क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी, बिटकॉइन और Ether के प्राइस में कमी 

इंटरनेशनल एक्सचेंजों Binance और CoinMarketCap पर बिटकॉइन लगभग 0.40 प्रतिशत घटकर लगभग 19,043 डॉलर पर था

क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी, बिटकॉइन और Ether के प्राइस में कमी 

पिछले वर्ष नवंबर में बिटकॉइन ने 67,000 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था

ख़ास बातें
  • Ether के प्राइस में लगभग एक प्रतिशत की गिरावट रही
  • पिछले वर्ष महीनों में बिटकॉइन काफी टूटा है
  • कुछ देशों में रेगुलेटर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज के खिलाफ चेतावनी दी है
विज्ञापन
सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के प्राइस पर बुधवार को क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी का असर पड़ा। बिटकॉइन का प्राइस 0.42 प्रतिशत घटकर 19,026 डॉलर पर था। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से इस सबसे अधिक वैल्यू वाली क्रिप्टोकरेंसी का इंटरनेशनल  एक्सचेंजों पर भी प्राइस गिरा है। 

Binance और CoinMarketCap पर बिटकॉइन लगभग 0.40 प्रतिशत घटकर लगभग 19,043 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी लगभग एक प्रतिशत की गिरावट हुई। Gadgets 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, Ether का प्राइस लगभग 1,278 डॉलर पर था। Ethereum ब्लॉकचेन के एनर्जी एफिशिएंट 'Merge' अपग्रेड को 15 सितंबर को शुरू किया गया था। इससे ट्रांजैक्शंस में तेजी आने और एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है। इस अपग्रेड में Ethereum के डिवेलपर्स इसके माइनिंग प्रोटोकॉल की प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) सिस्टम से प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) पर दोबारा कोडिंग कर रहे हैं। इससे Ethereum की एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है। इस ब्लॉकचेन पर 100 अरब डॉलर से अधिक के डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) ऐप्स को सपोर्ट मिलता है और इस वजह से अपग्रेड को लेकर सतर्कता बरती गई है। अपग्रेड से stETH कहे जाने वाले क्रिप्टो डेरिवेटिव टोकन के इनवेस्टर्स को भी राहत मिल सकती है। 

क्रिप्टो का ग्लोबल मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले एक दिन में लगभग 0.62 प्रतिशत गिरा है। ज्यादातर ऑल्टकॉइन्स के प्राइस में कमी हुई है। इनमें Cardano, Solana, Polygon और Tron शामिल थे। मीम कॉइन्स Dogecoin और Shiba Inu में भी गिरावट रही। हालांकि, Tether, USD Coin, Binance Coin, Stellar, Monero और Elrond के प्राइस में तेजी आई। 

पिछले वर्ष नवंबर में बिटकॉइन ने 67,000 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था। इसके बाद से इसमें काफी गिरावट आई है। इसका प्राइस गिरने से इनवेस्टर्स के साथ ही इस सेगमेंट से जुड़ी फर्मों को भी बड़ा नुकसान हुआ है। बहुत से देशों में रेगुलेटर्स ने भी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इनवेस्टर्स को चेतावनी दी है। इससे भी मार्केट पर प्रेशर बढ़ा है। चीन ने पिछले वर्ष क्रिप्टो से जुड़ी ट्रांजैक्शंस के साथ ही बिटकॉइन की माइनिंग पर भी पाबंदी लगा दी थी। अमेरिका सहित कुछ देशों में बिटकॉइन माइनिंग में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत का विरोध किया जा रहा है। ईरान ने हाल ही में क्रिप्टो माइनिंग के कारण इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई में रुकावट आने के बाद कड़े नियम लागू किए थे।  

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. मुफ्त चाहिए Amazon Prime और Netflix तो Jio के ये प्लान हैं जबरदस्त
  2. Vivo Y19s 5G vs iQOO Z10 Lite 5G vs Moto G45 5G: 12 हजार में कौन है बेस्ट
  3. 22 हजार रुपये सस्ता मिल रहा 48 मेगापिक्सल कैमरा वाला iPhone
  4. UPI ट्रांजैक्शंस ने बनाया रिकॉर्ड, 27 लाख करोड़ से अधिक की वैल्यू
  5. क्रिप्टोकरेंसी की इंटरनेशनल माइनिंग में चौथा सबसे बड़ा देश बना ईरान
  6. Vivo X300 Ultra हो सकता है डुअल 200 मेगापिक्सल कैमरों वाला पहला स्मार्टफोन
  7. Royal Enfield ने पेश की Flying Flea S6 इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल, जबरदस्त लुक और भरपूर स्मार्ट फीचर्स!
  8. Moto G67 Power 5G में होगी 6.7 इंच LCD स्क्रीन, 7,000mAh बैटरी
  9. Beaver Moon: 5 नवंबर को आसमान में खिलेगा 'बीवर मून', क्यों खास है चांद का यह रूप, जानें
  10. बोतल में बंद हो रहा है 'सूरज', AI से होगा कंट्रोल, NVIDIA के इस प्रोजेक्ट ने उड़ा डाले होश!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »