Nasa News In Hindi

Nasa News In Hindi - ख़बरें

  • विस्‍फोट के बाद ब्रह्मांड में फैली तारे की धूल, James Webb टेलीस्‍कोप ने किया कैप्‍चर, देखें 3D इमेज
    अंतरिक्ष में तैनात दुनिया का सबसे बड़ा टेलीस्‍कोप- जेम्‍स वेब (James Webb Space Telescope) हर रोज हमारे ब्रह्मांड को कैप्‍चर कर रहा है। नासा के टेलीस्‍कोप ने अब अंतरतारकीय (interstellar) धूल और गैस की ज्‍यादा डिटेल इमेज ली हैं, जिससे वैज्ञानिकों ने इंटरस्‍टेलर धूल और गैस की 3डी संरचना बनाई है। रिपोर्ट के अनुसार, करीब 350 साल पहले एक तारे के खत्‍म होने से यह रोशनी, गैस और धूल निकली जो अबतक काफी लंबा सफर तय कर चुकी है।
  • चंद्रमा पर वैक्‍यूम क्‍लीनर भेज रहे वैज्ञानिक, क्‍या काम करेगा? जानें
    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने एक अभूतपूर्व तकनीक को दुनिया को दिखाया है। इसका नाम लूनार प्‍लैनेटवैक (Lunar PlanetVac (LPV) है। इससे वैज्ञानिकों के चंद्रमा और अन्य ग्रहों पर मिट्टी और चट्टान के सैंपल इकट्ठा करने और उन्‍हें स्‍टडी करने के तरीके में बदलाव आएगा। रिपोर्टों के अनुसार, इस तकनीक को हनीबी रोबोटिक्स ने डेवलप किया है।
  • मंगल ग्रह पर ‘एलियंस की खोज’ के लिए Nasa बना रही नया प्‍लान, पृथ्‍वी पर लाने होंगे सबूत
    साल 2021 से ही नासा का पर्सवेरेंस रोवर (Perseverance rover) मंगल ग्रह से चट्टानों और तलछटों के सैंपल इकट्ठा कर रहा है। हालांकि अभी तक नासा कन्‍फर्म नहीं है कि सैंपलों को कबतक पृथ्‍वी पर लाया जा सकेगा। पहले नासा चाहती थी कि इस दशक के आखिर तक सैंपलों को पृथ्‍वी पर ले आया जाए, पर अब उसमें देर होती हुई दिख रही है।
  • सूर्य को ‘छूकर’ क्‍या बच पाएगा Nasa का पार्कर, 980 डिग्री तापमान झेला, वैज्ञानिक कर रहे सिग्‍नल का इंतजार
    नासा (Nasa) के पार्कर सोलर प्रोब ने क्र‍िसमस की पूर्व संध्‍या पर सूर्य (Sun) के बेहद नजदीक से उड़ान भरी थी। वह एक ऐतिहासिक पल था। हालांकि वैज्ञानिकों को अबतक यह मालूम नहीं है कि पार्कर सोलर प्रोब ‘जिंदा’ है या फ‍िर सूर्य की गर्मी से ‘राख’ हो गया। रिपोर्टों के अनुसार, इसमें कुछ दिनों का टाइम लग सकता है। वैज्ञानिक इंतजार कर रहे हैं कि पार्कर सोलर प्रोब का उनसे संपर्क हो पाए और वह संकेत भेजे कि सबकुछ ठीक है।
  • क्‍या चांद पर दोबारा इंसान को भेज पाएगी Nasa? आर्टिमिस मिशन में हो रही देरी, जानें वजह
    नासा कई वर्षों से आर्टिमिस मिशन पर काम कर रही है। इसके तहत एक बार फ‍िर से इंसान को चांद पर भेजने की तैयारी है। 2022 में नासा ने आर्टिमिस मिशन के तहत ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट को चांद के करीब तक भेजा था। हालांकि उसमें क्रू मौजूद नहीं था। कहा गया कि एजेंसी ने शुरुआती तैयारी की है और जल्‍द इंसानों को भी चांद पर भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी। अब ऐसा लगता है कि मिशन में देरी हो रही है।
  • बाल-बाल बची धरती! एयरोप्‍लेन जितना बड़ा एस्‍टरॉयड पास से गुजरा, जानें इसके बारे में
    क्र‍िसमस से एक दिन पहले पृथ्‍वी का सामना एयरोप्‍लेन जितने बड़े एस्‍टरॉयड के साथ हुआ है। रिपोर्टों के अनुसार, 2024 XN1 नाम का एस्‍टरॉयड मंगलवार सुबह धरती के करीब से 14,743mph की रफ्तार से गुजरा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) पहले ही बता चुकी थी कि क्र‍िसमस से एक दिन पहले यह पृथ्‍वी के करीब आएगा और इसके धरती से टकराने का चांस नहीं है।
  • 24 हजार km की स्‍पीड से पृथ्‍वी के करीब आ रहा एस्‍टरॉयड, क्र‍िसमस से पहले देगा ‘दस्‍तक’
    हमारी पृथ्‍वी का सामना लगभग हर रोज किसी एस्‍टरॉयड से होता है। ऐसी ही एक ‘चट्टानी’ आफत क्र‍िसमस से ठीक पहले 24 दिसंबर को ‘दहलाने’ आ रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2024 XN1 नाम का एस्‍टरॉयड करीब 24 हजार किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और जब यह हमारे ग्रह के करीब आएगा, तब दोनों के बीच दूरी 44 लाख 80 हजार किलोमीटर रह जाएगी। इसका साइज करीब 120 फीट है।
  • मंगल ग्रह पर मरकर ‘जिंदा हुआ’ Nasa का Ingenuity हेलीकॉप्‍टर, जानें पूरा मामला
    पहली बार वैज्ञानिकों ने दूसरे ग्रह पर किसी हेलीकॉप्‍टर की जांच की है। Nasa JPL के Ingenuity मिशन मैनेजरों का कहना है कि हेलीकॉप्टर को लाल ग्रह (Red Planet) पर दूसरा जीवन मिल सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि हेलीकॉप्‍टर के बैटरी सेंसर काम कर रहे हैं और यह हेलीकॉप्‍टर अब एक तरह के मौसम स्टेशन (Weather Station) के रूप में काम करना जारी रखेगा।
  • खतरे में धरती! वैज्ञानिकों को मंगल और बृहस्‍पति के बीच मिले 138 छोटे एस्‍टरॉयड
    अंतरिक्ष में मौजूद सबसे बड़े टेलीस्‍कोप (JWST) के डेटा को टटोलने के बाद वैज्ञानिकों को 138 छोटे एस्‍टरॉयड मिले हैं। इनमें एक तो अबतक खोजा गया सबसे छोटा एस्‍टरॉयड है और मंगल व बृहस्‍पति के बीच मेन एस्‍टरॉयड बेल्‍ट में मौजूद है। छोटे होने की वजह से ये एस्‍टरॉयड, बड़े एस्‍टरॉयड के मुकाबले पृथ्‍वी के वायुमंडल में आ सकते हैं।
  • अंतरिक्ष में कैसे पीते हैं लिक्विड, सुनीता विलियम्‍स ने बताया, देखें Video
    सुनीता विलियम्‍स ने मैसाचुसेट्स के सुनीता विलियम्स एलिमेंट्री स्कूल के स्‍टूडेंट्स के लिए एक सेशन होस्‍ट किया। इसमें उन्‍होंने स्‍पेस में लिक्विड ड्र‍िंक पीने के दौरान आने वाले चैलेंजेस पर चर्चा की। उन्‍होंने छात्रों को बताया कि जीरो ग्रैविटी में लिक्विड पदार्थ पीने के दौरान किन बातों का ध्‍यान रखना होता है। स्‍पेस में लिक्विड पदार्थ पीने के लिए खासतौर के पाउच डिजाइन किए गए हैं। सुनीता ने उन पाउचों को इस्‍तेमाल करने का तरीका बताया।
  • उम्र 41, दौलत 1500 करोड़, NASA के अगले चीफ होंगे जेरेड इसाकमैन, Donald Trump का बड़ा फैसला
    जनवरी में अमेरिका के राष्‍ट्रपति का पदभार संभालने जा रहे डोनाल्‍ड ट्रंप ने अपनी सरकार के लिए नए लोगों को चुनाव करना शुरू कर दिया है। उन्‍होंने कई नामों से चौंकाया है। अब एक और नाम सामने आया है, जो दुनिया की सबसे बड़ी स्‍पेस एजेंसी, नासा (Nasa) को लीड करेगा। ट्रंप ने नासा के अगले प्रमुख के लिए अरबपति टेक उद्यमी और प्राइवेट एस्‍ट्रोनॉट जेरेड इसाकमैन को चुना है। वह पेमेंट-प्रोसेसिंग कंपनी Shift4 Payments के CEO भी हैं।
  • रूस के आसमान में Asteroid की एंट्री, आधी रात तक जागते रहे लोग! फ‍िर क्‍या हुआ? देखें
    एस्‍टरॉयड का हमारी पृथ्‍वी की ओर आना जारी है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बुधवार को रूस के सुदूर पूर्वी इलाके याकूतिया (Yakutia) में एक एस्‍टरॉयड ने लोगों को हैरान कर दिया। पृथ्‍वी के वायुमंडल में एंट्री करने के बाद याकूतिया के आसमान में एस्‍टरॉयड जलने लगा और कुछ समय बाद राख हो गया। हालांकि वैज्ञानिकों को इसकी आहट पहले ही हो गई थी।
  • NASA को मिला 'धधकता' नया ग्रह, यहां 1 साल है सिर्फ 21 घंटे का!
    NASA के हाथ ब्रह्मांड में एक और खोज लगी है। नासा के वैज्ञानिकों ने एक नया एग्जोप्लेनेट खोजा है जिसे TOI-3261 b नाम दिया गया है। यह ग्रह बहुत ज्यादा गर्म बताया गया है। यह साइज में हमारे सौरमंडल के ग्रह नेप्च्यून जितना है। यह अपने तारे के बहुत ज्यादा नजदीक घूम रहा है। यहां पर सिर्फ 21 घंटे का ही 1 साल होता है।
  • वैज्ञानिकों ने ढूंढा ‘बेबी’ एक्‍सोप्‍लैनेट, 14 दिन के बच्‍चे जितनी उम्र, जानें इसके बारे में
    वैज्ञानिकों ने पृथ्‍वी के बेहद नजदीक एक ‘बेबी’ एक्‍सोप्‍लैनेट का पता लगाया है। यह एक गैसीय एक्‍साेप्‍लैनेट है, जिसका डायामीटर बृहस्‍पति ग्रह से थोड़ा ही कम है। TIDYE-1b नाम का एक्‍सोप्‍लैनेट, एक प्रोटोस्‍टार का चक्‍कर लगाता है और अभी भी बड़ा हो रहा है। यह पृथ्‍वी से लगभग 520 प्रकाश वर्ष की दूरी पर टॉरस मालिक्‍यूलर क्‍लाउड में है और सिर्फ 8.8 दिनों में अपने तारे का चक्‍कर लगा लेता है।
  • धरती से 400km ऊपर अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्‍स उड़ाएंगी ‘दावत’, सेलिब्रेट करेंगी थैंक्सगिविंग
    भारतीय मूल की नासा (Nasa) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्‍स (Sunita Williams) इस साल जून में स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर पहुंची थीं। उनके स्‍पेसक्राफ्ट में खराबी आ गई, जिस वजह से सुनीता और उनके साथी बुच विल्‍मोर वहीं रुके हुए हैं। अंतरिक्ष में अपने सफर को सुनीता अब एन्‍ज्‍वॉय भी कर रही हैं। वह आईएसएस पर थैंक्सगिविंग (Thanksgiving) पर्व मनाने वाली हैं।

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