Facebook को चलाने वाली Meta में दोबारा होगी हजारों वर्कर्स की छंटनी

टेक सेक्टर की बहुत सी कंपनियों ने प्रॉफिट घटने के कारण अपने खर्च को कम करने के लिए पिछले कुछ महीनों में छंटनी जैसे कदम उठाए हैं

Facebook को चलाने वाली Meta में दोबारा होगी हजारों वर्कर्स की छंटनी

कुछ महीने पहले भी Meta ने अपने स्टाफ में 11,000 से अधिक वर्कर्स को घटाया था

ख़ास बातें
  • मेटा रिस्ट्रक्चरिंग की योजना के तहत छंटनी कर रही है
  • पिछले कुछ महीनों में बहुत सी टेक कंपनियों ने स्टाफ को घटाया है
  • इनमें गूगल और एमेजॉन शामिल हैं
विज्ञापन
सोशल मीडिया साइट Facebook को चलाने वाली कंपनी Meta में इस सप्ताह हजारों वर्कर्स की छंटनी की जाएगी। कुछ महीने पहले भी Meta ने अपने स्टाफ में 11,000 से अधिक वर्कर्स को घटाया था। कंपनी ने अपने फाइनेंशियल टारगेट्स को पूरा करने के लिए दोबारा छंटनी करने का फैसला किया है। 

इस बारे में Bloomberg की रिपोर्ट पर Reuters की ओर से संपर्क किए जाने पर मेटा ने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। पिछले महीने Washington Post समाचार पत्र ने रिपोर्ट थी कि मेटा रिस्ट्रक्चरिंग की योजना के तहत छंटनी कर रही है। कंपनी के CEO, Mark Zuckerberg ने इनवेस्टर्स को बताया था कि पिछले वर्ष की गई छंटनी कंपनी के एफिशिएंसी पर फोकस करने की शुरुआत ही और यह अंत नहीं था। उनका कहना था कि मिड मैनेजमेंट से कुछ लेयर्स को हटाया जाएगा। इस बारे में भी मेटा ने कोई टिप्पणी नहीं की थी। हालांकि, कंपनी के प्रवक्ता Andy Stone ने ट्वीट कर जकरबर्ग के पिछले बयानों के हवाले से कहा था कि दोबारा छंटनी की जाएगी। 

टेक सेक्टर की बहुत सी कंपनियों ने प्रॉफिट घटने के कारण अपने खर्च को कम करने के लिए पिछले कुछ महीनों में छंटनी जैसे कदम उठाए हैं। इनमें गूगल को चलाने वाली Alphabet और सॉफ्टवेयर कंपनी Microsoft शामिल हैं। महामारी के दौरान टेक कंपनियों का बिजनेस तेजी से बढ़ा था और इसका असर उनके वैल्यूएशंस पर भी दिखा था। इसके बाद से इन्फ्लेशन और इंटरेस्ट रेट्स में बढ़ोतरी से इन कंपनियों के वैल्यूएशंस में काफी गिरावट आई है। मेटा के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर, Mark Zuckerberg ने एंप्लॉयीज को मैसेज में बताया था, "मैक्रो इकोनॉमिक स्थितियों के कमजोर होने, कॉम्पिटिशन बढ़ने और विज्ञापनों में कमी से हमारा रेवेन्यू अनुमान से बहुत कम रहा है। मुझसे गलती हुई है और मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं।" उन्होंने कहा था कि कंपनी को अपने रिसोर्सेज AI, विज्ञापनों और मेटावर्स प्रोजेक्ट जैसे ग्रोथ की अधिक संभावना वाले एरिया में लगाने की जरूरत है। 

मेटा ने कंपनी से हटाए गए स्टाफ को 16 सप्ताह की बेस पे के साथ ही प्रत्येक वर्ष की सर्विस के लिए दो अतिरिक्त सप्ताह की बेस पे दी थी। इसके अलावा छह महीने की हेल्थकेयर कॉस्ट का भी भुगतान किया गया था। मेटा की वैल्यू कभी एक लाख करोड़ डॉलर से अधिक की थी, जो घटकर 446 अरब डॉलर की है। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. 50MP सेल्फी कैमरा, 90W चार्जिंग के साथ Vivo ला रही नया धांसू फोन! जानें डिटेल
  2. सरकार की चेतावनी: केदारनाथ, चारधाम और धार्मिक स्थलों की ऑनलाइन बुकिंग पर ऑनलाइन स्कैम
  3. 28 हजार से भी सस्ता हुआ Motorola का ये फ्लैगशिप फोन, जानें कैसे लें डील का लाभ
  4. Poco F7 बनेगा Redmi Turbo 4 Pro का रिब्रांडेड मॉडल, 16GB रैम, 7550mAh बैटरी जैसे फीचर्स का खुलासा!
  5. नए नवेले Samsung Galaxy M56 की भारत में सेल शुरू, Rs 3000 सस्ता खरीदें 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी वाला फोन!
  6. भारत में कारों पर 100 प्रतिशत के इम्पोर्ट टैरिफ पर Elon Musk की Tesla को ऐतराज
  7. Honor Band 10 स्मार्टबैंड में मिलता है 14 दिन की बैटरी बैकअप और AMOLED डिस्प्ले, इस कीमत पर हुआ लॉन्च
  8. 20 साल पहले आज ही के दिन यूट्यूब पर अपलोड हुआ था पहला वीडियो, जिसने बदल दी कंटेंट की दुनिया
  9. Samsung Galaxy M56 5G की आज से सेल शुरू, Rs 3 हजार के डिस्काउंट पर खरीदने का मौका
  10. सेमीकंडक्टर बनाने वाली Intel में होगी हजारों वर्कर्स की छंटनी
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »