पिछले कुछ वर्षों इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री तेजी से बढ़ी है। इसके पीछे केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिडी और इन्हें चलाने का कम खर्च बड़े कारण हैं। सरकार ने अगले महीने से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के लिए FAME 2 सब्सिडी में कमी करने का फैसला किया है। इससे इनके प्राइसेज बढ़ जाएंगे।
मिनिस्ट्री ऑफ हेवी इंडस्ट्रीज ने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के लिए सब्सिडी को घटाने का प्रपोजल दिया था और इसे स्वीकार कर लिया गया है। इसका असर Ola S1 Pro और Ather 450X जैसे इलेक्ट्रिक स्कूटर्स पर पड़ेगा। FAME 2 स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के लिए सब्सिडी को 15,000 रुपये प्रति kWh से घटाकर 10,000 रुपये प्रति kWh किया गया है।
इस सेगमेंट में Ola Electric सबसे बड़ी कंपनी है। इसने पिछले महीने 30,000 से अधिक इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे थे। कंपनी का दावा है कि इस सेगमेंट में उसका मार्केट शेयर बढ़कर लगभग 40 प्रतिशत का हो गया है।
कंपनी की योजना कुछ नए इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स लॉन्च करने की है। इनमें एक कम प्राइस वाला स्कूटर, एक प्रीमियम मोटरसाइकिल और एक कम प्राइस वाली इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल शामिल हो सकती है। बड़ी टू-व्हीलर कंपनियों में शामिल
TVS Motor के iQube इलेक्ट्रिक स्कूटर ने हाल ही में एक लाख यूनिट्स की कुल बिक्री का आंकड़ा पार किया था। कंपनी ने इसका प्रोडक्शन बढ़ाने की तैयारी की है।
इसके अलावा संशोधित FAME 2 स्कीम में अधिकतम सब्सिडी को इसके लिए पात्र इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के एक्स-फैक्टरी प्राइस के 15 प्रतिशत पर सीमित किया गया है, जो मौजूदा 40 प्रतिशत से काफी कम है। देश में पिछले फाइनेंशियल ईयर में 7,79,000 हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री हुई थी, जिनके लिए FAME 2 सब्सिडी दी गई थी। सब्सिडी में कमी होने के बाद कुछ इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का प्राइस 30,000 रुपये तक बढ़ सकता है। इससे इस सेगमेंट में डिमांड पर भी असर पड़ने की आशंका है। इस वर्ष के इकोनॉमिक सर्वे में बताया गया था कि देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का मार्केट 2030 तक बढ़कर एक करोड़ यूनिट्स सालाना का हो सकता है। इससे लगभग पांच करोड़ डायरेक्ट और इनडायरेक्ट जॉब्स मिलने की संभावना है। पिछले वर्ष दिसंबर में सेल्स के लिहाज से जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया में भारत तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट बन गया था।