सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) का मार्च में समाप्त हुए वित्त वर्ष में लॉस बढ़कर 8,161 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इससे पिछले वित्त वर्ष में 6,982 करोड़ रुपये का था। कंपनी का लॉस बढ़ने का बड़ा कारण सरकार को चुकाए जाने वाले एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) के लिए प्रोविजन करना है।
एक मीडिया
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने AGR की बकाया रकम के लिए 17,688 करोड़ रुपये का प्रोविजन किया और इसे 16,189 करोड़ रुपये की वायबिलिटी गैप फंडिंग मिली है। इस वजह से कंपनी ने 1,499 करोड़ रुपये का असाधारण लॉस दिखाया है और इससे इसके कुल लॉस में बढ़ोतरी हुई है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का कुल खर्च 5.1 प्रतिशत बढ़कर 27,364 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसमें एंप्लॉयी कॉस्ट 7,952 करोड़ रुपये की थी। हालांकि, BSNL का रेवेन्यू लगभग 14 प्रतिशत बढ़ा है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 19,130 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 16,811 करोड़ रुपये था। कंपनी के रेवेन्यू में मोबाइल सर्विसेज की हिस्सेदारी 29 प्रतिशत की रही। सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए कंपनी को 20,008 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करने का टारगेट दिया है।
BSNL ने तीन महीने के ट्रायल के बाद 200 साइट्स के साथ 4G नेटवर्क शुरू करने की तैयारी की है। कंपनी जल्द ही 200 साइट्स प्रति दिन के औसत से अपना नेटवर्क बढ़ा सकती है। कंपनी ने लगभग 1.23 लाख साइट्स पर 4G नेटवर्क शुरू करने के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और ITI लिमिटेड को 19,000 करोड़ रुपये से अधिक का ऑर्डर दिया है।
हाल ही में IT और कम्युनिकेशंस मिनिस्टर Ashwini Vaishnaw ने बताया था कि
BSNL का 4G नेटवर्क दिसंबर तक 5G पर अपग्रेड करने की योजना है। उनका कहना था, "हमने देश में 4G-5G स्टैक डिवेलप किया है। इस स्टैक का इंस्टॉलेशन BSNL के साथ शुरू हुआ है। चंडीगढ़ और देहरादून के बीच 200 साइट्स पर इसे पूरा कर लिया गया है और अगले दो सप्ताह में यह सर्विस शुरू हो जाएगी। तीन महीने तक टेस्टिंग के बाद हम एक दिन में औसत 200 साइट्स के साथ आगे बढ़ेंगे। इसके बाद दिसंबर तक एक मामूली सॉफ्टवेयर एडजस्टमेंट के साथ यह 5G पर अपग्रेड हो जाएगा।" BSNL ने अप्रैल में पंजाब के कुछ क्षेत्रों में ट्रायल के तौर पर 4G सर्विसेज शुरू की थी।