पिछले कुछ महीनों में सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ी है। इसका बड़ा कारण प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के टैरिफ में हुई बढ़ोतरी है। Reliance Jio और Bharti Airtel जैसी बड़ी टेलीकॉम कंपनियों ने जुलाई में टैरिफ बढ़ाए थे।
एक मीडिया
रिपोर्ट में टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) के डेटा के हवाले से बताया गया है कि जुलाई से अक्टूबर के बीच अन्य टेलीकॉम कंपनियों से BSNL में शिफ्ट होने वाले कस्टमर्स की बड़ी संख्या थी। जुलाई में प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों से लगभग 15 लाख सब्सक्राइबर्स ने BSNL पर शिफ्ट किया था। अगस्त में यह संख्या बढ़कर लगभग 21 लाख, सितंबर में लगभग 11 लाख और अक्टूबर में लगभग सात लाख की थी।
प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के टैरिफ बढ़ाने से पहले जून में
BSNL में पोर्ट-इन करने वाले सब्सक्राइबर्स संख्या केवल 63,709 की थी, जबकि अन्य टेलीकॉम कंपनियों के नेटवर्क पर शिफ्ट होने वाले सब्सक्राइबर्स लगभग चार लाख थे। इसके अलावा इस सरकारी टेलीकॉम कंपनी के नए SIM कार्ड की बिक्री में भी तेजी आई है। कंपनी ने जून में लगभग 7,90,000 SIM कार्ड्स की बिक्री की थी। यह संख्या जुलाई में बढ़कर लगभग 49 लाख, अगस्त में लगभग 50 लाख, सितंबर में लगभग 28 लाख और अक्टूबर में लगभग 19 लाख की थी। इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में BSNL का नेट लॉस घटकर लगभग 2,785 करोड़ रुपये का रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह लॉस लगभग 2,951 करोड़ रुपये का था।
BSNL ने पिछले कुछ महीनों में अपने 4G नेटवर्क को तेजी से बढ़ाया है। अक्टूबर के अंत तक कंपनी ने 50,700 से अधिक 4G साइट्स को इंस्टॉल किया था। इनमें से 41,950 से ज्यादा साइट्स कार्य कर रही हैं। हाल ही में संचार राज्यमंत्री Pemmasani Chandra Sekhar ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया था कि कंपनी जिस 4G इक्विपमेंट का इस्तेमाल कर रही है, उसे 5G पर अपग्रेड किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत BSNL को पिछले वर्ष सितंबर में 4G इक्विपमेंट की सप्लाई शुरू हुई थी। अक्टूबर तक कंपनी ने 50,708 4G साइट्स इंस्टॉल की थी और 41,957 साइट्स कार्य कर रही हैं। कंपनी ने बिजनेस में सुधार की स्ट्रैटेजी का सुझाव देने के लिए बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) को हायर किया था। BCG ने कंपनी को इस बारे में अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी है।