Gadgets 360 क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, खबर लिखते समय तक एक डॉजकॉइन की कीमत करीब 6.41 रुपये थी, जिस हिसाब से 10 लाख डॉज की कीमत 64.10 लाख रुपये होती है।
बिटकॉइन की माइनिंग में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत के कारण कुछ देशों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। लगभग छह महीने पहले उज्बेकिस्तान ने सोलर पावर से क्रिप्टोकरेंसीज की माइनिंग की अनुमति देने का फैसला किया था
क्रिप्टोकरेंसीज की माइनिंग में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत करने वाले कंप्यूटर्स का इस्तेमाल होता है। इसमें ब्लॉकचेन ट्रांजैक्शंस को वैलिडेट करने के लिए मैथमैटिक्स की पजल्स को कंप्यूटर सिस्टम्स पर सॉल्व करना होता है
चीन में Bitcoin की माइनिंग पर पिछले वर्ष बैन लगाया गया था। कैम्ब्रिज बिटकॉइन इलेक्ट्रिसिटी कंजम्प्शन इंडेक्स (CBECI) से पता चला है कि चीन में बिटकॉइन माइनिंग एक्टिविटीज में दोबारा तेजी आई है
Celsius Network ने यूजर्स की ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के बाद पिछले महीने बैंकरप्सी के लिए फाइलिंग की थी। फर्म के ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के फैसले की टेक्सस स्टेट सिक्योरिटी बोर्ड सहित कुछ रेगुलेटर्स जांच कर रहे हैं
Binance पर नीदलैंड्स में रजिस्ट्रेशन के बिना सर्विसेज देने के लिए डच सेंट्रल बैंक ने पिछले महीने लगभग 33 लाख यूरो का जुर्माना लगाया था। इस बारे में एक्सचेंज को पिछले वर्ष चेतावनी भी दी गई थी
ईरान में लगभग तीन वर्षों से क्रिप्टो माइनिंग को एक वैध इंडस्ट्रियल एक्टिविटी के तौर पर स्वीकार किया गया है। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज की माइनिंग के लिए कई फर्मों को लाइसेंस दिया गया है
ये बिटकॉइन एक एक्सचेंज के एड्रेस पर नहीं भेजे गए थे और इस वजह से माइनर की ओर से बिकवाली का दबाव नहीं था। ऐसा माना जा रहा है कि इस फंड में से लगभग आधा एक कस्टोडियल सर्विस को जाएगा
पिछले वर्ष चीन में सरकार की ओर से माइनिंग सहित क्रिप्टो से जुड़ी सभी एक्टिविटीज पर पाबंदियां लगाने के बाद टेक्सस बिटकॉइन माइनिंग के हब के तौर पर उभरा है
बिटकॉइन का प्राइस गिरने और कुछ अन्य कारणों से बिटकॉइन माइनर्स अपनी क्रिप्टोकरेंसी होल्डिंग्स बेच रहे हैं। क्रिप्टो एक्सचेंजों पर माइनर्स की ओर से की जाने वाली बिक्री 7 जून के बाद से तेजी से बढ़ी है