भारत में Apple के प्रोडक्ट्स में यूजर्स को सिक्योरिटी के रिस्क की चेतावनी

एपल के डिवाइसेज को नए वर्जन पर अपडेट करने की सलाह दी गई है। हाल ही में एपल ने iPhone, iPad और Mac के यूजर्स के लिए नया सॉफ्टवेयर अपडेट जारी किया था

भारत में Apple के प्रोडक्ट्स में यूजर्स को सिक्योरिटी के रिस्क की चेतावनी

इस एडवाइजरी में यूजर्स को एपल के डिवाइसेज को नए वर्जन पर अपडेट करने की सलाह दी गई है

ख़ास बातें
  • इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने यह चेतावनी जारी की है
  • एपल के डिवाइसेज के ऑपरेटिंग सिस्टम में सिक्योरिटी की कमियां मिली हैं
  • यूजर्स को एपल के डिवाइसेज को नए वर्जन पर अपडेट करने की सलाह दी गई है
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दुनिया भर में लोकप्रिय आईफोन और iPad बनाने वाली Apple के कुछ प्रोडक्ट्स के लिए भारत में सिक्योरिटी के हाई रिस्क की चेतावनी दी गई है। इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने यह चेतावनी जारी की है। CERT-In ने एपल के आईफोन, टैबलेट्स और लैपटॉप्स के ऑपरेटिंग सिस्टम में सिक्योरिटी से जुड़ी कमियां पाई हैं। 

एपल के लिए भारत बड़े मार्केट्स में शामिल है। CERT-in की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि एपल के प्रोडक्ट्स में सिक्योरिटी से जुड़ी कमियां मिली हैं। इससे हैकर्स संवेदनशील जानकारी तक पहुंच सकते हैं, सिक्योरिटी की बंदिशों को पार कर सकते हैं और डेटा में बदलाव कर सकते हैं। इस एडवाइजरी में Apple के macOS Sequoia versions 15.3 से पहले के वर्जन, macOS Sonoma 14.7.3 से पहले के वर्जन, macOS Ventura 13.7.3 से पहले के वर्जन और iPadOS 17.7.4 से पहले के वर्जन के लिए सिक्योरिटी के रिस्क की जानकारी दी गई है। इसके अलावा iOS, tvOS और iPadOS के 18.3 से पहले के वर्जन, Safari के 18.3 से पहले के वर्जन के लिए भी सिक्योरिटी के हाई रिस्क की चेतावनी दी गई है। 

इस एडवाइजरी में यूजर्स को एपल के डिवाइसेज को नए वर्जन पर अपडेट करने की सलाह दी गई है। हाल ही में एपल ने iPhone, iPad और Mac के यूजर्स के लिए नया सॉफ्टवेयर अपडेट जारी किया था। हाल ही में CERT-In ने Google के क्रोम ब्राउजर का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए हाई-रिस्क की चेतावनी दी थी। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत आने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की ओर से जारी की गई इस चेतावनी में यूजर्स को गूगल क्रोम ब्राउजर और ChromeOS वाले डिवाइसेज को अपडेट करने की सलाह दी गई है। 

CERT-In की एडवाइजरी में बताया गया है कि गूगल क्रोम के पुराने वर्जन में कुछ कमियां हैं जिससे यूजर्स के डेटा और सिस्टम को रिस्क है। इसमें Windows और Mac के लिए Google Chrome के 132.0.6834.110/111 से पुराने वर्जन, Linux के लिए 132.0.6834.110 और 16093.68.0 से पहले के ChromeOS वर्जन शामिल हैं। इसका समाधान करने के लिए गूगल ने डेस्कटॉप प्लेटफॉर्म्स पर गूगल क्रोम के लिए Stable Channel अपडेट रिलीज किया है। गूगल ने बताया है कि यह अपडेट जल्द ही सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा। Chromebook के यूजर्स को भी डिवाइसेज को ChromeOS के नए वर्जन पर अपडेट करने की सलाह दी गई है। 
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आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

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