क्रिप्टो एक्सचेंज CoinSwitch की ओर से इस मार्केट पर जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे अधिक वैल्यू वाली क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin देश में काफी लोकप्रिय है
Tether वॉल्यूम के लिहाज से सबसे बड़ा स्टेबलकॉइन है और इसने कई क्रिप्टो निवेशकों का ध्यान खींचा है। स्टेबलकॉइन असल में काफी हद तक स्टेबल रहता है और इसे निवेश के लिए इसे अच्छा माना जाता है
बहुत से देशों में रेगुलेटर्स ने भी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इनवेस्टर्स को चेतावनी दी है। इससे भी मार्केट पर प्रेशर बढ़ा है। कुछ क्रिप्टो फर्मों के डिफॉल्ट करने से भी इस मार्केट को लेकर आशंकाएं हुई हैं
पिछले वर्ष नवंबर में बिटकॉइन ने 67,000 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था। इसके बाद से इसमें काफी गिरावट आई है। इसका प्राइस गिरने से इनवेस्टर्स के साथ ही इस सेगमेंट से जुड़ी फर्मों को भी बड़ा नुकसान हुआ है
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether के प्राइस में बिटकॉइन से अधिक तेजी रही। इसका प्राइस लगभग 1,322 डॉलर पर था। Ethereum ब्लॉकचेन के एनर्जी एफिशिएंट अपग्रेड Merge के लॉन्च का Ether को फायदा मिल रहा है
इस अपग्रेड में Ethereum के डिवेलपर्स ने इसके माइनिंग प्रोटोकॉल की प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) सिस्टम से प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) पर दोबारा कोडिंग की है। इससे Ethereum की एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है
Ether के प्राइस में भी 'Merge' अपग्रेड के बाद से बढ़ोतरी हो रही है। पिछले एक दिन में यह लगभग 4 प्रतिशत की तेजी के साथ ग्लोबल एक्सचेंजों पर लगभग 1,350 डॉलर पर था
वोलैटिलिटी के बीच क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन एक लाख करोड़ डॉलर से कम है। CoinMarketCap के अनुसार, ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट की वैल्यू लगभग 0.62 प्रतिशत बढ़कर 988 अरब डॉलर से कुछ अधिक की थी
Cuban ने इसके प्राइस को लेकर को पूर्वानुमान नहीं दिया है। वह मानते हैं कि इस ब्लॉकचेन की उपयोगिता अधिक होने के कारण यह सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin से बेहतर है
Ethereum माइनर्स को ब्लॉकचेन पर ट्रांजैक्शंस का ऑर्डर देने के लिए बड़े सर्वर फार्म्स का इस्तेमाल करना पड़ता है जिससे इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत होती है और कार्बन एमिशन बढ़ता है
Ethereum माइनर्स को ब्लॉकचेन पर ट्रांजैक्शंस का ऑर्डर देने के लिए बड़े सर्वर फार्म्स का इस्तेमाल करना पड़ता है जिससे इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत होती है और कार्बन एमिशन बढ़ता है