अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple ने iPhone 16e को लॉन्च किया है। यह लगभग तीन वर्ष पहले पेश किए गए iPhone SE की जगह लेगा। कंपनी के इस अफोर्डेबल आईफोन में OLED डिस्प्ले और Apple Intelligence फीचर्स के लिए सपोर्ट है। इसमें एक बड़ा अपग्रेड कंपनी का नया प्रॉपराइटरी C1 मॉडम के तौर पर किया गया है।
एपल ने 5G मॉडम की सप्लाई के लिए Qualcomm पर निर्भरता घटाने की कोशिश में पिछले कुछ वर्षों में बड़ा खर्च कर C1 मॉडम बनाया है। कंपनी का दावा है कि यह आईफोन का सबसे अधिक एफिशिएंसी वाला मॉडम है। इससे तेज और विश्वसनीय 5G कनेक्टिविटी मिलती है। आईफोन 16e का इंटरनल डिजाइन और iOS 18 का एडवांस्ड पावर मैनेजमेंट बैटरी के इस्तेमाल की अवधि को भी बढ़ाता है।
एपल ने बताया है कि नया आईफोन 26 घंटे तक का वीडियो प्लेबैक दे सकता है। इसकी तुलना में आईफोन 16 में सिंगल चार्ज पर लगभग 22 घंटे का वीडियो प्लेबैक मिलता है।
हालांकि, आईफोन 16e में EHF बैंड के लिए सपोर्ट नहीं है। इस वजह से इसकी डाउनलोड और अपलोड स्कीम कम हो सकती है। भारत में एपल की बिक्री तेजी से बढ़ी है। पिछले वर्ष देश में
कंपनी ने स्मार्टफोन की शिपमेंट्स का रिकॉर्ड बनाया है। कंपनी की iPhone की शिपमेंट्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर चार प्रतिशत बढ़कर लगभग 15.1 करोड़ यूनिट्स की रही हैं। मार्केट रिसर्च फर्म इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (IDC) की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष पहली छमाही में एपल के स्मार्टफोन्स की शिपमेंट्स में सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, दूसरी छमाही में कंपनी के लिए ग्रोथ घटकर लगभग दो प्रतिशत की थी।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी के लिए वर्ष-दर-वर्ष आधार पर आईफोन की शिपमेंट्स की ग्रोथ कम रहने का कारण चौथी तिमाही में कमजोर सीजन था। चौथी तिमाही में आईफोन की शिपमेंट्स लगभग 3.6 करोड़ यूनिट्स की रही हैं। यह इन शिपमेंट्स में लगभग तीन प्रतिशत की कमी है। पिछले वर्ष आईफोन्स की शिपमेंट्स में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी के बावजूद एपल के लिए स्मार्टफोन्स का एवरेज सेलिंग प्राइस (ASP) बढ़कर लगभग 259 डॉलर (लगभग 22,480 रुपये) का था। एंट्री प्रीमियम सेगमेंट में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 35 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। इस सेगमेंट में 200 डॉलर से 400 डॉलर तक के प्राइस वाले स्मार्टफोन्स होते हैं।