पिछले कुछ महीनों में Alphabet ने दुनिया भर में अपने कार्यालयों में छंटनी की है। कंपनी ने इस वर्ष की शुरुआत में 12,000 वर्कर्स को बाहर करने की जानकारी दी थी
पीड़ितों से जुड़े संगठनों और मानवाधिकार समर्थकों का दावा है कि रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ हिंसा का बड़ा कारण फेसबुक के एल्गोरिद्म थे जिनसे नफरत वाला कंटेंट फैलाया गया था और गलत जानकारियां दी गई थी