देश की सबसे बड़ी कार मेकर मारूति सुजुकी ने e Vitara के साथ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के सेगमेंट में एंट्री की है। इस इलेक्ट्रिक SUV को जल्द लॉन्च किया जाएगा। इस सेगमेंट में देरी से बिजनेस शुरू करने के बावजूद कंपनी ने इसमें पहला स्थान हासिल करने का टारगेट रखा है। इस मार्केट में Tata Motors की 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है।
मारूति सुजुकी के मैनेजिंग डायरेक्टर, Hisashi Takeuchi ने बताया कि कंपनी का टारगेट अगले एक वर्ष में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में पहला स्थान हासिल करने का है। उन्होंने कहा, "मैं सेल्स के आंकड़े का अनुमान नहीं दे सकता लेकिन यह बता सकता हूं कि EV की मैनयुफैक्चरिंग में हमारा एक वर्ष के अंदर पहला स्थान हासिल करने का टारगेट है।"
कंपनी की e Vitara की गुजरात की फैक्टरी में मैन्युफैक्चरिंग की जाएगी। इसका जापान सहित कई देशों को एक्सपोर्ट होगा।
कंपनी जल्द ही e Vitara के प्राइस और बुकिंग की तिथि की जानकारी देगी। मारूति सुजुकी की योजना आगामी वर्षों में अपने पोर्टफोलियो में छह EV मॉडल्स को शामिल करने की है। e Vitara की मैन्युफैक्चरिंग विशेषतौर पर बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए डिजाइन किए गए HEARTECT-e प्लेटफॉर्म पर की जाएगी। इसमें फ्रंट और रियर पर दो अलग इलेक्ट्रिक एक्सेल दिए गए हैं। eVitara में खराब रास्तों पर ड्राइविंग के लिए ट्रेल मोड है।
इस इलेक्ट्रिक SUV में 49 kWh और 61 kWh के दो बैटरी वेरिएंट हैं। eVitara में सिंगल-स्पीड ड्राइव ट्रांसमिशन दिया गया है। इसकी रेंज 500 किलोमीटर से कुछ अधिक की है। देश में व्हीकल्स की कुल सेल्स में
EV की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत से कम की है। अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में भारत तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है। इसके बावजूद देश में EV की संख्या कम है। हालांकि, EV की इंटरनेशनल सेल्स में कमी का ट्रेंड भारत में नहीं दिख रहा है। पिछले वर्ष जनवरी से नवंबर के बीच देश में EV की सेल्स में लगभग 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। EV को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से भी उपाय किए जा रहे हैं। चीन की BYD जैसी बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स कंपनियों की देश में पहले से मौजूदगी है। ये कंपनियां नए मॉडल्स के साथ अपना मार्केट शेयर बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं।