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  • फेक DigiLocker ऐप को लेकर सरकार की चेतावनी, स्कैम से बचाव के लिए करें ये काम
    फेक DigiLocker ऐप्स का इस्तेमाल यूजर्स को चूना लगाने और निजी जानकारी चुराने के लिए किया जा रहा है। सिर्फ एक ही असली DigiLocker ऐप है, जिसे भारत सरकार के नेशनल ई-गवर्नेंस डिविजन द्वारा जारी किया गया है। यूजर्स को डेवलपर्स द्वारा सामान्य नामों से उपलब्ध करवाए जाने वाले ऐप्स से बचने के लिए कहा गया है। यूजर्स से सरकारी वेबसाइट पर उपलब्ध ऑफिशियल लिंक से ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा है।
  • iPhone में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल नहीं करेगी Apple!
    एपल की इस आदेश को मानने की योजना नहीं है। दुनिया में कहीं भी कंपनी इस तरह के आदेश का पालन नहीं करती क्योंकि इससे एपल के iOS इकोसिस्टम के लिए प्राइवेसी और सिक्योरिटी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। एपल के लिए भारत एक बड़ा मार्केट है। देश में इस वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी की iPhones की सेल्स 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है। तीसरी तिमाही में कंपनी ने लगभग 50 लाख आईफोन्स की शिपमेंट की है।
  • Sanchar Saathi कैसे काम करता है? जानिए इसके 6 सबसे काम के फीचर्स
    Sanchar Saathi ऐप भारत में मोबाइल सुरक्षा के लिए सबसे भरोसेमंद सरकारी टूल बन चुका है। DoT द्वारा विकसित यह ऐप CEIR सिस्टम की मदद से चोरी या खोए फोन का IMEI तुरंत ब्लॉक कर देता है, जिससे फोन किसी नेटवर्क पर काम नहीं कर पाता। TAFCOP फीचर से यूजर अपने नाम पर चल रहे फर्जी मोबाइल कनेक्शन्स की पहचान कर सकते हैं और उन्हें डिस्कनेक्ट करा सकते हैं। ऐप IMEI चेकर भी देता है, जिससे सेकंड-हैंड फोन असली है या ब्लैकलिस्टेड यह पता चलता है।
  • स्मार्टफोन्स में Sanchar Saathi ऐप को डिलीट करने का मिलेगा ऑप्शनः टेलीकॉम मिनिस्टर
    स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरर्स को इन बदलावों को लागू करने के लिए 90 दिनों की समयसीमा दी गई है। इस ऑर्डर के तहत, नया मोबाइल डिवाइस (Android या iPhone) को खरीदने पर सरकार का संचार साथी ऐप पहले से उसमें इंटीग्रेटेड होगा। DoT के ऑर्डर में यह भी कहा गया है कि यूजर्स को डिवाइसेज के पहली बार सेटअप करने के दौरान यह ऐप तुरंत दिखना चाहिए।
  • जल्द भारत के हर स्मार्टफोन में होगा ये स्पेशल सरकारी ऐप, डिलीट भी नहीं कर पाएंगे यूजर्स!
    भारत हाल में बढ़ते साइबर क्राइम और फोन-आधारित फ्रॉड के बीच अब स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर एक बड़ा नियम लागू करने जा रहा है। टेलीकॉम मंत्रालय ने स्मार्टफोन निर्माताओं को निर्देश दिया है कि सभी नए डिवाइस पर Sanchar Saathi ऐप पहले से इंस्टॉल होना चाहिए और यूजर इसे डिलीट भी न कर सके। यह आदेश 28 नवंबर को जारी किया गया था और इसे निजी तौर पर चुनिंदा कंपनियों के साथ शेयर किया गया है। Reuters को मिले दस्तावेज के अनुसार, Apple, Samsung, Vivo, Oppo, Xiaomi समेत सभी प्रमुख ब्रांड्स को 90 दिनों का समय दिया गया है ताकि वे नए स्मार्टफोन्स में यह सरकारी ऐप प्री-लोड कर सकें। जो मॉडल पहले से सप्लाई-चेन में हैं, उनमें ऐप को सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए इंस्टॉल करने के निर्देश दिए गए हैं।
  • WhatsApp, Telegram अब बिना सिम कार्ड के नहीं चलेंगे, सरकार का बड़ा फैसला
    WhatsApp, Telegram, Signal, Arattai, Snapchat और Sharechat समेत किसी अन्य मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं तो आपका इस्तेमाल करने का तरीका बदलने वाला है। दरअसल इन ऐप्स के लिए सिम कार्ड वेरिफिकेशन लागू होगा और वेब बेस्ड सेशन में हर 6 घंटे में ऑटोमैटिक लॉगआउट होना अनिवार्य होगा। अगर यूजर्स के अपने डिवाइस में फिजिकल सिम कार्ड नहीं होगा, जिससे उन्हें ऐप के लिए रजिस्टर्ड किया है तो वो इन सर्विस का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
  • WhatsApp, Telegram जैसे ऐप्स पर करना होगा प्रत्येक छह घंटे में लॉगिन, जल्द लागू होगा रूल!
    इससे यह पक्का किया जा सकेगा कि जो व्यक्ति किसी कम्युनिकेशन ऐप पर वेब सेशन का इस्तेमाल कर रहा है वह उस एकाउंट से जुड़े SIM का वास्तविक एक्सेस रखता है। इससे दूरदराज के इलाकों से आपराधिक गतिविधियों को चलाने वाले स्कैमर्स पर नियंत्रण किया जा सकेगा। इस प्रकार का एक सिक्योरिटी फीचर Google Pay और PhonePe जैसे पेमेंट सर्विसेज से जुड़े ऐप्स में पहले से एक स्टैंडर्ड के तौर पर मौजूद है।
  • WhatsApp की 5 गलतियां जो आपका अकाउंट हमेशा के लिए करा देंगी Ban
    WhatsApp दुनिया का सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है, लेकिन इसकी सुरक्षा नीतियां बेहद कड़ी हैं। कई बार यूजर अनजाने में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो प्लेटफॉर्म की पॉलिसी का सीधा उल्लंघन होती हैं और कंपनी बिना किसी वार्निंग के अकाउंट को स्थायी रूप से बैन कर सकती है। मॉडेड WhatsApp ऐप्स का इस्तेमाल, बल्क मैसेजिंग या ऑटो-बॉट्स से स्पैम भेजना, बार-बार रिपोर्ट होना, गलत या अवैध कंटेंट शेयर करना और किसी की पहचान की नकल करना - ये पांच बड़ी वजहें हैं जिनसे अकाउंट वापस न मिलने का खतरा बढ़ जाता है। इन गलतियों से बचकर ही यूज़र अपने अकाउंट को सुरक्षित रख सकते हैं।
  • बिना इंटरनेट Google Maps कैसे करें उपयोग, ये है पूरा तरीका
    गूगल मैप्स को बिना इंटरनेट के भी उपयोग किया जा सकता है। ऑफलाइन इस्तेमाल के लिए Google Maps ऐप को अपने डिवाइस में डाउनलोड करना होगा, क्योंकि ब्राउजर वर्जन बिना इंटरनेट काम नहीं करता है। वहीं एंड्रॉयड और गूगल फोन में बाय डिफॉल्ट मैप्स ऐप आता है। वहीं iOS यूजर्स को ऐप डाउनलोड करना होगा और Google अकाउंट के जरिए लॉगि करना होगा। आप ऐप स्टोर से इसे फ्री में डाउलनोड कर सकते हैं।
  • 30 दिन में मिले 50,000 खोए और चोरी हुए मोबाइल फोन, इस सरकारी App ने की मदद
    Sanchar Saathi प्लेटफॉर्म ने खोए और चोरी हुए मोबाइल की रिकवरी में नया रिकॉर्ड बना दिया है। DoT के अनुसार, अक्टूबर 2025 में पहली बार 50,000 से ज्यादा फोन एक ही महीने में ट्रेस करके वापस दिलाए गए। कुल मिलाकर, देशभर में रिकवरी 7 लाख से अधिक हो चुकी है। कर्नाटक और तेलंगाना 1 लाख से ज्यादा रिकवरी के साथ सबसे आगे हैं। मंत्रालय का कहना है कि प्लेटफॉर्म के रियल-टाइम अलर्ट सिस्टम से हर मिनट एक से ज्यादा फोन वापस मिल पा रहा है। DoT ने यूजर्स को ऐप डाउनलोड करने, चोरी/लॉस्ट फोन रिपोर्ट करने और नए फोन की वैधता चेक करने की सलाह दी है।
  • TRAI ने ब्लॉक किए 21 लाख फ्रॉड नंबर, जनता से DND App के जरिए रिपोर्ट करने की अपील
    भारत में बढ़ते स्पैम और फ्रॉड कॉल्स के बीच TRAI ने खुलासा किया है कि पिछले एक साल में 21 लाख से ज्यादा मोबाइल नंबरों को डिस्कनेक्ट और ब्लैकलिस्ट किया गया है। करीब एक लाख एंटिटीज भी पकड़ी गई हैं जो बड़े पैमाने पर स्पैम और फ्रॉड मैसेज भेज रही थीं। TRAI ने जोर दिया है कि फोन में नंबर ब्लॉक करना समाधान नहीं, बल्कि DND App के जरिए की गई शिकायतें ही ऐसे नंबरों को स्थायी रूप से बंद करवाती हैं। रेगुलेटर ने यूजर्स, खासकर सीनियर सिटिज़न्स और महिलाओं को सतर्क रहने की सलाह दी है और Sanchar Saathi के Chakshu फीचर का इस्तेमाल करने को कहा है।
  • New Aadhaar App: अब आधार कॉपी देने का झंझट खत्म! नए ऐप में ऑफलाइन वैरिफिकेशन, फेस अनलॉक जैसे धांसू फीचर्स
    UIDAI ने नया आधार ऐप (New Aadhaar App) लॉन्च किया है। इस नए ऐप के कई फायदे यूजर को मिलने वाले हैं। यह ऑफलाइन वैरिफिकेशन में इस्तेमाल होगा जिसके बाद आपको अपना फिजिकल यानी कागजी आधार कार्ड दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी। आधार कॉपी अक्सर कई जगहों पर मांगी जाती है जैसे होटल में एंट्री के समय, सोसायटी गेट के एंट्री पर, किसी इवेंट आदि में भी। नए ऐप के माध्यम से अब आपका आधार कार्ड आपके स्मार्टफोन में ही आ जाता है।
  • Instagram Reels पर नहीं लग रहे 3 से ज्यादा Hashtags, नए क्रिएटर्स पर गिरेगी गाज?
    ऐसा लगता है Instagram एक नए लिमिटेशन को टेस्ट कर रहा है। अगर आप Instagram पर Post या Reel अपलोड कर रहे हैं और आप 3 से ज्यादा Hashtags नहीं लगा पा रहे हैं, तो बता दें कि ऐसा केवल आपके साथ नहीं हो रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि Instagram भी यहां TikTok की राह पर चल रहा है और हैशटैग्स की संख्या को लिमिटेड करने की प्लानिंग कर रहा है। बता दें कि हाल ही में TikTok ने भी हैशटैग्स की संख्या को 5 पर लिमिट कर दिया था।
  • Google Chrome का ये वर्जन खतरे में! भारत की एजेंसी ने जारी किया अलर्ट
    भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने Google Chrome यूजर्स के लिए एक नया अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी Windows, macOS और Linux - तीनों प्लेटफॉर्म्स पर चल रहे Chrome ब्राउजर को लेकर है। एजेंसी ने अपने नोट (CIVN-2025-0330) में दो हाई-सीवियरिटी कमजोरियों का जिक्र किया है, जिन्हें CVE-2025-13223 और CVE-2025-13224 के रूप में दर्ज किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन खामियों का फायदा उठाकर सिस्टम में दखल दिया जा सकता है और सर्विस को बाधित किया जा सकता है।
  • WhatsApp पर लौटा पुराना फीचर, क्या आपने किया इस्तेमाल?
    WhatsApp ने अपने पुराने About स्टेटस फीचर को नए Notes फॉर्मेट में बदलकर फिर से पेश किया है। अब यूजर्स छोटा टेक्स्ट या इमोजी डालकर अपना मूड, स्टेटस या उपलब्धता जल्दी से शेयर कर सकेंगे। नया About चैट के टॉप पर पिन होकर दिखेगा और प्रोफाइल में भी ज्यादा साफ नजर आएगा। इस पर सीधे चैट से रिएक्शन भेजने का विकल्प भी जोड़ा गया है। Notes एक दिन बाद अपने आप गायब हो जाएंगे, हालांकि चाहें तो इन्हें जल्दी हटने या ज्यादा देर रहने के लिए सेटिंग्स में बदलाव किया जा सकता है। विजिबिलिटी कंट्रोल भी अपडेट हुए हैं और फीचर का रोलआउट इस हफ्ते से शुरू हो चुका है।

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