देश की बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Tata Motors की इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ( EV) की सेल्स में लंबी अवधि के बाद जनवरी में गिरावट आई है। कंपनी की EV की सेल्स पिछले महीने लगभग 17 प्रतिशत घटी है। इसके बावजूद इस मार्केट में 70 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी के साथ टाटा मोटर्स ने पहला स्थान बरकरार रखा है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अनुसार, जनवरी में 3,346 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री हुई। दिसंबर में यह आंकड़ा 3,739 यूनिट्स का था। इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर्स के साथ ही इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स की सेल्स भी घटी है, जबकि टू-व्हीलर सेगमेंट लगभग फ्लैट रहा है। टाटा मोटर्स की जनवरी में सेल्स लगभग 17 प्रतिशत कम होकर 2,426 यूनिट्स की रही। कंपनी की Nexon EV इस सेगमेंट में सबसे अधिक बिकती है।
हाल ही में
टाटा मोटर्स ने Nexon EV के प्राइस में कमी की है। कंपनी ने इसके Prime और Max वेरिएंट्स के सभी नौ मॉडल्स के प्राइस में 85,000 रुपये तक कटौती की है। Nexon EV Prime का शुरुआती प्राइस घटकर 14.49 लाख रुपये और Nexon EV Max का 16.49 लाख रुपये हो गया है। Nexon EV Max और Prime की सिंगल चार्ज में रेंज क्रमशः 453 किलोमीटर और 312 किलोमीटर की है। इनके प्राइस में कटौती का बड़ा कारण Mahindra & Mahindra की इलेक्ट्रिक कॉम्पैक्ट SUV XUV400 को टक्कर देना हो सकता है। यह XUV300 कॉम्पैक्ट SUV पर बेस्ड है। यह दो वेरिएंट्स EC और EL में उपलब्ध होगी। इसका प्राइस 15.99 लाख रुपये से 18.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है।
पिछले महीने जारी इकोनॉमिक सर्वे में कहा गया था कि यह
मार्केट 2030 तक बढ़कर एक करोड़ यूनिट्स सालाना का हो सकता है। इससे लगभग पांच करोड़ डायरेक्ट और इनडायरेक्ट जॉब्स मिलने की संभावना है। इकोनॉमिक सर्वे में बताया गया है कि दिसंबर में सेल्स के लिहाज से जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया में भारत तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट बन गया था। इकोनॉमिक सर्वे के अनुसार, "ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ने में ऑटोमोटिव इंडस्ट्री एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। देश का EV मार्केट 2022 से 2030 के बीच लगभग 49 प्रतिशत के कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ने का अनुमान है। यह 2030 तक एक करोड़ यूनिट्स तक पहुंच सकता है। पिछले वर्ष यह लगभग 10 लाख यूनिट्स का था।"