जोमाटो और स्विगी की बढ़ी मुश्किल, CCI ने पाया कानून तोड़ने का दोषी!

पिछले कुछ वर्षों में स्विगी और जोमाटो ने रेस्टोरेंट से फूड ऑर्डर करने के तरीके में बड़ा बदलाव किया है। इन कंपनियों के ऐप्स पर हजारों रेस्टोरेंट्स की लिस्टिंग है

जोमाटो और स्विगी की बढ़ी मुश्किल, CCI ने पाया कानून तोड़ने का दोषी!

यह जांच नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की एक शिकायत के बाद की गई थी

ख़ास बातें
  • यह जांच CCI ने लगभग दो वर्ष पहले शुरू की थी
  • इन कंपनियों के ऐप्स पर हजारों रेस्टोरेंट्स की लिस्टिंग है
  • स्विगी ने IPO ने फंड जुटाने की तैयारी की है
विज्ञापन
ऐप के जरिए फूड डिलीवरी की सर्विस देने वाली Swiggy और Zomato को कॉम्पिटिशन से जुड़ी कानून के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) की जांच में पता चला है कि इन कंपनियों के बिजनेस के तरीके उनके प्लेटफॉर्म्स पर लिस्टेड चुनिंदा रेस्टोरेट्स को फायदा पहुंचाते हैं। 

Reuters की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि जोमाटो ने कमीशन में कमी कर कुछ 'एक्सक्लूसिविटी कॉन्ट्रैक्ट' किए थे, जबकि स्विगी ने केवल उसके प्लेटफॉर्म पर लिस्टेड कुछ रेस्टोरेंट्स को बिजनेस में बढ़ोतरी की गारंटी दी थी। CCI की ओर से तैयार किए गए गैर-सार्वजनिक दस्तावेजों में कहा गया है कि स्विगी, जोमाटो और उनके कुछ रेस्टोरेंट पार्टनर्स के बीच इस तरह के कॉन्ट्रैक्ट्स से मार्केट के अधिक प्रतिस्पर्धी बनने में रुकावट होती है। इन दस्तावेजों को Reuters ने देखा है। कॉम्पिटिशन के खिलाफ बिजनेस के तरीकों को लेकर यह जांच CCI ने लगभग दो वर्ष पहले शुरू की थी। यह जांच नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की एक शिकायत के बाद की गई थी। 

CCI के इन दस्तावेजों को सार्वजनिक नहीं किया गया है। ये दस्तावेज स्विगी, जोमाटो और शिकायत करने वाली रेस्टोरेंट एसोसिएशन के साथ इस वर्ष मार्च में साझा किए गए थे। इस बारे में जोमाटो ने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। स्विगी और CCI ने Reuters की ओर से भेजे गए प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया। स्विगी की ओर से इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए प्रॉस्पेक्टस में इस मामले का संदर्भ 'आंतरिक रिस्क' के तौर पर दिया गया है। CCI की रिपोर्ट में कहा गया है कि स्विगी ने जांचकर्ताओं को बताया है कि एक्सक्लूसिव कॉन्ट्रैक्ट वाला यह प्रोग्राम पिछले वर्ष समाप्त हो गया था। हालांकि, स्विगी गैर-मेट्रोपॉलिटन शहरों में इस तरह का एक प्रोग्राम शुरू करने की योजना बना रही है। 

पिछले कुछ वर्षों में स्विगी और जोमाटो ने रेस्टोरेंट से फूड ऑर्डर करने के तरीके में बड़ा बदलाव किया है। इन कंपनियों के ऐप्स पर हजारों रेस्टोरेंट्स की लिस्टिंग है। इस जांच में पाया गया था कि जोमाटो ने अपने प्लेटफॉर्म पर लिस्टिंग वाले रेस्टोरेंट्स पर प्राइसिंग और डिस्काउंट को लेकर पाबंदियां लगाई थी। कुछ मामलों में रेस्टोरेंट के इन पाबंदियों का पालन करने में नाकाम रहने पर 'जुर्माना' लगाने का भी प्रावधान था। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत में गूगल को राहत, NCLAT ने जुर्माना 936 करोड़ रुपये से घटाकर 220 करोड़ रुपये किया
  2. Instagram ने जोड़ा TikTok जैसा फीचर, अब Reels को कर सकेंगे फास्ट-फॉरवर्ड
  3. OnePlus 13T के डिजाइन का खुलासा, OnePlus प्रेसिडेंट का सुझाव जल्द पेश होगा कॉम्पैक्ट फोन
  4. OTT Release This Week: हॉरर, कॉमेडी, ड्रामा से भरपूर Sabdham, Om Kali Jai Kali, Viduthalai Part 2 जैसी फिल्में इस हफ्ते OTT पर!
  5. कल लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, भारत में मोबाइल, लैपटॉप या TV में ऐसे देखें ऑनलाइन
  6. WhatsApp लाया iOS यूजर्स के लिए बड़े काम का फीचर, मैसेज और कॉलिंग होगी आसान, जानें कैसे
  7. Redmi A5 स्मार्टफोन 5200mAh बैटरी, 32MP कैमरा के साथ हुआ लॉन्च, जानें कीमत और स्पेसिफिकेशन्स
  8. PUBG Mobile की पैरेंट कंपनी Krafton ने भारतीय गेमिंग स्टूडियो Nautilus Mobile में खरीदी बड़ी हिस्सेदारी
  9. 80W पावर वाला साउंडबार URBAN Harmonic 2080 भारत में Rs 6,999 में लॉन्च, जानें खास फीचर
  10. Oppo Find X8s होगा 5,700mAh बैटरी के साथ IP68/69 रेटिंग से लैस!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »