देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी Infosys का मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की तीसरी तिमाही में रेवेन्यू और प्रॉफिट एनालिस्ट्स की उम्मीद से अधिक रहा है। कंपनी को अक्टूबर-दिसंबर के दौरान कुछ बड़ी डील मिली हैं। इसके अलावा कंपनी का एट्रिशन रेट या वर्कर्स के जॉब छोड़ने की दर में कमी हुई है। इंफोसिस ने रेवेन्यू में ग्रोथ के गाइडेंस को बढ़ाया है।
कंपनी का तीसरी तिमाही में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट बढ़कर लगभग 6,586 करोड़ रुपये रहा। यह वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 13.4 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 9.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
इंफोसिस का ऑपरेशंस से रेवेन्यू 20.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 38,318 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का एट्रिशन रेट गिरकर 24.3 प्रतिशत हो गया, जो पिछले फाइनेंशियल ईयर की समान तिमाही में 27 प्रतिशत से अधिक था। तीसरी तिमाही में इंफोसिस ने 1,627 वर्कर्स को जोड़ा है। कंपनी के स्टाफ की कुल संख्या 3,46,845 हो गई। कंपनी ने बताया कि उसके अधिकतर बिजनेस सेगमेंट और रीजंस में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर डबल डिजिट में ग्रोथ हुई है।
इंफोसिस ने अपने स्टाफ को को सितंबर तिमाही के लिए वेरिएबल पे का 65 प्रतिशत भुगतान किया था। यह पहली तिमाही की तुलना में कम था। वेरिएबल पे
कंपनी और एंप्लॉयी के प्रदर्शन से जुड़ी होती है। आमतौर पर इसे एंप्लॉयी के सैलरी पैकेज में शामिल किया जाता है। जून तिमाही में मार्जिन में गिरावट आने की वजह से वेरिएबल पे में कटौती की गई थी। हालांकि, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने पहली तिमाही के लिए वेरिएबल पे में कमी नहीं की थी। स्लोडाउन और कुछ अन्य कारणों से IT कंपनियों के रेवेन्यू और मार्जिन पर असर पड़ रहा है। इस वजह से इस सेक्टर की कुछ कंपनियों के एंप्लॉयीज की वेरिएबल पे में कमी की जा रही है। इंफोसिस ने पिछले वर्ष के अंत में अपने स्टाफ को चरणबद्ध तरीके से ऑफिस में दोबारा बुलाने की योजना तैयार की थी।
IT सेक्टर की बहुत सी कंपनियां रिमोट वर्क को समाप्त कर वर्कर्स को ऑफिस बुला रही हैं। इंफोसिस के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और ह्युमन रिसोर्सेज डिविजन के ग्रुप हेड, Krishnamurthy Shankar ने कहा था कि कंपनी की ओर से स्टाफ को फ्लेक्सिबिलिटी की अनुमति दी जाएगी। कंपनी के 54 देशों में 247 ऑफिस हैं।