इस स्कीम में सभी कैटेगरी के फ्लैट शामिल हैं, जिनमें सुपर हाई-इनकम ग्रुप (SHIG), HIG (हाई-इनकम ग्रुप), MIG (मिडल-इनकम ग्रुप), LIG (लो-इनकम ग्रुप) और EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) हैं। ये सभी फ्लैट्स नरेला, द्वारका सेक्टर 19B, द्वारका सेक्टर - 14, वसंत कुंज और लोकनायक पुरम में उपलब्ध हैं।
कंपनी के क्लीन एनर्जी से जुड़े प्रोजेक्ट्स में 10 अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट करने की योजना में बैटरी स्टोरेज सॉल्यूशंस भी शामिल है। रिलायंस का लक्ष्य अपने पेट्रोलियम बिजनेस पर निर्भरता कम करना है
इस स्कीम में लोगों से शुरुआती एक्टिवेशन फीस ली जाती थी और उन्हें अधिक रिटर्न का लालच दिया जाता था। इस स्कैम के लिए तीन से चार क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल किया गया था
इन कंपनियों को कुछ मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है। हाल ही में भारतीय अथॉरिटीज ने चाइनीज स्मार्टफोन कंपनी Vivo के लगभग 27,000 स्मार्टफोन्स का एक्सपोर्ट रोक दिया था
यदि आप अपने खाते में पहुंचने वाली इस किस्त के बारे में जानना चाहते हैं या यह जांचना चाहते हैं कि आपका नाम लाभार्थी सूची में है या नहीं, तो आपको इस स्कीम के लिए खास बनाई गई वेबसाइट - pmkisan.gov.in पर जाना होगा।
वेदांता और Elest ने मोबाइल फोन्स और लैपटॉप में इस्तेमाल होने वाली डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लगाने में 6.7 अरब डॉलर के इनवेस्टमेंट का प्रपोजल दिया है। इसके लिए इंसेंटिव स्कीम के तहत 2.7 अरब डॉलर की मदद मांगी गई है