टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) के लिए रूल्स में बदलाव किए हैं। नए रूल्स के तहत अगर किसी SIM कार्ड को स्वाप किया या बदला गया है, तो उससे जुड़े मोबाइल नंबर को सात दिनों तक एक अलग टेलीकॉम कंपनी को पोर्ट नहीं किया जा सकेगा। नए रूल्स से SIM को लेकर होने वाले फ्रॉड को घटाया जा सकेगा। ये रूल्स 1 जुलाई से लागू होंगे।
नए रूल्स के तहत, मोबाइल सब्सक्राइबर्स को पिछले सात दिनों में अपना SIM कार्ड स्वाप करने या बदलने पर एक अलग टेलीकॉम ऑपरेटर के पास मोबाइल नंबर को पोर्ट करने की अनुमति नहीं होगी। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने एक सर्कुलर में बताया है कि इन रूल्स का उद्देश्य SIM को जाली तरीके से स्वाप या बदलनने के तरीके से मोबाइल नंबर्स को पोर्ट करने को रोकना है।
TRAI ने एक टेलीकॉम ऑपरेटर से अन्य को मोबाइल नंबर ट्रांसफर करने के लिए यूनीक पोर्टिंग कोड (UPC) के एलोकेशन के निवेदन को अस्वीकार करने के लिए एक अतिरिक्त शर्त भी जोड़ी है।
TRAI ने बताया है कि अगर मोबाइल नंबर को स्वाप करने या बदलने की तिथि से सात दिन से पहले UPC के लिए निवेदन किया जाता है तो इसे एलोकेशन नहीं किया जाना चाहिए। MNP से यूजर्स अपने मोबाइल नंबर को समान रखकर अपने टेलीकॉम ऑपरेटर को बदल सकते हैं। इसके लिए PORT< 10 डिजिट का मोबाइल नंबर > लिखकर 1900 पर SMS भेजना होता है। इससे यूजर को UPC मिलता है, जिसका इस्तेमाल MNP के निवेदन के लिए किया जा सकता है।
टेलीकॉम सब्सक्राइबर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है। पिछले वर्ष दिसंबर में टेलीकॉम सब्सक्राइबर बेस महीना-दर-महीना आधार पर मामूली बढ़कर119 करोड़ का था। बड़ी टेलीकॉम कंपनियों Bharti Airtel और Reliance Jio के सब्सक्राइबर्स की संख्या मजबूत हुई है। TRAI के डेटा के अनुसार, दिसंबर में मोबाइल सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़कर 119.03 करोड़ पर पहुंच गई। इससे पिछले महीने में यह संख्या 118.57 करोड़ की थी। Vodafone Idea के सब्सक्राइबर्स की संख्या 13.68 लाख घटी है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी
BSNL की सर्विस को लगभग 1.5 लाख सब्सक्राइबर्स ने छोड़ा है। कॉल ड्रॉप की समस्या के समाधान के लिए भी TRAI कड़े रेगुलेशन बनाने पर विचार कर रहा है।