दुनिया भर में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) की बिक्री बढ़ रही है। मौजूदा वर्ष की तीसरी तिमाही में ग्लोबल पैसेंजर EV सेल्स लगभग 71 प्रतिशत बढ़ी है। इस मार्केट में कॉम्पिटिशन भी बढ़ रहा है। इसमें कई वर्षों तक टॉप पर रहने वाली अमेरिकी कंपनी Tesla लगातार दूसरी तिमाही में दूसरे स्थान पर रही है।
Counterpoint की रिपोर्ट के अनुसार,
EV की सबसे अधिक बिक्री वाले मार्केट के तौर पर चीन बरकरार है। इसके बाद यूरोप और अमेरिका हैं। चीन में EV की बिक्री दोगुने से अधिक बढ़कर 17 लाख यूनिट्स से अधिक की रही। यह पिछले वर्ष की इसी तिमाही में लगभग 8.8 लाख यूनिट्स की थी। चीन की ऑटोमोबाइल कंपनी BYD ने अपना पहला स्थान और मजबूत किया है। इसने टेस्ला के साथ अपने अंतर को भी बढ़ाया है। BYD ने 5.37 लाख से अधिक EV यूनिट्स की शिपमेंट की। यह वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 197 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। टेस्ला की सेल्स 43 प्रतिशत बढ़कर 3.43 लाख यूनिट्स से कुछ अधिक थी। कंपनी के व्हीकल्स की यूरोप में डिमांड बढ़ी है।
टेस्ला ने तीसरी तिमाही में जर्मनी में मॉडल Y की रिकॉर्ड संख्या में डिलीवरी की है।
कंपनी को बर्लिन की अपनी फैक्टरी में प्रोडक्शन बढ़ाने का फायदा मिला है। हालांकि, इसके व्हीकल्स की कुल डिलीवरी लॉजिस्टिक्स की समस्याओं के कारण अनुमान से कम रही है। ग्लोबल EV मार्केट में तीसरे स्थान चीन की एक अन्य कंपनी Wuling रही। इसकी बिक्री में 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। टेस्ला का मॉडल Y की बिक्री सबसे अधिक रही है। कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव Elon Musk ने टेस्ला के पहले हेवी ड्यूटी Semi ट्रक की ग्लोबल कोला कंपनी PepsiCo को डिलीवरी दी है। हालांकि, इस कार्गो ट्रक के प्राइसिंग या प्रोडक्शन के बारे में मस्क ने कोई जानकारी नहीं दी है।
कंपनी के प्लांट में आयोजित इवेंट में मौजूद मस्क ने बताया कि बैटरी से चलने वाले इस लंबी दूरी के ट्रक से हाइवे पर इमिशन कम होगा। उनका कहना था कि यह पावर और सेफ्टी में डीजल ट्रकों से बेहतर है। इसमें एक फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है जो टेस्ला के आगामी Cybertruck पिकअप में भी होगी। उन्होंने कहा कि टेस्ला ने लगभग पांच वर्ष पहले ऑल इलेक्ट्रिक ट्रक डिवेलप करने की घोषणा की थी और इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स को आशंका थी कि बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक ट्रक भारी लोड के साथ सैंकड़ों मील की दूरी का प्रेशर ले सकेंगे या नहीं।