बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में शामिल Tesla ने 50 लाख इलेक्ट्रिक कारों के प्रोडक्शन की उपलब्धि हासिल की है। कंपनी को अगले वर्ष की शुरुआत में 60 लाख यूनिट्स के प्रोडक्शन तक पहुंचने की उम्मीद है। इसने अपने इलेक्ट्रिक पिकअप ट्रक सायबरट्रक का प्रोडक्शन तेजी से बढ़ाने की योजना बनाई है।
टेस्ला ने चाइनीज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Weibo पर एक इमेज शेयर खुलासा किया है कि उसके 50 लाख यूनिट्स के प्रोडक्शन को व्हाइट कलर वाली अपग्रेडेड मॉडल 3 के साथ पूरा किया गया है। हाल ही में
कंपनी की चीन के शंघाई में मौजूद फैक्टरी ने 20 लाख यूनिट्स के प्रोडक्शन का आंकड़ा हासिल किया था। टेस्ला ने शुरुआती 10 लाख इलेक्ट्रिक कारों का प्रोडक्शन तीन वर्ष पहले पूरा किया था। इसके बाद यह 18 महीनों से कम में 20 लाख यूनिट्स के प्रोडक्शन तक पहुंची थी। इसका 30 लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन 11 महीनों में और 40 लाख यूनिट्स का केवल सात महीनों में पूरा हुआ था। कंपनी ने अगली 10 लाख यूनिट्स को बनाने में केवल साढ़े छह महीने लगाए हैं। इससे पिछले कुछ वर्षों में कंपनी के EV की सेल्स तेजी से बढ़ने का भी संकेत मिल रहा है।
हाल ही में टेस्ला ने मॉडल 3 और मॉडल Y के प्राइसेज में कटौती की थी। इससे कंपनी की बिक्री तेजी से बढ़ी है। पिछली कुछ तिमाहियों से टेस्ला के CEO, Elon Musk प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। कंपनी ने भारत से 1.7-1.9 अरब डॉलर के कंपोनेंट्स खरीदने की योजना बनाई है। टेस्ला ने पहले ही देश से लगभग एक अरब डॉलर के कंपोनेंट्स की सोर्सिंग की है।
इसकी योजना भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग करने की भी है। हाल ही में ट्रेड मिनिस्टर Piyush Goyal ने बताया था, "पिछले वर्ष टेस्ला ने देश से लगभग एक अरब डॉलर के कंपोनेंट्स खरीदे थे। मेरे पास उन कंपनियों की लिस्ट है जिन्होंने टेस्ला को कंपोनेंट्स की सप्लाई की है। इस वर्ष टेस्ला का टारगेट 1.7-1.9 अरब डॉलर के कंपोनेंट्स खरीदने का है।" कंपनी के सीनियर एग्जिक्यूटिव्स ने देश में
फैक्टरी लगाने की योजना के बारे में गोयल के साथ मीटिंग भी की थी। इस फैक्टरी में बनने वाले EV का प्राइस लगभग 24,000 डॉलर का होगा। इस फैक्टरी से देश में EV की बिक्री के साथ ही एक्सपोर्ट भी किया जाएगा।