मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार को भी तेजी जा रही। इसका प्राइस 1.57 प्रतिशत बढ़कर 26,560 डॉलर पर पहुंच गया। पिछले एक दिन में बिटकॉइन में 623 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में भी तेजी है। इसका कारण दिवालिया हो चुके एक्सचेंज FTX को अमेरिका में एक कोर्ट से क्रिप्टोकरेंसीज बेचकर क्रेडिटर्स का उधार चुकाने की अनुमति मिलना हो सकता है।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 2.06 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,620 डॉलर पर था। Avalanche, Tether, Binance Coin, Ripple, Cardano, Polkadot, Polygon, Litcoin और Bitcoin Cash जैसी क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइस भी बढ़े हैं। हालांकि, क्रिप्टो मार्केट के वैल्यूएशन में पिछले एक दिन में 1.20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई है। यह लगभग 1.04 लाख करोड़ डॉलर का था।
CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets 360 को बताया, "दिवालिया हो चुके FTX एक्सचेंज को अपने 3.4 अरब डॉलर से अधिक के क्रिप्टो एसेट्स बेचने की कोर्ट से अनुमति मिल गई है। इससे मार्केट में बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा प्राइसेज में पहले ही इसके असर को शामिल किया गया है। FTX के पास Solana में बड़ी होल्डिंग है लेकिन इनमें से अधिकतर स्टेक्ड है और बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं है।" CoinSwitch Markets Desk के सीनियर मैनेजर, Shubham Hudda ने कहा, "बिटकॉइन में पिछले एक दिन की तेजी अमेरिका में इन्फ्लेशन डेटा आने के बावजूद है। यह इन्फ्लेशन पिछले वर्ष जून के बाद से सबसे अधिक बढ़ी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि बिटकॉइन मौजूदा प्राइस लेवल को बरकरार रखता है या नहीं। इसके लिए सपोर्ट लेवल 24,500 डॉलर का है।"
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बनाए रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी
क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। भारत की G20 अध्यक्षता के हिस्से के तहत टॉप एजेंडों में क्रिप्टोकरेंसीज का रेगुलेशन भी शामिल था। मोदी का कहना था कि क्रिप्टो के लिए वैश्विक सहमति से रूल्स बनाए जाने चाहिए जो सभी देशों के लिए समान हों।