ऐप के जरिए कैब सर्विसेज देने वाली कंपनियों के खिलाफ Android और Apple के डिवाइसेज के लिए अलग किराया वसूलने की शिकायतों पर कार्रवाई हो सकती है। केंद्र सरकार ने सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ( CCPA) को इस मामले की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया है। CCPA को इस बारे में जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर Pralhad Joshi ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया, "यह शुरुआती नजर में कारोबार का अनुचित तरीका दिख रहा है।" उन्होंने इसे कंज्यूमर्स के पारदर्शिता के अधिकार का बड़ा उल्लंघन करार दिया है।
CCPA की ओर से से फूड डिलीवरी और टिकट बुकिंग ऐप्स की भी जांच की जाएगी। जोशी का कहना था कि कंज्यूमर्स के उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हाल ही में CCPA ने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मेकर Ola Electric के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की सर्विस में कमियों को लेकर बड़ी संख्या में शिकायतों पर भी कार्रवाई की थी। CCPA ने ओला इलेक्ट्रिक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) को इस मामले का ऑडिट करने का निर्देश दिया था। इसके बाद ओला इलेक्ट्रिक ने बताया था कि कंपनी ने सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी की ओर से जारी किए गए कारण बताओ नोटिस पर जरूरी जानकारी और स्पष्टीकरण उपलब्ध कराए हैं। कंपनी ने कहा था कि CCPA के पास कस्टमर्स की ओर से दर्ज कराई गई लगभग 10,644 शिकायतों में से उसने 99.1 प्रतिशत शिकायतों का समाधान कर दिया है।
कंपनी ने इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की रिपेयर में एक दिन से अधिक लगने पर बैकअप इलेक्ट्रिक स्कूटर और कैब कूपंस देने की भी पेशकश की थी। इस महीने की शुरुआत में CCPA ने कंज्यूमर्स के अधिकारों के कथित उल्लंघन और अनुचित कारोबारी तरीकों पर कंपनी को दिए गए नोटिस को लेकर अतिरिक्त दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा था।
ओला इलेक्ट्रिक को 4 दिसंबर को इस बारे में CCPA की ओर से ईमेल भेजी गई थी। कंपनी को इस ईमेल में मांगी गई जानकारी 15 दिन में उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था। पिछले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री तेजी से बढ़ी है। इस सेगमेंट में ओला इलेक्ट्रिक की सबसे अधिक हिस्सेदारी है।