इस मिशन में लखनऊ में 10,000 से ज्यादा ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs), बहुत सारे मॉडर्न लैंग्वेज मॉडल्स और एक डेडिकेटेड AI इनोवेशन सेंटर तैयार किया जाएगा।
Photo Credit: Unsplash/ Julia Sadowska
Microsoft, Google, Intel, और विश्व के अन्य बड़े AI स्पेशलिस्ट पार्टनर के रूप में इस मिशन का हिस्सा हैं
उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ को देश का सबसे एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिटी बनाने के लिए 10,732 करोड़ रुपये की बड़ी निवेश स्कीम शुरू कर दी है। IndiaAI मिशन के तहत मिली इस फंडिंग से शहर को ग्लोबल लेवल का टेक हब बनाया जाएगा, जिसमें सिर्फ कही-सुनी नहीं, रियल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट, AI इनोवेशन और स्किल ट्रेनिंग पर पूरा फोकस किया गया है। यह प्रोजेक्ट जुलाई 2025 में कैबिनेट अप्रूव हुआ है और इसका असर अगले कुछ महीनों में सड़कों से लेकर स्टार्टअप्स और सरकारी सिस्टम तक साफ नजर आएगा।
इस मिशन में लखनऊ में 10,000 से ज्यादा ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs), बहुत सारे मॉडर्न लैंग्वेज मॉडल्स और एक डेडिकेटेड AI इनोवेशन सेंटर तैयार किया जाएगा। TOI के मुताबिक, खास बात यह होगी कि इसके तहत स्टूडेंट्स, स्टार्टअप्स, सरकारी कर्मियों और किसानों तक को "AI Pragya" प्रोग्राम के जरिए मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, IoT और साइबर सिक्योरिटी जैसी ट्रेनिंग दी जाएगी। हर महीने 1.5 लाख लोगों को ट्रेन करने का लक्ष्य है, जिसमें Microsoft, Google और Intel भी लगभग हर फेज में पार्टनर हैं।
लखनऊ में AI-बेस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट, फेशियल रिकग्निशन वाली स्मार्ट सर्विलांस कैमरा, नंबर प्लेट ट्रैकिंग, SOS अलर्ट्स और डेटा इंटीग्रेशन जैसे लेटेस्ट स्मार्ट सिटी सॉल्यूशंस पर काम शुरू हो चुका है। हेल्थ सेक्टर में AI से ब्रैस्ट कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर, एग्रीकल्चर में स्मार्ट इरिगेशन और ड्रोन मैपिंग, रेवेन्यू-लैंड रेकॉर्ड और पुलिसिंग के लिए सैटेलाइट बेस्ड सिक्योरिटी मॉड्यूल भी लागू किए जा रहे हैं। यानी हर सेक्टर में AI टेक्नोलॉजी से ग्राउंड-लेवल असर दिखेगा।
सरकार ने इंडियाAI के सात पिलर मॉडल (इनोवेशन, डाटा, टैलेंट, इन्फ्रास्ट्रक्चर, गवर्नेंस, कंप्लायंस और इंटरनेशनल पार्टनरशिप) पर फंडिंग अलॉट की है। Extreme AI स्किल ट्रेनिंग से लेकर लोकल स्टार्टअप्स को डायरेक्ट सपोर्ट, क्लाउड एंड सुपरकंप्यूटिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर स्टूडेंट्स को AI बेस्ड GIS मैपिंग, कोडिंग और डेटा एनालिसिस जैसे सब्जेक्ट्स में सुपरवाइज्ड ट्रेनिंग मिलेगी।
10,732 करोड़ रुपये की सरकारी फंडिंग (IndaAI मिशन के तहत) स्वीकृत हुई है, यह अभी तक के सबसे बड़े टेक इंफ्रा बजट में से एक है।
हाईटेक AI इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट ट्रैफिक/सिक्योरिटी सिस्टम, हेल्थ, एग्री, लैंड-रिवेन्यू और पब्लिक सर्विसेज में AI इंटीग्रेशन।
एक डेटिकेटेड ट्रेनिंग प्रोग्राम जिसके तहत हर महीने 1.5 लाख से ज्यादा युवाओं, अफसरों और किसानों को AI व डेटा एनालिटिक्स जैसी स्किल्स सिखाई जाएगी।
Microsoft, Google, Intel, और विश्व के अन्य बड़े AI स्पेशलिस्ट पार्टनर के रूप में मिशन का हिस्सा हैं।
स्मार्ट ट्रैफिक कंट्रोल, फेशियल रिकॉर्डिंग सर्विलांस, हेल्थ स्क्रीनिंग सेंटर, स्मार्ट एग्री/इरिगेशन, सैटेलाइट लैंड मैपिंग आदि बड़े उपयोग।
सरकार की योजना है कि लखनऊ की AI City मॉडल को देशभर में "AI for Bharat" के ब्लूप्रिंट के रूप में इस्तेमाल किया जाए।
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