देश में कुछ बड़ी स्मार्टफोन कंपनियां मुश्किल में फंस सकती हैं। कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने Samsung, Xiaomi और अन्य स्मार्टफोन मेकर्स पर ई-कॉमर्स कंपनियों Amazon और Flipkart के साथ गठजोड़ कर कॉम्पिटिशन से जुड़े कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। इन स्मार्टफोन मेकर ने देश में ई-कॉमर्स कंपनियों की वेबसाइट्स पर प्रोडक्ट्स का एक्सक्लूसिव लॉन्च किया था, जो कॉम्पिटिशन से जुड़े कानून का उल्लंघन है।
CCI की ओर से की गई जांच में पाया गया था कि एमेजॉन और फ्लिपकार्ट ने चुनिंदा रिटेलर्स को प्रायरिटी देकर और भारी डिस्काउंट की पेशकश करने के जरिए अन्य कंपनियों को नुकसान पहुंचाया था। Reuters ने Amazon पर
CCI की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि
सैमसंग, शाओमी, Motorola, Realme और OnePlus की देश में यूनिट्स ने एमेजॉन और इससे जुड़ी फर्मों के साथ गठजोड़ कर स्मार्टफोन के एक्सक्लूसिव लॉन्च किए थे। यह कॉम्पिटिशन कानून का उल्लंघन है। इसके अलावा Flipkart पर CCI की रिपोर्ट में कहा गया है कि सैमसंग, शाओमी, मोटोरोला, Lenovo और Realme की देश में यूनिट्स ने इसी तरह के तरीकों का इस्तेमाल किया था।
इस मामले में सैमसंग और शाओमी जैसे स्मार्टफोन मेकर्स की कानूनी और कम्प्लायंस से जुड़ी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इन रिपोर्ट्स में CCI के एडिशनल डायरेक्टर जनरल, G V Siva Prasad ने कहा है, "बिजनेस में एक्सक्लूसिविटी एक बहिष्कार की तरह है। यह स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के साख ही कस्टमर्स के हितों के भी खिलाफ है।" इस बारे में शाओमी ने टिप्पणी करने से मना कर दिया, जबकि अन्य स्मार्टफोन मेकर्स ने टिप्पणी के लिए भेजे गए निवेदन का उत्तर नहीं दिया।
एमेजॉन और फ्लिपकार्ट ने इन रिपोर्ट के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है। CCI ने इन रिपोर्ट्स में कहा है कि जांच के दौरान एमेजॉन और फ्लिपकार्ट ने एक्सक्लूसिव लॉन्च के आरोपों से बचने का प्रयास किया था लेकिन अधिकारियों ने पाया है कि यह तरीका काफी इस्तेमाल हो रहा था। मार्केट रिसर्च फर्म Counterpoint के डेटा के अनुसार, देश के स्मार्टफोन मार्केट में सैमसग और शाओमी की लगभग 36 प्रतिशत हिस्सेदारी है। देश में पिछले वर्ष ई-कॉमर्स का मार्केट लगभग 60 अरब डॉलर का था। यह मार्केट 2028 तक 160 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है।