पिछले एक वर्ष में ग्लोबल इकोनॉमी में कमजोरी, बहुत सी कंपनियों के वर्क फ्रॉम होम को समाप्त कर एंप्लॉयीज को ऑफिस बुलाने और रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण इस सेक्टर में स्लोडाउन बढ़ा है
पिछले सप्ताह JP Morgan की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि इन्फ्लेशन बढ़ने, सप्लाई चेन की मुश्किलों और रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से भारत की सॉफ्टवेयर कंपनियों की ग्रोथ पर लगाम लग सकती है
कंपनी अब कर्मचारियों के बोनस को 85 प्रतिशत से घटाकर 65 प्रतिशत करने जा रही है। इसके अलावा कर्मचारियों की परफॉर्मेंस का भी साल में एक से ज्यादा बार आकलन किया जाएगा।
दुनिया की सबसे अधिक वैल्यू वाली लिस्टेड कंपनी एपल के लिए आईफोन की बिक्री में पिछली बार कमी कोरोना के दौरान हुई थी। UBS के एनालिस्ट्स का अनुमान है कि आईफोन की बिक्री चीन और यूरोप की तुलना में अमेरिका में अधिक हो सकती है
भारत में एपल की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स Foxconn और Wistron की फैक्टरी में आईफोन की असेंबलिंग की जाती है। एपल ने iPhone के कुल प्रोडक्शन में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने का टारगेट बनाया है
बड़ी टेक कंपनियों पर स्लोडाउन का बड़ा असर पड़ रहा है। इस वजह से इनमें से कई कंपनियों में छंटनी और सैलरी में कटौती जैसे कदम उठाए हैं। पिछले महीने ग्लोबल सॉफ्टवेयर कंपनी Microsoft ने हजारों वर्कर्स की छंटनी करने का फैसला किया था
इससे पहले Google, Microsoft, Amazon, SAP, Twitter और Meta जैसी बड़ी टेक कंपनियों में बड़ी संख्या में वर्कर्स की छंटनी की गई है। मेडिकल इक्विपमेंट मेकर फिलिप्स ने इस सप्ताह वर्कफोर्स में कटौती की जानकारी दी थी
Samsung ने चौथी तिमाही में 67 लाख यूनिट्स के शिपमेंट के साथ पहला स्थान हासिल किया। कंपनी का मार्केट शेयर 21 प्रतिशत का रहा। चीन स्मार्टफोन मेकर Vivo ने लगभग 64 लाख यूनिट्स की शिपमेंट कर दूसरे स्थान पर रही
लगभग दो वर्ष पहले महामारी के दौरान दुनिया भर में PC की बिक्री तेजी से बढ़ी थी। हालांकि, पिछले वर्ष PC की शिपमेंट्स कोरोना से पहले की अवधि की तुलना में अधिक रही हैं