वर्तमान में केवल उन डिवाइस को WhatsApp सपोर्ट व अपडेट्स मिलेंगे, जो Android 5 या उससे नए, iOS 11 या उससे नए और Kai OS 2.5 या उससे नए वर्जन पर चल रहे हैं।
कंपनी ने कहा था कि देश में Google के एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स की बड़ी संख्या है और उसके पास इस मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी नहीं है। CCI की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है
Samsung Galaxy A41 और Galaxy M01 को दो Android ओएस अपग्रेड प्राप्त हुए। ये दोनों मॉडल्स भी Android 10 के साथ पेश किए गए थे और Android 12 पर चल रहे हैं।
गूगल ने कहा था कि वह अपने Android बिजनेस मॉडल में बदलाव करेगी और डिवाइस मेकर्स पर यूट्यूब या क्रोम जैसे गूगल के ऐप्स को प्री-इंस्टॉल करने के लिए दबाव नहीं डालेगी
इसका मतलब है कि इन स्मार्टफोन्स का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को गूगल की ओर से आगे कोई एंड्रॉयड या सिक्योरिटी अपडेट नहीं मिलेंगे। कंपनी ने बताया है कि इन दोनों स्मार्टफोन की अवधि पिछले वर्ष जारी किए गए OTA अपडेट के साथ समाप्त हो गई थी
इसके नए वर्जन वाले डिवाइसेज की संख्या बढ़ने के साथ पुराने वर्जन में कमी हो रही है। Android Oreo घटकर 10 प्रतिशत से कम रह गया है। इसके अलावा KitKat पिछले वर्ष अगस्त में 0.9 प्रतिशत से कम होकर 0.7 प्रतिशत डिवाइसेज में है
इनमें Apple, Samsung, LG, Sony, Huawei सहित कई ब्रांड्स के पुराने फोन शामिल हैं, जिनमें दो दिन बाद, यानी 31 दिसंबर के बाद से WhatsApp काम करना बंद कर देगा।
गूगल के खिलाफ CCI के फैसले में कहा गया है कि पूरे Google Mobile Suite का प्री-इंस्टालेशन अनिवार्य करना और इसे अन-इंस्टॉल करने का विकल्प नहीं होना डिवाइस मैन्युफैक्चरर्स के लिए एक अनुचित शर्त है