WhatsApp पर अब यूजर्स ऐप के अंदर ही डॉक्यूमेंट्स को स्कैन भी कर पाएंगे। यानी अब आपको डॉक्यूमेंट स्कैन करने के लिए किसी अन्य ऐप की आवश्यकता नहीं होगी। यह फीचर चैट के भीतर ही मिल जाएगा। इससे पहले यूजर को डॉक्यूमेंट स्कैन के लिए बाहर जाकर किसी थर्ड पार्टी ऐप से स्कैन करना होता था। आईफोन पर यह फीचर उपलब्ध हो चुका है। इसके Android पर भी आने की संभावना है।
WhatsApp फीचर्स पर नजर रखने वाली वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि WhatsApp जल्द अपने वेब प्लेटफॉर्म पर रिवर्स इमेज सर्च फीचर को पेश करने वाला है, जिसका उद्देश्य यूजर्स को नकली तस्वीरों की पहचान करने और गलत सूचना से निपटने में मदद करना है। बताया गया है कि मैसेजिंग प्लेटफॉर्म नया फीचर Google पर इमेज को जल्दी से अपलोड करने और सीधे ऐप से उनकी प्रामाणिकता को वैरिफाई करने में मदद करेगा। यह फीचर वर्तमान में Android के लिए ऐप के बीटा टेस्टिंग में उपलब्ध है और जल्द ही व्हाट्सऐप वेब पर भी उपलब्ध होगा।
पॉपुलर मैसिजिंग ऐप वॉट्सऐप (Whatsapp) का सपोर्ट कई स्मार्टफोन्स के लिए 1 जनवरी 2025 से बंद होने जा रहा है। वॉट्सऐप की पैरंट कंपनी मेटा (Meta) ने कहा है कि वॉट्सऐप, नए साल से उन एंड्रॉयड डिवाइसेज पर काम नहीं करेगा जो KitKat OS या फिर उससे पुराने वर्जन पर चलती हैं। वॉट्सऐप हर साल ऐसे कदम उठाता है ताकि ऐप की सिक्योरिटी और फंक्शनैलिटी नई टेक्नॉलजीज के साथ बेहतर तरीके से काम करती रहे।
WhatsApp फीचर्स पर नजर रखने वाली वेबसाइट WABetaInfo ने Android के लिए WhatsApp बीटा 2.24.24.12 वर्जन में एक नए फीचर को देखा है। ट्रैकर ने पाया कि व्हाट्सऐप कॉन्टैक्ट और ग्रुप चैट के लिए नए थीम वाले आइकन जोड़ने पर काम कर रहा है। इसके आने के बाद कॉन्टैक्ट और ग्रुप चैट के लिए, खासतौर पर बिना प्रोफाइल पिक्चर वाले अकाउंट को अलग कलर से दिखाया जाएगा।
WhatsApp एक ऐसा फीचर लेकर आ रहा है जिससे किसी भी इमेज को क्रॉस चेक किया जा सकेगा। यह रीवर्स इमेज लुकअप की सुविधा देता है। यूजर जान सकेगा कि फोटो आखिर कहां से आई है, इंटरनेट पर जो फोटो मौजूद हैं वो इससे मेल खाती हैं या नहीं। WhatsApp बीटा के Android 2.24.23.13 वर्जन में इस फीचर को जोड़ा गया है। अभी बीटा टेस्टर्स के लिए ही यह उपलब्ध है।
Google अपने शेयरिंग फीचर Quick Share को iOS में लेकर आने की तैयारी कर रही है। Google की Nearby रिपॉजिट्री खुलासा करती है कि यहां एक कमेंट में सर्विस एक्सपेंशन का इशारा मिलता है। Quick Share को Apple के कठिन इकोसिस्टम में लागू करना आसान नहीं होगा। कंपनी को एपल स्टोर की गाइडलाइन्स और कंपनी की कठिन पॉलिसी को फॉलो करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
Android के लिए WhatsApp को एक नया फीचर मिल सकता है जो ऐप के अंदर वीडियो कॉल और फोटो को कैप्चर करने को मजेदार बनाने का काम करेंगे। एक फीचर ट्रैकर के अनुसार, इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म कैमरा इफेक्ट्स को टेस्ट कर रहा है। कहा जा रहा है कि नया फीचर किसी फोटो को कैप्चर करते समय या वीडियो कॉल के दौरान यूजर्स के फेस पर फिल्टर, बैकग्राउंड और अन्य इफेक्ट जोड़ता है।
यूजर्स Android TV डिवाइस के लिए Google Play Store के जरिए JioTV+ ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, और Apple TV या Amazon के Fire OS पर काम करने वाले TV के लिए ऐप प्राप्त करने के लिए भी समान चरणों का पालन कर सकते हैं।
Android के लिए WhatsApp में एक नया फीचर आ रहा है, जो यूजर्स को अपने स्टेटस अपडेट पर दूसरों को मेंशन करने की सुविधा देगा। कहा जा रहा है कि स्टेटस अपडेट मेंशन फीचर प्राइवेट है, इसलिए केवल अपलोडर और मेंशन किए गए यूजर ही इसे देख पाएंगे। फीचर की फंक्शनेलिटी इंस्टाग्राम (Instagram) स्टोरीज के समान बताई गई है।
BSNL अपनी Live TV सर्विस जल्द ही यूजर्स के लिए उपलब्ध करवा सकती है। कंपनी ने मध्य प्रेदश में इसकी टेस्टिंग भी शुरू कर दी है। BSNL अपनी Live TV सर्विस को फाइबर टू दि होम (FTTH) कनेक्शन के माध्यम से उपलब्ध करवा रही है। Live TV देखने के लिए यूजर्स को अनलिमिटिड डेटा दिया जाएगा। यह ऐप Android TV 10 और उससे ऊपर के वर्जन पर काम करता है।
यह ऐप शुरुआत में Android TVs के लिए उपलब्ध है। इसे Google Play Store से डाउनलोड किया जा सकता है। हालांकि, इसके फीचर्स का पता नहीं चला है। इस वर्ष फरवरी में BSNL ने इंटरनेट प्रोटोकॉल टेलीविजन (IPTV) सर्विस को फाइबर के जरिए पेश किया था।
Google Play Store में अब एक बदलाव हुआ है, जिसका उद्देश्य ऐप डाउनलोड और अपडेट प्रोसेस को बेहतर बनाना है। इस बदलाव के बाद स्टोर एक साथ तीन ऐप या ऐप अपडेट डाउनलोड कर सकता है। यह अप्रैल में गूगल द्वारा प्ले स्टोर पर जोड़ी गई दो ऐप को एक साथ डाउनलोड करने की क्षमता का अपग्रेड है।
वर्तमान में केवल उन डिवाइस को WhatsApp सपोर्ट व अपडेट्स मिलेंगे, जो Android 5 या उससे नए, iOS 11 या उससे नए और Kai OS 2.5 या उससे नए वर्जन पर चल रहे हैं।
कंपनी ने कहा था कि देश में Google के एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स की बड़ी संख्या है और उसके पास इस मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी नहीं है। CCI की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है