• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • Google पर लगा CCI के ऑर्डर के उल्लंघन का आरोप, ऐप डिवेलपर्स से ज्यादा कमीशन ले रही कंपनी

Google पर लगा CCI के ऑर्डर के उल्लंघन का आरोप, ऐप डिवेलपर्स से ज्यादा कमीशन ले रही कंपनी

अलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (ADIF) ने CCI सहित अथॉरिटीज से इस मामले को देखने और यह सुनिश्चित करने का निवेदन किया है कि गूगल इस ऑर्डर का पूरी तरह पालन करे

Google पर लगा CCI के ऑर्डर के उल्लंघन का आरोप, ऐप डिवेलपर्स से ज्यादा कमीशन ले रही कंपनी

CCI ने कंपनी को देश में अपने एंड्रॉयड सिस्टम की मार्केटिंग के तरीके में बदलाव करने को कहा था

ख़ास बातें
  • CCI ने पिछले वर्ष गूगल पर लगभग 16.1 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया था
  • देश में लगभग 97 प्रतिशत स्मार्टफोन्स एंड्रॉयड पर चलते हैं
  • CCI ने गूगल से एंड्रॉयड सिस्टम की मार्केटिंग का तरीका बदलने को भी कहा था
विज्ञापन
ग्लोबल टेक कंपनी Google पर कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया ( CCI) के ऑर्डर का उल्लंघन करने और वैकल्पिक बिलिंग सिस्टम को चुनने वाले ऐप डिवेलपर्स से 11-26 प्रतिशत तक कमीशन वसूलने का आरोप लगा है। अलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (ADIF) ने CCI सहित अथॉरिटीज से इस मामले को देखने और यह सुनिश्चित करने का निवेदन किया है कि गूगल इस ऑर्डर का पूरी तरह पालन करे। 

डिजिटल स्टार्टअप्स से जुड़े पॉलिसी थिंक टैंक ADIF ने एक स्टेटमेंट में कहा, "हाल ही में गूगल ने ऐप डिवेलपर्स के लिए बिलिंग के तरीके में बदलाव किया है। कंपनी ने बताया है है कि अगर कोई यूजर वैकल्पिक बिलिंग सिस्टम के जरिए भुगतान करता है तो Google play की सर्विस फीस चार प्रतिशत घट जाएगी। इससे गूगल की सर्विस का इस्तेमाल नहीं करने पर भी ऐप डिवेलपर्स को कंपनी को कमीशन चुकाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।" ADIF का कहना है कि इससे CCI के ऑर्डर का गूगल पूरी तरह से उल्लंघन कर रही है। 

स्टेटमेंट में आगे कहा गया है, "यह गूगल की ओर से कानून के तहत अपनी जवाबदेही से बचने की एक अन्य कोशिश है। कंपनी का दाना है कि ये बदलाव रेगुलेटरी जरूरत के अनुसार किए गए हैं। हालांकि, यह CCI के ऑर्डर में दिए गए समाधानों का पूरी तरह उल्लंघन है।" CCI ने कंपनी को निर्देश दिया था कि उसे ऐप डिवेलपर्स पर ऐसी कोई शर्त नहीं लगानी चाहिए जो अनुचित या भेदभाव वाली होगी। इसका कोई कारण नहीं बताया गया है कि यूजर के थर्ड-पार्टी प्रोसेसिंग सर्विस का इस्तेमाल करने पर भी कंपनी 11-26 प्रतिशत की कमीशन क्यों ले रही है। 

देश में 60 करोड़ स्मार्टफोन्स में से लगभग 97 प्रतिशत एंड्रॉयड पर चलते हैं। यूरोप में लगभग 55 करोड़ स्मार्टफोन्स के लिए यह आंकड़ा लगभग 75 प्रतिशत का है। CCI ने गूगल को चलाने वाली अमेरिकी कंपनी Alphabet पर एंड्रॉयड के मार्केट में अपनी दबदबे वाली स्थिति का गलत इस्तेमाल करने के लिए पिछले वर्ष अक्टूबर में लगभग 16.1 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया था। CCI ने कंपनी को देश में अपने एंड्रॉयड सिस्टम की मार्केटिंग के तरीके में बदलाव करने को भी कहा था। गूगल ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया, "पूरे इकोसिस्टम में इन बदलावों को लागू करना एक जटिल प्रक्रिया है और इसके लिए हमारे साथ ही कई मामलों में पार्टनर्स, ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEM) और डिवेलपर्स को भी बड़ा योगदान देना होगा।" 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. क्या है WhatsApp लव स्कैम, प्रीति से मिलने के बहाने लूटे 32 लाख रुपये
  2. 10 हजार रुपये से सस्ता मिल रहा Hisense का यह QLED Google TV, जानें पूरा ऑफर
  3. GTA 6 की रिलीज तीसरी बार टली, अब इस तारीख को आएगा गेम, X पर आई Memes की बाढ़
  4. महंगे हो गए स्मार्टफोन! Oppo, Vivo, Samsung ने 2000 रुपये तक बढ़ाईं कीमतें, जानें वजह
  5. Apple Watch पर WhatsApp कैसे करें इंस्टॉल, ये चीजें होंगी जरूरी
  6. Google Drive से स्पेस कैसे करें खाली, फॉलो करें ये तरीके
  7. अब सफर होगा ज्यादा सुहाना! Google Maps में Gemini AI, बोलकर देगा सारी जानकारी
  8. OnePlus से लेकर Realme और Vivo जैसे 25 हजार रुपये में आने वाले बेस्ट स्मार्टफोन
  9. फ्रांस के म्यूजियम में 900 करोड़ की चोरी! सिक्योरिटी पासवर्ड जानकर आएगी हंसी ...
  10. Realme GT 8 Pro जल्द होगा भारत में लॉन्च, Snapdragon 8 Elite Gen 5 चिपसेट
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »