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  • Apple के वीडियो कॉलिंग ऐप FaceTime को रूस ने किया ब्लॉक, जानें वजह
    Apple के वीडियो कॉलिंग और मैसेजिंग ऐप FaceTime को रूस ने ब्लॉक कर दिया है। इसी के साथ Snapchat पर भी ऐसा ही प्रतिबंध लगाया गया है। रूस के कम्युनिकेशन रेगुलेटर Roskomnadzor की ओर से ऐप को ब्लॉक करने की बात कही गई है। रेगुलेटर का कहना है कि FaceTime और Snapchat के जरिए देश में क्रिमिनल एक्टिविटीज की जा रही थीं जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता था।
  • Cloudflare Outage: Groww, Canva, BookMyShow के साथ ठप्प पड़े कई ऐप्स और वेबसाइट्स!
    Cloudflare आज 5 दिसंबर को अचानक “internal service degradation” का सामना कर रहा है, जिसके चलते दुनियाभर में कई ऐप्स और वेबसाइट्स प्रभावित हुई हैं। भारत में Downdetector पर 30 मिनट में करीब 1,000 रिपोर्ट दर्ज हुईं और सबसे ज्यादा असर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर दिखाई दिया। Zerodha, Angel One और Groww जैसे ऐप्स में लॉगिन, ऑर्डर प्लेसमेंट और लाइव मार्केट डेटा की समस्याएं लगातार यूजर्स ने रिपोर्ट कीं। BookMyShow और Canva में भी आउटेज का असर दिखा। Cloudflare ने भी आउटेज स्वीकारते हुए बताया कि दिक्कत मुख्य रूप से कंपनी के डैशबोर्ड और APIs से जुड़ी है। इससे पहले नवंबर 2025 में भी कंपनी को इसी तरह का ग्लोबल आउटेज झेलना पड़ा था।
  • Best Apps for Air Travel in India: हवाई यात्रा कर रहे हैं? ये काम के ऐप्स फोन में रखना न भूलें
    पिछले कुछ दिनों से IndiGo फ्लाइट्स के डिले ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है, और ऐसी स्थिति में सही ऐप्स आपके पूरे ट्रैवल को मैनेज करने में बड़ी मदद करते हैं। Flightradar24 और FlightAware रियल-टाइम फ्लाइट स्टेटस बताते हैं, जबकि एयरलाइन ऐप्स गेट चेंज और शेड्यूल अपडेट सबसे पहले दिखाते हैं। लंबी देरी की हालत में IRCTC और RedBus जैसे ऐप्स बैकअप ट्रैवल विकल्प ढूंढने में काम आते हैं। DigiLocker डिजिटल डॉक्यूमेंट्स को तुरंत एक्सेस करने देता है और Google Maps एयरपोर्ट के अंदर भीड़ और टर्मिनल जानकारी दिखाता है। ऐसे ऐप्स फ्लाइट डिले के दौरान ट्रैवलर्स के लिए लाइफसेवर साबित होते हैं।
  • DIKSHA से PM eVIDYA तक - 10 सरकारी ऐप्स जो हर स्टूडेंट के मोबाइल फोन में होने चाहिए
    भारत में डिजिटल एजुकेशन और ऑनलाइन सरकारी सेवाओं का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है और स्टूडेंट्स के लिए अब कई भरोसेमंद ऐप्स उपलब्ध हैं जिनसे पढ़ाई, परीक्षा तैयारी, स्कॉलरशिप और डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट आसान हो गया है। DIKSHA और e-Pathshala स्कूल लर्निंग और NCERT कंटेंट देते हैं, जबकि UMANG और DigiLocker ऑफिशियल डॉक्यूमेंट्स और सरकारी सर्विसेज को एक ही जगह लाते हैं। स्कॉलरशिप के लिए NSP OTR, कॉलेज-लेवल कोर्सेज के लिए SWAYAM और एग्जाम प्रैक्टिस के लिए NTA Abhyas जैसे ऐप्स काफी उपयोगी हैं। MyGov, Bharat Skills और PM eVIDYA भी छात्रों को अपडेट्स, स्किल ट्रेनिंग और डिजिटल लर्निंग कंटेंट उपलब्ध कराते हैं।
  • घर बैठे Aadhaar में अपडेट कर पाएंगे मोबाइल नंबर और एड्रेस, UIDAI ला रहा नया फीचर
    UIDAI के नए फीचर के बाद Aadhaar ऐप के जरिए यूजर्स अपने घर बैठे-बैठे अपने मोबाइल नंबर और एड्रेस को अपडेट कर पाएंगे। UIDAI ने X पर कई पोस्ट के जरिए जल्द आने वाले इन फीचर्स की घोषणा की, जिसमें बताया गया कि आधार ऐप के जरिए एड्रेस और मोबाइल नंबर अपडेट करना संभव होगा। UIDAI एनरोलमेंट सेंटर पर जाने की जरूरत को खत्म करना चाहता है, जिसमें लोगों को लंबी लाइन में लगना पड़ता है और इंतजार करना पड़ता है।
  • स्मार्टफोन्स में प्री-इंस्टॉल्ड नहीं होगा Sanchar Saathi ऐप, सरकार ने वापस लिया ऑर्डर
    विपक्षी दलों ने सरकार के इस आदेश का कड़ा विरोध किया था। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने कहा था कि इससे नागरिकों के प्राइवेसी से जुड़े अधिकारों का उल्लंघन होगा और इस ऐप का इस्तेमाल लोगों की जासूसी करने के लिए हो सकता है। हालांकि, इस विवाद के बाद टेलीकॉम मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia ने बताया था कि स्मार्टफोन्स में इस ऐप को डिलीट किया जा सकेगा।
  • फेक DigiLocker ऐप को लेकर सरकार की चेतावनी, स्कैम से बचाव के लिए करें ये काम
    फेक DigiLocker ऐप्स का इस्तेमाल यूजर्स को चूना लगाने और निजी जानकारी चुराने के लिए किया जा रहा है। सिर्फ एक ही असली DigiLocker ऐप है, जिसे भारत सरकार के नेशनल ई-गवर्नेंस डिविजन द्वारा जारी किया गया है। यूजर्स को डेवलपर्स द्वारा सामान्य नामों से उपलब्ध करवाए जाने वाले ऐप्स से बचने के लिए कहा गया है। यूजर्स से सरकारी वेबसाइट पर उपलब्ध ऑफिशियल लिंक से ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा है।
  • iPhone में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल नहीं करेगी Apple!
    एपल की इस आदेश को मानने की योजना नहीं है। दुनिया में कहीं भी कंपनी इस तरह के आदेश का पालन नहीं करती क्योंकि इससे एपल के iOS इकोसिस्टम के लिए प्राइवेसी और सिक्योरिटी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। एपल के लिए भारत एक बड़ा मार्केट है। देश में इस वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी की iPhones की सेल्स 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है। तीसरी तिमाही में कंपनी ने लगभग 50 लाख आईफोन्स की शिपमेंट की है।
  • Sanchar Saathi कैसे काम करता है? जानिए इसके 6 सबसे काम के फीचर्स
    Sanchar Saathi ऐप भारत में मोबाइल सुरक्षा के लिए सबसे भरोसेमंद सरकारी टूल बन चुका है। DoT द्वारा विकसित यह ऐप CEIR सिस्टम की मदद से चोरी या खोए फोन का IMEI तुरंत ब्लॉक कर देता है, जिससे फोन किसी नेटवर्क पर काम नहीं कर पाता। TAFCOP फीचर से यूजर अपने नाम पर चल रहे फर्जी मोबाइल कनेक्शन्स की पहचान कर सकते हैं और उन्हें डिस्कनेक्ट करा सकते हैं। ऐप IMEI चेकर भी देता है, जिससे सेकंड-हैंड फोन असली है या ब्लैकलिस्टेड यह पता चलता है।
  • स्मार्टफोन्स में Sanchar Saathi ऐप को डिलीट करने का मिलेगा ऑप्शनः टेलीकॉम मिनिस्टर
    स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरर्स को इन बदलावों को लागू करने के लिए 90 दिनों की समयसीमा दी गई है। इस ऑर्डर के तहत, नया मोबाइल डिवाइस (Android या iPhone) को खरीदने पर सरकार का संचार साथी ऐप पहले से उसमें इंटीग्रेटेड होगा। DoT के ऑर्डर में यह भी कहा गया है कि यूजर्स को डिवाइसेज के पहली बार सेटअप करने के दौरान यह ऐप तुरंत दिखना चाहिए।
  • जल्द भारत के हर स्मार्टफोन में होगा ये स्पेशल सरकारी ऐप, डिलीट भी नहीं कर पाएंगे यूजर्स!
    भारत हाल में बढ़ते साइबर क्राइम और फोन-आधारित फ्रॉड के बीच अब स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर एक बड़ा नियम लागू करने जा रहा है। टेलीकॉम मंत्रालय ने स्मार्टफोन निर्माताओं को निर्देश दिया है कि सभी नए डिवाइस पर Sanchar Saathi ऐप पहले से इंस्टॉल होना चाहिए और यूजर इसे डिलीट भी न कर सके। यह आदेश 28 नवंबर को जारी किया गया था और इसे निजी तौर पर चुनिंदा कंपनियों के साथ शेयर किया गया है। Reuters को मिले दस्तावेज के अनुसार, Apple, Samsung, Vivo, Oppo, Xiaomi समेत सभी प्रमुख ब्रांड्स को 90 दिनों का समय दिया गया है ताकि वे नए स्मार्टफोन्स में यह सरकारी ऐप प्री-लोड कर सकें। जो मॉडल पहले से सप्लाई-चेन में हैं, उनमें ऐप को सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए इंस्टॉल करने के निर्देश दिए गए हैं।
  • WhatsApp, Telegram अब बिना सिम कार्ड के नहीं चलेंगे, सरकार का बड़ा फैसला
    WhatsApp, Telegram, Signal, Arattai, Snapchat और Sharechat समेत किसी अन्य मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं तो आपका इस्तेमाल करने का तरीका बदलने वाला है। दरअसल इन ऐप्स के लिए सिम कार्ड वेरिफिकेशन लागू होगा और वेब बेस्ड सेशन में हर 6 घंटे में ऑटोमैटिक लॉगआउट होना अनिवार्य होगा। अगर यूजर्स के अपने डिवाइस में फिजिकल सिम कार्ड नहीं होगा, जिससे उन्हें ऐप के लिए रजिस्टर्ड किया है तो वो इन सर्विस का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
  • WhatsApp, Telegram जैसे ऐप्स पर करना होगा प्रत्येक छह घंटे में लॉगिन, जल्द लागू होगा रूल!
    इससे यह पक्का किया जा सकेगा कि जो व्यक्ति किसी कम्युनिकेशन ऐप पर वेब सेशन का इस्तेमाल कर रहा है वह उस एकाउंट से जुड़े SIM का वास्तविक एक्सेस रखता है। इससे दूरदराज के इलाकों से आपराधिक गतिविधियों को चलाने वाले स्कैमर्स पर नियंत्रण किया जा सकेगा। इस प्रकार का एक सिक्योरिटी फीचर Google Pay और PhonePe जैसे पेमेंट सर्विसेज से जुड़े ऐप्स में पहले से एक स्टैंडर्ड के तौर पर मौजूद है।
  • WhatsApp की 5 गलतियां जो आपका अकाउंट हमेशा के लिए करा देंगी Ban
    WhatsApp दुनिया का सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है, लेकिन इसकी सुरक्षा नीतियां बेहद कड़ी हैं। कई बार यूजर अनजाने में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो प्लेटफॉर्म की पॉलिसी का सीधा उल्लंघन होती हैं और कंपनी बिना किसी वार्निंग के अकाउंट को स्थायी रूप से बैन कर सकती है। मॉडेड WhatsApp ऐप्स का इस्तेमाल, बल्क मैसेजिंग या ऑटो-बॉट्स से स्पैम भेजना, बार-बार रिपोर्ट होना, गलत या अवैध कंटेंट शेयर करना और किसी की पहचान की नकल करना - ये पांच बड़ी वजहें हैं जिनसे अकाउंट वापस न मिलने का खतरा बढ़ जाता है। इन गलतियों से बचकर ही यूज़र अपने अकाउंट को सुरक्षित रख सकते हैं।
  • बिना इंटरनेट Google Maps कैसे करें उपयोग, ये है पूरा तरीका
    गूगल मैप्स को बिना इंटरनेट के भी उपयोग किया जा सकता है। ऑफलाइन इस्तेमाल के लिए Google Maps ऐप को अपने डिवाइस में डाउनलोड करना होगा, क्योंकि ब्राउजर वर्जन बिना इंटरनेट काम नहीं करता है। वहीं एंड्रॉयड और गूगल फोन में बाय डिफॉल्ट मैप्स ऐप आता है। वहीं iOS यूजर्स को ऐप डाउनलोड करना होगा और Google अकाउंट के जरिए लॉगि करना होगा। आप ऐप स्टोर से इसे फ्री में डाउलनोड कर सकते हैं।

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