पिछले सप्ताह इस चुनाव का परिणाम आने के बाद से कंपनी का शेयर 39 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है। Tesla के CEO, Elon Musk ने ट्रंप का खुलकर समर्थन किया था। इनवेस्टर्स को उम्मीद है कि नई अमेरिकी सरकार से टेस्ला को फायदा होगा। Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप की जीत के बाद से टेस्ला की मार्केट वैल्यू 300 अरब डॉलर से ज्यादा बढ़ी है।
कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर एक लाख करोड़ डॉलर से अधिक हो गया। टेस्ला के CEO, Elon Musk ने इस चुनाव में ट्रंप का खुलकर समर्थन किया था। टेस्ला का शेयर शुक्रवार को छह प्रतिशत से अधिक बढ़कर 315 डॉलर से अधिक पर पहुंच गया। यह कंपनी के शेयर का दो वर्ष से अधिक का हाई लेवल है। इससे पहले गुरुवार को टेस्ला के शेयर में 19 प्रतिशत से अधिक की तेजी थी।
इनवेस्टर्स को उम्मीद है कि ट्रंप का चुनाव में समर्थन करने वाले टेस्ला के CEO, Elon Musk को इससे फायदा मिलेगा। अमेरिका में नई सरकार के EVs के लिए सब्सिडी घटाने से टेस्ला के कॉम्पिटिटर्स को बड़ा नुकसान हो सकता है। इसके अलावा ट्रंप की योजना चीन से होने वाले इम्पोर्ट पर टैरिफ बढ़ाने की भी है। इससे अमेरिका में चाइनीज EV मेकर्स की बिक्री पर बड़ा असर पड़ सकता है।
एपल ने इस प्रोजेक्ट को कैंसल कर दिया है। इसके लिए कंपनी ने BYD के साथ मिलकर लंबी रेंज की बैटरी डिवेलप करने पर कार्य किया था। एपल और चीन की BYD ने लिथियम आयरन फॉस्फेट सेल्स के इस्तेमाल वाला बैटरी सिस्टम बनाने के लिए टाई-अप किया था। इस टेक्नोलॉजी का डिजाइन लंबी रेंज वाली और सुरक्षित इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बैटरीज के लिए था।
BYD ने भारतीय बाजार में अपनी नई इलेक्ट्रिक कार BYD eMax 7 MPV लॉन्च कर दी है। BYD eMax 7 में दो बैटरी पैक दिए गए हैं। प्रीमियम वेरिएंट में 55.4kWh बैटरी दी गई है जो कि 420 किमी तक की रेंज प्रदान करती है। वहीं सुपीरियर वेरिएंट में 71.8kWh बैटरी है जो कि 530 किमी रेंज प्रदान करती है। BYD eMax 7 MPV के 6 सीटर प्रीमियम की शुरुआती एक्स शोरूम कीमत 26.90 लाख रुपये और 7 सीटर सुपीरियर वेरिएंट की शुरुआती एक्स शोरूम कीमत 29.90 लाख रुपये है।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के लिए फैक्टरी लगाने से जुड़ी कॉस्ट की स्टडी के लिए कंसल्टेंट्स को भी हायर किया है। इस फैक्टरी की शुरुआती वार्षिक कैपेसिटी लगभग 2.5 लाख यूनिट्स की हो सकती है। इसके अलावा कंपनी बैटरी बनाने की फैक्टरी पर भी विचार कर रही है
दूसरी तिमाही में अमेरिका के मार्केट में Hyundai, General Motors और Ford की हिस्सेदारी बढ़ी है। पिछले वर्ष टेस्ला की मॉडल Y दुनिया में सबसे अधिक बिकने वाली कार रही है
पिछली तिमाही में कंपनी ने मैन्युफैक्चरिंग से 33,000 यूनिट्स से अधिक यूनिट्स की बिक्री की है। टेस्ला को बिक्री का बड़ा हिस्सा कम प्राइस वाली मॉडल 3 और मॉडल Y से मिला है
टेस्ला के लिए विदेश में उसके सबसे बड़े मार्केट चीन में मुश्किलें बढ़ रही हैं। कंपनी की चीन में शंघाई की फैक्टरी से शिपमेंट्स इस वर्ष तीसरी बार गिरी हैं। चीन में टेस्ला के लिए कॉम्पिटिशन लगातार बढ़ रहा है