पिछले कुछ वर्षों से मुश्किलों का सामना कर रही सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने केंद्र सरकार से 99 करोड़ रुपये का रिम्बर्समेंट मांगा है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की अगुवाई वाले एक कंसोर्शियम के Evolved Node B इक्विपमेंट की डिलीवरी और इंस्टॉलेशन में देरी के कारण यह निवेदन किया गया है।
इस कंसोर्शियम में Centre for Development of Telematics (C-DoT) और Tejas Networks भी शामिल हैं। एक मीडिया
रिपोर्ट में BSNL की जनरल मैनेजर (NWP-SP), Reena Malhotra की ओर से लिखे गए एक पत्र के हवाले से बताया गया है कि TCS ने चार जोन में कोर इक्विपमेंट के इंस्टॉलेशन में देरी की है। इससे 4G सैचुरेशन प्रोजेक्ट में साइट्स को शुरू करना टालना पड़ा है। BSNL की दलील है कि वह टावर और पैसिव इंफ्रास्ट्रक्चर के इंस्टॉलेशन पर आगे बढ़ रही है। कंपनी ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) से इसे एक 'असाधारण मामला' मानने और BSNL को अतिरिक्त कॉस्ट के लिए मुआवजा देने का निवेदन किया है।
BSNL ने लगभग 99 करोड़ रुपये के रिम्बर्समेंट की मांग की है। केंद्र सरकार ने लगभग दो वर्ष पहले बिना कवरेज वाले गांवों में 4G मोबाइल सर्विसेज के लिए 26,316 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी थी। इस प्रोजेक्ट के लिए USOF से फंडिंग दी जा रही है। पिछले वित्त वर्ष में
BSNL का नेट लॉस घटकर 5,367 करोड़ रुपये का रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का नेट लॉस 8,161 करोड़ रुपये का था। इसका लॉस घटने के पीछे खर्चों में कमी और नॉन-ऑपरेटिंग इनकम में बढ़ोतरी बड़े कारण हैं। BSNL का ऑपरेशंस से रेवेन्यू मामूली बढ़कर 19,343.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि, यह केंद्र सरकार की ओर से तय किए गए 20,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य से कम रहा है।
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का सेल्युलर सर्विसेज और एंटरप्राइज सेगमेंट से रेवेन्यू घटा है। इसके खर्च लगभग 2.5 प्रतिशत घटकर 26,683 करोड़ रुपये के रहे। हालांकि, कंपनी की एंप्लॉयी कॉस्ट 4.4 प्रतिशत बढ़कर 8,034 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। BSNL को प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। यह अपनी 4G सर्विस लॉन्च कर रही है। Bharti Airtel और Reliance Jio जैसी बड़ी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने देश भर में अपना 5G नेटवर्क शुरू कर दिया है। इससे इन कंपनियों के सब्सक्राइबर्स की संख्या भी तेजी से बढ़ी है।