पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर लेकर आशंकाएं बढ़ी हैं। इसका बड़ा कारण इस सेगमेंट में भारी गिरावट और बहुत सी फर्मों का दिवालिया होना है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स Facebook और Instagram पर नॉन-फंजिबल टोकन ( NFT) के लिए सपोर्ट नहीं मिलेगा। इन प्लेटफॉर्म्स को चलाने वाली Meta ने यह फैसला किया है।
मेटा के हेड (कॉमर्स एंड फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज), Stephane Kasriel ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपनी ने इससे काफी सीखा है और इसे प्रोडक्ट्स पर लागू किया जा सकता है जिनका इस्तेमाल कंपनी के ऐप्स पर क्रिएटर्स, लोगों और कारोबारों को सपोर्ट के लिए किया जाता है। हालांकि, उन्होंने
NFT के लिए सपोर्ट खत्म करने की वजह नहीं बताई। उन्होंने कहा कि कंपनी रील्स और मैसेजिंग पेमेंट्स पर मॉनेटाइजेशन के अवसरों पर ध्यान केंद्रित करेगी। NFT यूनीक डिजिटल एसेट्स होते हैं जो मालिकाना हक और वास्तविक होने की पुष्टि के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। इनमें आर्ट, म्यूजिक, वीडियो और ट्वीट्स जैसा डिजिटल कंटेंट शामिल हो सकता है।
कंपनी के हेड Mark Zuckerberg ने लगभग दो वर्ष पहले इंस्टाग्राम पर NFT सपोर्ट की घोषणा की थी।
मेटा ने इसे बाद में बढ़ाने की जानकारी दी थी और क्रिएटर्स को डिजिटल कलेक्टिबल्स को बनाने और बेचने की अनुमति दी थी। जकरबर्ग ने कहा था कि कंपनी की मेटावर्स से जुड़ी योजनाओं में NFT का योगदान हो सकता है। पिछले कुछ महीनों से मेटा ने रिस्ट्रक्चरिंग शुरू की है और इसके तहत बहुत सी योजनाओं को बंद किया गया है। मेटा में जल्द ही हजारों वर्कर्स की छंटनी की जाएगी। कुछ महीने पहले भी कंपनी ने अपने स्टाफ में 11,000 से अधिक वर्कर्स को घटाया था। कंपनी ने अपने फाइनेंशियल टारगेट्स को पूरा करने के लिए दोबारा छंटनी करने का फैसला किया है।
इस बारे में Bloomberg की रिपोर्ट पर Reuters की ओर से संपर्क किए जाने पर मेटा ने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया था। पिछले महीने Washington Post समाचार पत्र ने रिपोर्ट थी कि मेटा रिस्ट्रक्चरिंग की योजना के तहत छंटनी कर रही है। जकरबर्ग ने इनवेस्टर्स को बताया था कि पिछले वर्ष की गई छंटनी कंपनी के एफिशिएंसी पर फोकस करने की शुरुआत थी और यह अंत नहीं था।