पुलिस की सायबर यूनिट का दावा है कि इस मामले में पीड़ित ने फोन का उत्तर नहीं दिया था और न ही OTP शेयर किया था। इस मामले के आरोपी ने एडवोकेट की बैंकिंग डिटेल्स और उनका प्राइवेट डेटा हासिल कर एकाउंट से रकम निकाल ली थी
सर्वे में लगभग 10 प्रतिशत लोगों ने ATM कार्ड से जुड़ा फ्रॉड होने, 10 प्रतिशत ने बैंक एकाउंट से जुड़ा फ्रॉड होने और 16 प्रतिशत ने अन्य प्रकार की धोखाधड़ी की जानकारी दी है
चेंबूर में रहने वाली सविता ने फोटो-शेयरिंग ऐप पर चैट करना शुरू किया, जिसके बाद 25 सितंबर को फ्रॉड व्यक्ति ने महिला को सूचित किया कि वह एक गिफ्ट भेज रहा है।