहीं, सिर्फ कोड का एक पीस हैः RBI ने दी चेतावनी
    RBI के डिप्टी गवर्नर, T Rabi Sankar ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में एक करेंसी नहीं है क्योंकि इसमें इससे जुड़े फीचर्स नहीं हैं। भारत में क्रिप्टोकरेंसीज के लिए रेगुलेशंस नहीं हैं। Rabi Sankar ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी सिर्फ कोड का एक पीस है। यह एक फाइनेंशियल एसेट या किसी प्रकार का एसेट नहीं है। उन्होंने बताया कि मनी के मापदंड के तौर पर क्रिप्टो टोकन्स की कोई पात्रता नहीं है।
  • Bitcoin में गिरावट का रिस्क, Standard Chartered ने आधा किया प्राइस का टारगेट
    Standard Chartered ने इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी के लिए अपने प्राइस टारगेट में कमी की है। इस वर्ष के अंत तक बिटकॉइन के लिए दो लाख डॉलर के पिछले पूर्वानुमान को आधा घटाकर एक लाख डॉलर किया गया है। हालांकि, Standard Chartered ने बिटकॉइन के लिए लॉन्ग-टर्म के पांच लाख डॉलर के पूर्वानुमान को बरकरार रखा है।
  • अमेरिका के स्मार्टफोन मार्केट में भारत की बढ़ी ताकत, टैरिफ के बावजूद एक्सपोर्ट हुआ तिगुना
    अमेरिका में टैरिफ के प्रेशर के बावजूद स्मार्टफोन्स के एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी के पीछे प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम, वेंडर्स का मजबूत इकोसिस्टम और इंटरनेशनल स्मार्टफोन मेकर्स का इनवेस्टमेंट प्रमुख कारण हैं। देश से स्मार्टफोन्स के एक्सपोर्ट में iPhone बनाने वाली अमेरिकी कंपनी Apple की बड़ी हिस्सेदारी है।
  • Bitcoin का प्राइस 86,000 डॉलर से नीचे, बिकवाली का बड़ा असर
    बिटकॉइन ने अक्टूबर में लगभग 1,26,251 डॉलर का हाई बनाया था। इसके बाद से बिटकॉइन की वैल्यू 30 प्रतिशत से ज्यादा घटी है। इसका असर अन्य क्रिप्टोकरेंसीज पर भी पड़ा है। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ethereum का प्राइस पांच प्रतिशत से अधिक गिरकर लगभग 2,838 डॉलर पर था। इसके अलावा Solana, Cardano, Tron और BNB के प्राइस भी टूटे हैं।
  • क्रिप्टो मार्केट के लिए भारी पड़ा नवंबर, Bitcoin में 20 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट
    बिटकॉइन के प्राइस में कमी का बड़ा असर इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स पर भी पड़ा है। इससे एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर कंपनी MicroStrategy जैसे इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स पर मार्जिन का प्रेशर बढ़ सकता है। माइक्रोस्ट्रैटेजी का बिटकॉइन में बड़ा इनवेस्टमेंट है और इस गिरावट से कंपनी की मार्केट वैल्यू भी घटी है। अक्टूबर में क्रिप्टो मार्केट की वैल्यू लगभग 4.28 लाख करोड़ डॉलर के हाई से घटकर 3.01 लाख करोड़ डॉलर की है।
  • Trump की फैमिली पर भारी पड़ी क्रिप्टो मार्केट में गिरावट, वेल्थ एक अरब डॉलर से ज्यादा घटी
    ट्रंप के बेटे Eric Trump की बिटकॉइन माइनिंग से जुड़ी एक फर्म में हिस्सेदारी की वैल्यू लगभग आधी रह गई है। इसके अलावा ट्रंप की Trump Media and Technology Group का शेयर अपने निचले स्तर के पास है। क्रिप्टो मार्केट में पिछले कुछ सप्ताह की गिरावट से ट्रंप के उन फॉलोवर्स को भी नुकसान हुआ है जिन्होंने उनकी कंपनी के शेयर खरीदे थे या उनसे जुड़े मीमकॉइन में रकम लगाई थी।
  • Bitcoin में भारी गिरावट से क्रिप्टो मार्केट को झटका, कुछ सप्ताह में 1.2 लाख करोड़ डॉलर का नुकसान
    पिछले छह सप्ताह में इंटरनेशनल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वैल्यू लगभग एक-चौथाई घटी है। पिछले महीने की शुरुआत में यह लगभग 4.4 लाख करोड़ डॉलर से लगभग 1.2 लाख करोड़ डॉलर घट गई है। क्रिप्टो मार्केट का कैपिटलाइजेशन लगभग 3.15 लाख करोड़ डॉलर रह गया है। इसका बड़ा कारण बिटकॉइन में भारी गिरावट है। कुछ अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में भी बड़ी गिरावट हुई है।
  • बिटकॉइन पर बिकवाली की मार, 90,000 डॉलर से नीचे गिरा प्राइस
    बिटकॉइन का प्राइस घटकर 90,000 डॉलर से कम हो गया। यह सात महीनों का इसका सबसे कम प्राइस है। मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि अमेरिका में इंटरेस्ट रेट में कटौती की कम संभावना और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) की ओर से बिकवाली इस गिरावट के पीछे बड़े कारण हैं। Ethereum और XRP जैसी कुछ अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइस भी काफी घटे हैं।
  • Bitcoin में भारी गिरावट, 96,000 डॉलर से कम हुआ प्राइस
    बिटकॉइन ने लगभग 96,000 डॉलर पर छह महीने का निचला लेवल छुआ है। इस वर्ष की पहली छमाही में क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी। इसके पीछे अमेरिका जैसे देशों में इस सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस बनना और इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की ओर से खरीदारी प्रमुख कारण थे। पिछले एक महीने में इनवेस्टर्स ने लगभग 8,15,000 बिटकॉइन बेचे हैं। इसका बड़ा असर क्रिप्टो मार्केट पर पड़ा है।
  • बिलिनेयर Elon Musk को मिलेगी 1 लाख करोड़ डॉलर की सैलरी, Tesla के शेयरहोल्डर्स ने दी मंजूरी
    यह किसी सीनियर कॉरपोरेट एग्जिक्यूटिव को मिलने वाला सबसे अधिक पैकेज है। टेस्ला के शेयरहोल्डर्स ने इसके लिए अनुमति दी है। हाल ही में मस्क ने कहा था कि अगर टेस्ला में उन्हें अधिक कंट्रोल नहीं मिलता तो वह इससे चीफ एग्जिक्यूटिव की पोस्ट से हट सकते हैं या अपनी अन्य कंपनियों पर ज्यादा ध्यान दे सकते हैं। इस वजह से कंपनी के लिए उनके सैलरी पैकेज पर वोटिंग महत्वपूर्ण थी।
  • Microsoft के इजरायली सेना के साथ बिजनेस के विरोध में कंपनी के इंजीनियर ने दिया इस्तीफा
    पिछले महीने कंपनी ने गाजा में हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले वर्कर्स के खिलाफ कड़ा कदम उठाने का फैसला किया था। कंपनी के प्रेसिडेंट, Brad Smith ने यह स्पष्ट किया था कि ऑफिस के अंदर गाजा से जुड़े प्रदर्शनों में शामिल होने वाले वर्कर्स को बर्खास्त किया जाएगा। अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump ने गुरुवार को घोषणा की थी कि इजरायल और हमास शांति से जुड़ी योजना के पहले चरण के लिए सहमत हो गए हैं।
  • Tesla के चीफ Elon Musk बने 500 अरब डॉलर की वेल्थ हासिल करने वाले पहले शख्स
    अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump की सरकार में एडवाइजर रह चुके मस्क के पास एयरोस्पेस से जुड़ी SpaceX के अलावा कुछ अन्य कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी है। हालांकि, उनकी नेटवर्थ का बड़ा हिस्सा टेस्ला से जुड़ा है। पिछले कुछ महीनों में टेस्ला के शेयर में तेजी आने का एक बड़ा कारण ट्रंप सरकार से मस्क का हटना और कंपनी पर फोकस करने की उनकी घोषणा है
  • शुरू हो रहा है AI चैलेंज: Rs 8.80 लाख जीतने का मौका, व्हाइट हाउस में प्रजेंटेशन भी
    अमेरिका की फर्स्ट लेडी Melania Trump ने “Presidential Artificial Intelligence Challenge” लॉन्च किया है। यह एक नेशनल-लेवल प्रोग्राम है जिसमें K-12 छात्र और शिक्षक टीम बनाकर AI प्रोजेक्ट्स तैयार करेंगे। इन प्रोजेक्ट्स का फोकस होगा स्कूल सेफ्टी, हेल्दी मील प्लानिंग और एजुकेशन जैसे टॉपिक्स पर। विजेताओं को $10,000, क्लाउड क्रेडिट्स, और व्हाइट हाउस में प्रेजेंटेशन का मौका मिलेगा। स्टेट लेवल सिलेक्शन मार्च 2026 में और नेशनल फाइनल्स जून 2026 में होंगे। यह पहल अगली पीढ़ी को AI इनोवेशन के लिए तैयार करने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।

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