चीन की कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Xiaomi की स्मार्टफोन्स के सेगमेंट में बड़ी हिस्सेदारी है। पिछले वर्ष कंपनी ने SU7 के साथ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ( EV) के मार्केट में एंट्री की थी। शाओमी ने बताया है कि SU7 की मैन्युफैक्चरिंग एक लाख यूनिट्स से ज्यादा हो गई है। इस इलेक्ट्रिक सेडान को भारत में भी प्रदर्शित किया गया था।
इस EV में 101 kWh का बैटरी पैक दिया गया है। इसकी ड्राइविंग रेंज लगभग 800 किलोमीटर की है। यह दो वेरिएंट्स - SU7 और SU7 Max में उपलब्ध है।
कंपनी का दावा है कि यह केवल 2.78 सेकेंड में 0 से 100 km/h की स्पीड पर पहुंच सकती है। इसमें 668 bhp की अधिकतम पावर और 838 Nm का पीक टॉर्क है। इसके स्टैंडर्ड वेरिएंट का चीन में प्राइस लगभग 2,15,900 युआन (लगभग 25 लाख रुपये) और SU7 Max का लगभग तीन लाख युआन (लगभग 35.30 लाख रुपये) का है। देश में इसके लॉन्च के बारे में कंपनी ने जानकारी नहीं दी है।
SU7 में 16.1 इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। इसकी इंफोटेनमेंट यूनिट व्हीकल के कंट्रोल हब के तौर पर भी कार्य करती है। SU7 के साउंड सिस्टम में 23 स्पीकर्स हैं और यह Dolby Atmos टेक्नोलॉजी के साथ है। शाओमी इसके लिए एक बड़ा 150 kWh बैटरी पैक भी ला सकती है जिसकी रेंज 1,200 किलोमीटर तक होगी। ये बैट्रीज 486V आर्किटेक्चर के साथ अल्ट्रा फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती हैं। पिछले कुछ वर्षों में चीन में EV की बिक्री तेजी से बढ़ी है। अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple ने भी EV के लॉन्च की योजना बनाई थी। कंपनी ने इसके लिए बड़ा खर्च भी किया था। हालांकि. एपल ने इस योजना को रद्द कर दिया है।
अमेरिकी EV मेकर
Tesla के लिए भी चीन एक बड़ा मार्केट है। हालांकि, कंपनी को BYD जैसी चाइनीज EV मेकर्स से कड़ी टक्कर मिल रही है। शाओमी की SUV7 भी टेस्ला के लिए एक चुनौती बन सकती है। SU7 में शाओमी का ऑपरेटिंग सिस्टम दिया गया है। चीन के ऑटोमोबाइल मार्केट में अधिक कैपेसिटी और कमजोर डिमांड जैसी चुनौतियां बढ़ रही हैं। इस वजह से ऑटोमोबाइल कंपनियों के बीच प्राइस घटाने को लेकर कॉम्पिटिशन है। पिछले वर्ष टेस्ला ने चीन में अपने EV के प्राइसेज पर डिस्काउंट दिया था।