बड़ी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों में शामिल Ola Electric ने मार्च में 53,000 से ज्यादा यूनिट्स की बिक्री की है। यह कंपनी की सबसे अधिक मासिक बिक्री है। पिछले वित्त वर्ष में ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री 115 प्रतिशत बढ़कर 3,28,785 यूनिट्स की रही। इससे पिछले वित्त वर्ष में इसने 1,52,741 यूनिट्स बेची थी।
कंपनी ने बताया कि पिछले फाइनेंशियल ईयर में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट 30 प्रतिशत बढ़ा है।
ओला इलेक्ट्रिक का इस मार्केट में पहला स्थान है। इस वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 42 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है। पिछली तिमाही में कंपनी ने 1,19,310 यूनिट्स बेची हैं। पिछले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री तेजी से बढ़ी है। ओला इलेक्ट्रिक के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, Anshul Khandelwal ने कहा, "पिछला वर्ष हमारे और EV इंडस्ट्री के लिए अच्छा रहा है। हमने वॉल्यूम और मार्केट शेयर दोनों में निरंतर बढ़त हासिल की है। हमने पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में लगभग 1.20 लाख रजिस्ट्रेशंस दर्ज किए हैं।"
ओला इलेक्ट्रिक के सर्विस सेंटर्स की संख्या बढ़कर 450 पर पहुंच गई है। पिछले महीने
कंपनी ने 450वां सर्विस सेंटर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में खोला था। इसका लक्ष्य अप्रैल के अंत तक सर्विस सेंटर्स की संख्या को बढ़ाकर 600 करने का है। कंपनी ने अपने फास्ट चार्जिंग नेटवर्क को भी बढ़ाने की योजना बनाई है। इसने एक पोर्टेबल फास्ट चार्जर भी पेश किया है। इस 3 kW के चार्जर का प्राइस 29,999 रुपये का है। हाल ही में कंपनी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के लिए आठ वर्ष या 80,000 किलोमीटर तक एक्सटेंडेड वॉरंटी की पेशकश की थी।
यह S1 Pro, S1 Air, S1 X+ और S1 X इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बिक्री करती है। ओला इलेक्ट्रिक ने लिथियम आयन सेल्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए तमिलनाडु के कृष्णागिरी में फैक्टरी लगाई है। इस फैक्टरी के पूरी कैपेसिटी तक पहुंचने पर लगभग 25,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। इस फैक्टरी की कैपेसिटी 100 GWh की होगी। कंपनी ने इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के जरिए 66.2 करोड़ डॉलर हासिल करने की योजना बनाई है। इसमें नए शेयर्स जारी करने के साथ मौजूदा इनवेस्टर जापान के SoftBank के शेयर्स की भी बिक्री की जाएगी। कंपनी इस IPO से मिलने वाले फंड के कुछ हिस्से का इस्तेमाल लिथियम आयन सेल्स बनाने वाली फैक्टरी के विस्तार में करेगी।