सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) जल्द अपनी 4G सर्विस शुरू करने वाली है। इससे बॉर्डर के पास मौजूद क्षेत्रों के लोगों को भी मोबाइल और डेटा कनेक्टिविटी मिल सकेगी। कंपनी ने 20,000 4G टावर लगाने पर कार्य शुरू कर दिया है। कंपनी को दूर दराज के क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी को पहुंचाने की केंद्र सरकार ने जिम्मेदारी दी है।
एक मीडिया रिपोर्ट में एक सरकारी अधिकारी के हवाले से बताया गया है, "BSNL ने कार्य शुरू कर दिया है। लगभग 25,000 गांवों तक 4G नेटवर्क पहुंचाया जाएगा। इनमें से अधिकतर के पास कनेक्टिविटी नहीं है।" इस प्रोजेक्ट को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले वर्ष जुलाई में स्वीकृति दी थी। सरकार ने यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड से इसके लिए 26,316 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा, "सरकार का लक्ष्य देश भर में 4G सर्विस पहुंचाने का है। इनमें सीमावर्ती क्षेत्र भी शामिल होंगे। कुछ राज्यों में दुर्गम स्थानों के कारण टावर्स की संख्या कम है।"
BSNL का मार्च में समाप्त हुए वित्त वर्ष में लॉस बढ़कर 8,161 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इससे पिछले वित्त वर्ष में 6,982 करोड़ रुपये का था।
कंपनी का लॉस बढ़ने का बड़ा कारण सरकार को चुकाए जाने वाले एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) के लिए किया गया प्रोविजन है। हालांकि, कंपनी का रेवेन्यू लगभग 14 प्रतिशत बढ़ा है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 19,130 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 16,811 करोड़ रुपये था। कंपनी के रेवेन्यू में मोबाइल सर्विसेज की हिस्सेदारी 29 प्रतिशत की रही। सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए BSNL को 20,008 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करने का टारगेट दिया है।
कंपनी ने तीन महीने के ट्रायल के बाद 200 साइट्स के साथ 4G नेटवर्क शुरू करने की तैयारी की है। कंपनी जल्द ही 200 साइट्स प्रति दिन के औसत से अपना नेटवर्क बढ़ा सकती है। BSNL ने लगभग 1.23 लाख साइट्स पर
4G नेटवर्क शुरू करने के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और ITI लिमिटेड को 19,000 करोड़ रुपये से अधिक का ऑर्डर दिया है। हाल ही में IT और कम्युनिकेशंस मिनिस्टर Ashwini Vaishnaw ने बताया था कि BSNL के 4G नेटवर्क को दिसंबर तक 5G पर अपग्रेड करने की योजना है।