सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के फाइनेंशियल ईयर 2026-27 में प्रॉफिट में आने की संभावना है। केंद्र सरकार ने BSNL के प्रदर्शन में सुधार के लिए कुछ उपाय किए हैं। पिछले वर्ष अप्रैल से सितंबर के बीच इसका घाटा 3,589 करोड़ रुपये का था।
संचार राज्यमंत्री Devusinh Chauhan ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में
बताया कि पिछले वर्ष अप्रैल से सितंबर की अवधि में
BSNL का रेवेन्यू 9,366 करोड़ रुपये और खर्च 12,956 करोड़ रुपये का था। इसने 2021-22 में 6,982 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। चौहान ने कहा, "BSNL के फाइनेंशियल ईयर 2026-27 में नेट प्रॉफिट हासिल करने की संभावना है।" केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लगभग चार वर्ष पहले BSNL और MTNL के लिए एक रिवाइवल पैकेज को स्वीकृति दी थी। इस पैकेज में BSNL की सर्विसेज को अपग्रेड करने के लिए नई कैपिटल लगाना, स्पेक्ट्रम एलोकेट करना, बैलेंस शीट में घाटे को कम करना और इसके साथ भारत ब्रॉडबैंड निगम लिमिटेड को मर्ज कर कंपनी के फाइबर नेटवर्क को अपग्रेड करना जैसे उपाय शामिल हैं।
BSNL की 4G टेक्नोलॉजी को 5G में अपग्रेड करने की योजना है। कंपनी के पास देश भर में लगभग 1.35 लाख मोबाइल टावर्स हैं। इसकी ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूदगी अधिक है जहां अन्य टेलीकॉम कंपनियां पूरी तरह कवरेज नहीं देती। BSNL ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) से 5G की टेस्टिंग के लिए इक्विपमेंट उपलब्ध कराने को कहा है।
पिछले वर्ष टेलीकॉम मिनिस्टर Ashwini Vaishnaw ने कहा था कि BSNL की इस सेक्टर को मजबूत करने में एक बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने बताया था, "टेलीकॉम टेक्नोलॉजी स्टेक शुरू किया जाएगा। यह 4G टेक्नोलॉजी स्टैक है जिसे पांच से सात महीनों में 5G पर अपग्रेड किया जाएगा। यह देश भर में लगभग 1.35 लाख टेलीकॉम टावर्स पर शुरू होगा।" उनका कहना था कि 5G नेटवर्क शुरू करने के बाद BSNL इस सेक्टर में एक बड़ी कंपनी बन जाएगी। देश की टॉप टेलीकॉम कंपनियों में शामिल Reliance Jio अपना मेगा 5G नेटवर्क बनाने के लिए यूरोप की टेलीकॉम इक्विपमेंट सप्लायर्स Nokia और Ericsson के साथ कॉन्ट्रैक्ट किए हैं। स्वीडन की टेलीकॉम इक्विपमेंट मेकर Ericsson ने रिलायंस जियो के साथ 5G नेटवर्क तैयार करने के लिए लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट की घोषणा की है।