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Software - ख़बरें

  • इंफोसिस में सैंकड़ों फ्रेशर्स की छंटनी पर IT वर्कर्स की यूनियन की सरकार से शिकायत
    इस छंटनी के खिलाफ IT वर्कर्स की यूनियन ने केंद्र सरकार से शिकायत की है।Nascent Information Technology Employees Senate (NITES) ने इंफोसिस में फ्रेशर्स की छंटनी पर मिनिस्टर ऑफ एजुकेशन, धर्मेन्द्र प्रधान और मिनिस्टर ऑफ स्किल डिवेलपमेंट एंड आंत्रप्रेन्योरशिप, जयंत चौधरी से शिकायत की है। कंपनी ने बताया था कि ये वर्कर्स इंटरनल टेस्ट्स को पास करने में नाकाम रहे थे।
  • इंफोसिस को छंटनी पर कर्नाटक सरकार से मिली हरी झंडी
    कंपनी के मैसुरु कैम्पस में हुई छंटनी की कर्नाटक सरकार की लेबर मिनिस्ट्री ने जांच की थी। इस जांच की अंतरिम रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी की ओर से किसी श्रम कानून का उल्लंघन नहीं किया गया है। राज्य के लेबर डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने इंफोसिस के मैसुरु कैम्पस का दौरा किया था। कंपनी ने अपने हायरिंग प्रोसेस और फ्रेशर्स की छंटनी के कारण की जानकारी दी है।
  • TCS पर अमेरिका में H-1B वीजा फ्रॉड का आरोप, ट्रंप सरकार कर सकती है जांच
    भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए अमेरिका सबसे बड़ा मार्केट है। TCS के पूर्व वर्कर Anil Kini ने आरोप लगाया था कि कंपनी अमेरिका में अधिक वर्कर्स को भेजने के लिए वीजा की जरूरत को लेकर गलत जानकारी देती है। Kini ने कहा था कि TCS लॉटरी सिस्टम के जरिए अधिक वीजा हासिल करने के लिए अपनी पोजिशंस से अधिक पेटिशंस दाखिल करती है।
  • इंफोसिस में फ्रेशर्स की छंटनी के विवाद के बाद ट्रेनी का इंटरनल असेसमेंट टला
    इंफोसिस का कहना है कि इस ट्रेनीज को तैयारी के लिए ज्यादा समय देने के उद्देश्य से इस असेसमेंट को टाला गया है। IT वर्कर्स की यूनियन Nascent Information Technology Employees Senate (NITES) ने दावा किया है कि उसकी कोशिश और सरकार की कार्रवाई की वजह से लगभग 800 ट्रेनीज के असेसमेंट को टाल दिया गया है। NITES ने लेबर मिनिस्ट्री के सामने इंफोसिस के मैसुरु कैम्पस में फ्रेशर्स की छंटनी का मुद्दा उठाया था।
  • इंफोसिस की बढ़ी मुश्किल, वर्कर्स की छंटनी पर केंद्र सरकार का सख्त रवैया
    मिनिस्ट्री ऑफ लेबर एंड एंप्लॉयमेंट ने कर्नाटक की लेबर मिनिस्ट्री को इंफोसिस में फ्रेशर्स की छंटनी के विवाद का समाधान करने के लिए जरूरी कार्रवाई का निर्देश दिया है। IT वर्कर्स की यूनियन Nascent Information Technology Employees Senate (NITES) ने इससे पहले लेबर मिनिस्ट्री के सामने इंफोसिस के मैसुरु कैम्पस में फ्रेशर्स की छंटनी का मुद्दा उठाया था।
  • ChatGPT, DeepSeek पर सरकार का सख्त रवैया, फाइनेंस मिनिस्ट्री में AI टूल्स  पर लगी रोक
    इन टूल्स में ChatGPT और हाल ही में पेश किया गया चीन का DeepSeek शामिल हैं। भारत में इन AI टूल्स को लेकर केंद्र सरकार का रवैया सख्त है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने सरकारी दस्तावेजों और डेटा की गोपनीयता को रिस्क के मद्देनजर अपने कर्मचारियों से इन AI टूल्स से बचने को कहा है।ऑस्ट्रेलिया और इटली जैसे देशों ने भी डेटा की सिक्योरिटी के लिए रिस्क की वजह से DeepSeek के इस्तेमाल पर पाबंदियां लगाई हैं।
  • IT सेक्टर पर AI का असर, Salesforce में सैंकड़ों वर्कर्स की छंटनी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए यह कंपनी वर्कर्स की हायरिंग कर रही है। पिछले कुछ महीनों में बहुत सी टेक्नोलॉजी कंपनियों ने बड़ी संख्या में वर्कर्स की छंटनी की है। Bloomberg की एक रिपोर्ट के अनुसार, Salesforce में 1,000 से अधिक जॉब्स पर असर पड़ेगा। हालांकि, छंटनी के दायरे में आने वाले वर्कर्स को कंपनी में अन्य जॉब्स के लिए आवेदन करने का मौका दिया जाएगा।
  • महाकुंभ में कम्युनिकेशंस को मजबूत बनाने में मदद कर रही BSNL
    उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में कनेक्टिविटी को सुनिश्चित करने में BSNL मदद कर रही है। महाकुंभ के मेला क्षेत्र में BSNL ने एक कस्टमर सर्विस सेंटर बनाया है, जहां श्रद्धालुओं को मुफ्त SIM कार्ड, शिकायतों के समाधान और कम्युनिकेशन सर्विसेज उपलब्ध कराई जा रही हैं। महाकुंभ में देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे श्रद्धालुओं को उनके संबंधित सर्कल से मुफ्त SIM कार्ड उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
  • भारत में Apple के प्रोडक्ट्स में यूजर्स को सिक्योरिटी के रिस्क की चेतावनी
    इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने यह चेतावनी जारी की है। CERT-In ने एपल के आईफोन, टैबलेट्स और लैपटॉप्स के ऑपरेटिंग सिस्टम में सिक्योरिटी से जुड़ी कमियां पाई हैं। कंपनी के लिए भारत बड़े मार्केट्स में शामिल है। CERT-in की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि एपल के प्रोडक्ट्स में सिक्योरिटी से जुड़ी कमियां मिली हैं। इससे हैकर्स संवेदनशील जानकारी तक पहुंच सकते हैं।
  • गूगल के वर्कर्स ने की जॉब सिक्योरिटी की डिमांड
    कंपनी के वर्कर्स ने 'जॉब सिक्योरिटी' शीर्षक वाली एक इंटरनल पेटिशन शुरू की है। पिछली कुछ तिमाहियों में Amazon और Meta सहित बहुत सी बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों ने छंटनी की है। गूगल के 1,250 से अधिक वर्कर्स ने इस पेटिशन पर साइन किए हैं। इससे कंपनी में छंटनी की आशंका को लेकर वर्कर्स में बढ़ती चिंता का संकेत मिल रहा है।
  • दुनिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर गुजरात के जामनगर में बनाएंगे मुकेश अंबानी
    बिलिनेयर Mukesh Ambani की कंपनी Reliance Industries (RIL) ने दुनिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर गुजरात के जामनगर में बनाने की योजना तैयार की है। इससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में देश की क्षमता बढ़ेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने AI से जुड़ी बड़ी कंपनियों में शामिल Nvidia से AI सेमीकंडक्टर्स खरीदे हैं। हालांकि, रिलायंस की ओर से डेटा सेंटर से जुड़े प्रोजेक्ट की जानकारी नहीं दी गई है।
  • इंफोसिस के हैदराबाद कैम्पस में मिलेंगी 17,000 जॉब्स
    कंपनी के तेलंगाना में हैदराबाद के कैम्पस के एक्सटेंशन में 17,000 अतिरिक्त जॉब्स जेनरेट होंगी। हैदराबाद के Pocharam में मौजूद इंफोसिस के इस कैम्पस में 35,000 से अधिक वर्कर्स कार्य करते हैं। यह देश में कंपनी के बड़े कैम्पस में शामिल है। पिछले वर्ष कंपनी को नए ग्रेजुएट्स की जॉइनिंग को टालने की वजह से आलोचना का सामना करना पड़ा था।
  • ट्रंप के प्रेसिडेंट बनने के बाद बढ़ सकती है MicroStrategy की बिटकॉइन खरीदने की स्पीड 
    बिटकॉइन ने सोमवार को 1,09,241 डॉलर का नया हाई लेवल बनाया है। ट्रंप ने बिटकॉइन का रिजर्व बनाने का भी संकेत दिया था। पिछले कुछ सप्ताह से अमेरिकी कंपनी माइक्रोस्ट्रैटेजी लगातार इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी की खरीदारी कर रही है। इस कंपनी के को-फाउंडर, Michael Saylor ने बिटकॉइन की होल्डिंग बढ़ाने का संकेत दिया है।
  • बिटकॉइन खरीदने के लिए करोड़ों शेयर्स इश्यू करेगी सॉफ्टवेयर कंपनी MicroStrategy
    इस अमेरिकी कंपनी की योजना अपनी बिटकॉइन की होल्डिंग को बढ़ाने की है। इसके लिए कंपनी अपने ऑथराइज्ड A क्लास कॉमन स्टॉक को लगभग 33 करोड़ शेयर्स से बढ़ाकर 10 अरब से अधिक शेयर्स करने की योजना बना रही है। इस योजना को 21 जनवरी को माइक्रोस्ट्रैटेजी के शेयरहोल्डर्स की मीटिंग में वोटिंग के लिए पेश किया जा सकता है।
  • इंफोसिस का प्रॉफिट बढ़कर 6,806 करोड़ रुपये, नई हायरिंग करेगी कंपनी 
    तीसरी तिमाही में कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू सात प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 41,764 करोड़ रुपये का है। इस रेवेन्यू में फाइनेंशियल सर्विसेज और मैन्युफैक्चरिंग वर्टिकल्स की हिस्सेदारी लगभग 27.8 प्रतिशत और लगभग 15.5 प्रतिशत की रही है। भारत और यूरोप में कंपनी ने वर्ष-दर-वर्ष आधार पर डबल डिजिट में ग्रोथ हासिल की है।

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