इस फर्म को लगभग तीन वर्ष से दिल्ली और मुंबई में चलाया जा रहा था। इस स्टूडेंट को यह नहीं पता कि PAN कार्ड का कैसे गलत इस्तेमाल हो रहा है और ये ट्रांजैक्शंस कैसे की गई हैं
इन आरोपियों ने लोगों को ठगने के लिए 'HPZ Token' कहे जाने वाले एक ऐप का इस्तेमाल किया था। ED ने कहा कि अपराध से मिली रकम को भेजने के लिए विभिन्न शेल फर्मों और डमी डायरेक्टर्स के बैंक एकाउंट खोलने के साथ ही मर्चेंट ID बनाए गए थे
इस महिला ने शुरुआत में बिटकॉइन में लगभग 50,000 रुपये की रकम का निवेश किया था। जालसाजों ने उन्हें भरोसे में लेने के लिए एक वेबसाइट दिखाई थी जिस पर उनके निवेश पर हुआ प्रॉफिट दिख रहा था
अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को लेकर इनवेस्टर्स उत्साहित हैं। इसके लिए SEC की ओर से जल्द स्वीकृति मिल सकती है। इसके साथ ही Fidelity ने ETH के ETF के लिए एप्लिकेशन दी है
भारत से दुबई भागने की कोशिश में चौधरी को 15 नवंबर को BOI ने जयपुर एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया था। इसकी सूचना ओडिशा के EOW को दी गई थी। इसके बाद EOW की टीम को जयपुर भेजा गया और उसने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था
पिछले वर्ष (RBI ने चेतावनी दी थी कि अगला वित्तीय संकट प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसीज से आएगा। इसके साथ ही दास ने कहा था कि क्रिप्टोकरेंसीज के साथ कोई वैल्यू नहीं जुड़ी और यह मैक्रो इकोनॉमिक और वित्तीय स्थिरता के लिए रिस्क है
इस व्यक्ति ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में 6.6 करोड़ रुपये से अधिक लगाने का दावा किया था। इस व्यक्ति को शुरुआत में मुनाफे के तौर पर 75 लाख रुपये मिले थे लेकिन बाद में उन्हें रकम मिलनी बंद हो गई थी
इस स्कीम में लोगों से शुरुआती एक्टिवेशन फीस ली जाती थी और उन्हें अधिक रिटर्न का लालच दिया जाता था। इस स्कैम के लिए तीन से चार क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल किया गया था
सायबर आंतकवाद के मामलों की संख्या पिछले वर्ष 15 थी, जबकि रैंसमवेयर के 648 मामलों की रिपोर्ट मिली। सायबरक्राइम के मामलों में 24,000 से अधिक वेष बदलने, पहचान की चोरी और आपत्तिजनक सामग्री पब्लिश करने के थे