CCI ने कंपनी पर अपनी दबदबे वाली स्थिति का गलत इस्तेमाल करने के लिए 213.14 करोड़ रुपये की पेनाल्टी लगाई है। यह मामला इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp की लगभग तीन वर्ष पहले लागू की गई प्राइवेसी पॉलिसी से जुड़ा है। वॉट्सऐप का मालिकाना हक Meta के पास है। इस पॉलिसी के तहत, वॉट्सऐप और Facebook जैसी Meta की अन्य फर्मों के बीच डेटा शेयरिंग को अनिवार्य किया गया था।
अमेरिकी क्रिप्टो एक्सचेंज Binance ने दावा किया है कि उसकी इंटेलिजेंस डिविजन ने इस गेमिंग स्कैम का खुलासा करने में काफी मदद की थी। ED ने Fiewin गेमिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ी संदिग्थ ट्रांजैक्शंस पकड़ने के बाद इसे फ्रॉड करार दिया था। ED ने अपनी जांच में कहा था कि Fiewin एक वैध ऐप की आड़ में ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग की पेशकश कर रही है और यूजर्स के साथ कथित तौर पर फ्रॉड कर रही है
अधिक टैक्स होने के बावजूद इनवेस्टर्स की क्रिप्टोकरेंसीज में दिलचस्पी बढ़ रही है। यह लगातार दूसरा वर्ष है जिसमें क्रिप्टोकरेंसीज में इनवेस्टमेंट को लेकर दुनिया में भारत की हाई रैकिंग है। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में रेगुलेटर्स ने इस सेगमेंट की कुछ फर्मों के खिलाफ कड़े कदम भी उठाए हैं। हाल ही में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक Binance को देश में 772 करोड़ रुपये के GST का भुगतान करने का नोटिस मिला था
कंपनी ने कहा था कि देश में Google के एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स की बड़ी संख्या है और उसके पास इस मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी नहीं है। CCI की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है
Avalanche, Tether, Solana, Polkadot, Litecoin, Stellar, Bitcoin SV, Cardano और Elrond में भी तेजी थी। क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 0.91 प्रतिशत घटकर लगभग 2.28 लाख करोड़ डॉलर पर था
इस मामले में Binance ने लगभग 4.32 अरब डॉलर की आपराधिक पेनल्टी चुकाने पर सहमति दी थी। यह किसी आपराधिक मामले में जस्टिस डिपार्टमेंट की ओर से लगाए गए बड़े जुर्मानों में से एक था
Ether में भी बड़ा नुकसान था। इसका प्राइस लगभग 5.27 प्रतिशत कम होकर लगभग 3,004 डॉलर पर था। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर यह लगभग 2,997 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था
इस महीने की शुरुआत में फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने PPBL पर पांच करोड़ रुपये से अधिक की पेनल्टी लगाई है। इसका कारण Paytm Payments Bank के एकाउंट्स के जरिए भेजी गई अवैध रकम की रिपोर्ट देने में हुए उल्लंघन हैं
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी डीपफेक्स को लेकर चेतावनी दी थी। मोदी ने बताया था कि उन्होंने चैटजीपीटी की टीम से डीपफेक की पहचान करने और ऐसे वीडियो के इंटरनेट पर प्रसारित होने पर चेतावनी जारी करने को कहा है