मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में कुछ दिनों की गिरावट के बाद बुधवार को तीन प्रतिशत से अधिक की तेजी रही। इसका प्राइस बढ़कर 25,937 डॉलर पर पहुंच गया। पिछले एक दिन में बिटकॉइन के प्राइस में 1,785 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether में भी 2.72 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसका प्राइस 1,596 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में Ether का प्राइस लगभग 41 डॉलर बढ़ा है। क्रिप्टो फर्म Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets 360 को बताया, "इस तेजी से पीछे बिटकॉइन स्पॉट ETF में प्रतिस्पर्धा बढ़ना हो सकता है। Franklin Templeton ने अमेरिकी सिक्योरिटीज रेगुलेटर के पास इसके लिए आवेदन जमा किया है। इसके अलावा 0.1 बिटकॉइन होल्ड करने वाले वॉलेट्स की संख्या भी 1.2 करोड़ के साथ उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इससे बिटकॉइन में दिलचस्पी बढ़ने का संकेत मिल रहा है।"
इसके अलावा Binance Coin, Ripple, Cardano, Solana, Polkadot, Litecoin, Chainlink और Monero में भी कुछ तेजी थी। हालांकि, USD Coin, Stellar और Binance USD जैसी कुछ क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइस में मामूली गिरावट रही। पिछले एक दिन में क्रिप्टो मार्केट का वैल्यूएशन 2.24 प्रतिशत बढ़कर 1.03 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया।
CoinSwitch Markets Desk के सीनियर मैनेजर, Shubham Hudda ने Gadgets 360 को बताया, "अमेरिका में FTX के अदालती मामले के फैसले के साथ ही इन्फ्लेशन का डेटा बुधवार को आना है। इन्फ्लेशन में बढ़ोतरी होने पर क्रिप्टो मार्केट में गिरावट हो सकती है।" हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए
रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बनाए रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। भारत की G20 अध्यक्षता के हिस्से के तहत टॉप एजेंडों में क्रिप्टोकरेंसीज का रेगुलेशन भी शामिल था। मोदी का कहना था कि क्रिप्टो के लिए वैश्विक सहमति से रूल्स बनाए जाने चाहिए जो सभी देशों के लिए समान हों। उनका कहना था, "टेक्नोलॉजी में बदलाव की तेज रफ्तार एक वास्तविकता है और इसे अनदेखा करने का कोई मतलब नहीं है। इससे जुड़े रूल्स एक देश या देशों के समूह से नहीं जुड़े होने चाहिए।"