गुस्साए कस्टमर्स से निपटने के लिए अब AI का सहारा लिया जा रहा है। AI रोबोट के माध्यम से गुस्साए कस्टमर की नकल करके अब कस्टमर सर्विस प्रतिनिधियों को ट्रेनिंग दी जा ही है कि वो ऐसे कस्टमर्स को कैसे शांत करें। वैज्ञानिकों ने एक चार-मुंह वाला रोबोट तैयार किया है जो गुस्सा कर सकता है, गाली दे सकता है और किसी भी तरीके के एक्सप्रेशन के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है।
NASA ने अपने स्पेस मिशनों के लिए पानी के नीचे तैरने वाले रोबोट तैयार किए हैं। ये रोबोट बृहस्पति और शनि के चंद्रमाओं पर जाकर बर्फ के नीचे दबे महासागर में गोता लगाएंगे। नासा की जेट प्रॉपल्शन लैबोरेट्री (जेपीएल) ने इसे सेंसिंग विद इंडिपेंडेंट माइक्रो स्विमर्स (SWIM) नाम दिया है। यह 16.5 इंच का रोबोट करीब 2kg भारी है। पूल में इस प्रोटोटाइप का टेस्ट भी किया गया है।
ब्लूमबर्ग से बातचीत करते हुए एडवर्ब टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के को-फाउंडर और सीईओ संगीत कुमार ने कहा कि कंपनी अगले साल अपना पहला ह्यूमनॉइड रोबोट पेश करेगी। कंपनी का लक्ष्य ग्लोबल मार्केट में अपना वर्चस्व स्थापित करना है। वर्तमान में चीन में कई टेक दिग्गज इसी क्षेत्र में अपने पैर जमा चुके हैं और Tesla सहित कुछ अमेरिकी कंपनियां भी ह्यूमनॉइड के दुनिया के सामने पेश कर चुकी हैं।
NATO Innovation Fund : नाटो के 32 में से 24 मेंबर्स ने कहा है कि वो 4 यूरोपीय टेक कंपनियों में निवेश करेंगे। 1 बिलियन यूरो का निवेश एआई, स्पेस और रोबोटिक डिफेंस टेक के क्षेत्र में एडवांस्ड बनने के लिए किया जाएगा।
टेस्ला ने सितंबर 2022 में अपने ऑप्टिमस रोबोट के पहले वर्जन को पेश किया था। इस वर्ष कंपनी ने बाइपेडल रोबोट के दूसरे वर्जन का एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें यह रोबोट कंपनी के प्लांट में एक टीशर्ट को फोल्ड करता दिखा था
Humanoid Robot : हांगकांग के डायोसेसन बॉयज स्कूल के स्टूडेंट्स ने दुनिया का सबसे छोटा ह्यूमनॉइड रोबोट बनाया है। 5.5 इंच का यह रोबोट किसी स्टैंडर्ड बॉलपॉइंट पेन से भी छोटा है।