डायरेक्टरेट जनरल ऑफ GST इंटेलिजेंस की अहमदाबाद की जोनल यूनिट ने Binance के कामकाज में एक गड़बड़ी को पकड़ा था। Binance से इस बारे में DGGI के प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया है
कंपनी ने कहा था कि देश में Google के एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स की बड़ी संख्या है और उसके पास इस मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी नहीं है। CCI की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है
कंपनी ने कहा था कि इन ऐप्स को बिलिंग से जुड़े उल्लंघनों के कारण हटाया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार के इस मामले में हस्तक्षेप करने के बाद ये ऐप्स बहाल हो गए थे। इन स्टार्टअप्स ने CCI से इस मामले की जांच करने का निवेदन किया था
कुछ कंपनियों ने मद्रास हाई कोर्ट में याचिकाएं दायर कर गूगल के प्ले स्टोर की बिलिंग पॉलिसी को चुनौती दी थी। इन कंपनियों की दलील है कि गूगल अपनी सर्विसेज के लिए भारी फीस वसूलती है
गूगल का दावा है कि इन ऐप डिवेलपर्स ने उसकी सर्विसेज लेने के लिए प्ले स्टोर की फीस का भुगतान नहीं किया है। इस वजह से इन्हें गूगल के Android ऐप मार्केटप्लेस से हटाया जा रहा है
गूगल की ओर से किसी पेड ऐप के प्रति डाउनलोड पर 11 प्रतिशत से 26 प्रतिशत तक सर्विस फीस लगाई जाती है। इसके अलावा ऐप में की गई खरीदारी पर भी फीस ली जाती है। इन कंपनियों में Unacademy, Kuku FM और Info Edge शामिल हैं
Google Pay Convenience Fee : ‘गूगल पे’ ने कथित तौर पर ऐप की UPI सर्विस के जरिए मोबाइल रिचार्ज प्लान खरीदने वाले यूजर्स से सुविधा शुल्क (convenience fee) लेना शुरू कर दिया है।
इस स्कीम में लोगों से शुरुआती एक्टिवेशन फीस ली जाती थी और उन्हें अधिक रिटर्न का लालच दिया जाता था। इस स्कैम के लिए तीन से चार क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल किया गया था