Fraud

Fraud - ख़बरें

  • UPI में बड़ा बदलाव: स्कैम को रोकने के लिए हटाया जा रहा है यह फीचर
    एक बैंकिंग अधिकारी के हवाले से ET की रिपोर्ट बताती है कि Pull Transactions को फ्रॉड के लिहाज से ज्यादा जोखिम भरा माना जाता है। स्कैमर्स अक्सर ऑनलाइन प्रोडक्ट खरीदने के बहाने रिटेलर्स से संपर्क करते हैं और UPI पेमेंट का झांसा देकर Pull Request भेजते हैं। यूजर इसे गलती से पेमेंट रिसीव करने की रिक्वेस्ट समझ बैठते हैं और जैसे ही इसे अप्रूव करते हैं, पैसा उनके अकाउंट से कट जाता है।
  • 'बॉस' बनकर WhatsApp पर मांगे Rs 1.95 करोड़, पता चला ठग थे!
    हैदराबाद में साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। MD के नाम से WhatsApp पर मैसेज कर 1.95 करोड़ रुपये की ठगी करने की कोशिश की गई। अकाउंटेंट के पास मैसेज आया कि प्रोजेक्ट के लिए 1.95 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दो। और उसने रकम ट्रांसफर कर दी। असली MD को पता चला कि खाते से इतनी बड़ी रकम ट्रांसफर हुई है तो फ्रॉड का खुलासा हुआ।
  • साइबर फ्रॉड पर बड़ी कार्रवाई! डिजिटल अरेस्ट से जुड़े 83,668 WhatsApp और 3,962 Skype अकाउंट किए ब्लॉक
    भारत में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और 2024 में अब तक 11 लाख से ज्यादा केस दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें डिजिटल अरेस्ट स्कैम नामक धोखाधड़ी के मामले भी शामिल हैं, जिसमें अपराधी खुद को पुलिस या अन्य जांच एजेंसियों का अधिकारी बताकर लोगों को डराने और ठगने की कोशिश करते हैं। खासतौर पर वरिष्ठ नागरिक और टेक्नोलॉजी से कम परिचित लोग इनके निशाने पर होते हैं। सरकार ने हाल ही में ऐसे साइबर अपराधों को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी है, जिनमें हजारों फर्जी WhatsApp और Skype अकाउंट्स को ब्लॉक करना भी शामिल है।
  • फ्रॉड के मामलों में जब्त की गई क्रिप्टोकरेंसी की कस्टडी के लिए ED का CoinDCX से टाई-अप
    एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX के साथ टाई-अप किया है। ED ने फ्रॉड के मामलों की जांच के दौरान बड़ी रकम की क्रिप्टोकरेंसीज को जब्त किया है। इस क्रिप्टोकरेंसी की सुरक्षित तरीके से स्टोरेज के लिए यह एग्रीमेंट किया गया है। पिछले कुछ महीनों में ED ने गैर कानूनी क्रिप्टो फर्मों पर शिकंजा कसा है।
  • "1 महीने में पैसे डबल!"... ऑनलाइन फ्रॉड में इस तरह Rs 51 लाख ठग ले गए स्कैमर्स
    ग्रेटर नोएडा की एक महिला 51.50 लाख रुपये की ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो गई। स्कैमर्स ने उन्हें स्टॉक ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच दिया और एक फर्जी ऐप के जरिए दिखाया कि उनका निवेश तेजी से बढ़ रहा है। शुरुआत में महिला को एक WhatsApp ग्रुप में जोड़ा गया, जहां उन्हें अमेजन गिफ्ट वाउचर देकर भरोसे में लिया गया। इसके बाद निवेश के लिए उकसाया गया और जब उन्होंने लाखों रुपये लगा दिए, तो ठगों ने उनसे संपर्क तोड़ दिया। महिला ने साइबर क्राइम पुलिस से शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद 4.80 लाख रुपये की रकम फ्रीज की गई है। पुलिस अब बाकी पैसे रिकवर करने की कोशिश कर रही है।
  • ED ने पकड़ा 600 करोड़ रुपये का क्रिप्टो फ्रॉड, कई शहरों में पड़े छापे
    इस मामले में क्रिप्टो एक्सचेंज Coinbase की नकली वेबसाइट बनाकर ठगी की गई थी। इसमें पीड़ितों के लॉगिन से जुड़ी डिटेल्स एंटर करने पर नकली वेबसाइट गलत जानकारी दिखाती थी, जिससे यूजर्स इस वेबसाइट पर दिए फोन नंबर पर संपर्क करते थे। यह फोन एक कॉल सेंटर का था जिसे जालसाज चलाते थे। ये लोग पीड़ितों के क्रिप्टोकरेंसी एकाउंट का एक्सेस लेने के बाद उनकी होल्डिंग्स अपने क्रिप्टो वॉलेट्स में ट्रांसफर कर लेते थे।
  • TCS पर अमेरिका में H-1B वीजा फ्रॉड का आरोप, ट्रंप सरकार कर सकती है जांच
    भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए अमेरिका सबसे बड़ा मार्केट है। TCS के पूर्व वर्कर Anil Kini ने आरोप लगाया था कि कंपनी अमेरिका में अधिक वर्कर्स को भेजने के लिए वीजा की जरूरत को लेकर गलत जानकारी देती है। Kini ने कहा था कि TCS लॉटरी सिस्टम के जरिए अधिक वीजा हासिल करने के लिए अपनी पोजिशंस से अधिक पेटिशंस दाखिल करती है।
  • डिजिटल फ्रॉड रोकने के लिए RBI का बड़ा कदम, ‘बैंकडॉटइन’ और ‘फिनडॉटइन’ शुरू, जानें इनके बारे में
    भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को ऐलान किया कि डिजिटल पेमेंट्स फ्रॉड को रोकने के लिए आरबीआई ‘बैंकडॉटइन’ और ‘फिनडॉटइन’ नाम के डोमेन शुरू करेगा। इसमें से ‘बैंकडॉटइन’ भारतीय बैंकों के लिए एक एक्सक्लूसिव इंटरनेट डोमेन होगा, जबकि ‘फिनडॉटइन’ वित्तीय क्षेत्र की गैर-बैंकिंग कंपनियों के लिए होगा।
  • टेलीकॉम फ्रॉड से बचाने के लिए लॉन्च हुआ Sanchar Saathi ऐप
    इस ऐप के चक्षु फीचर के जरिए संदिग्ध या फ्रॉड कॉल्स और SMS की रिपोर्ट सीधे मोबाइल लॉग से दी जा सकेगी। इस ऐप पर यह भी पता लगाया जा सकेगा कि यूजर के नाम पर कितने मोबाइल कनेक्शंस जारी किए गए हैं। इसके जरिए गुम या चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक, ट्रेस और रिकवर किया जा सकेगा। संचार साथी ऐप Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म्स के लिए उपलब्ध है।
  • सायबर फ्रॉड में मेडिकल का स्टूडेंट गिरफ्तार, चीन के नागरिकों को क्रिप्टो में भेजता था रकम 
    मध्य प्रदेश के इंदौर में मेडिकल के एक स्टूडेंट को गिरफ्तार किया गया है। इस स्टूडेंट ने सायबर फ्रॉड से मिली लगभग आठ लाख रुपये की रकम को क्रिप्टोकरेंसी में कन्वर्ट कर चीन के एक गैंग के लोगों को भेजा था। राजस्थान के जोधपुर का रहने वाला विक्रम विश्नोई महाराष्ट्र में अलीबाग के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में MBBS का थर्ड-ईयर का स्टूडेंट है।
  • क्रिप्टो फ्रॉड में हैदराबाद के डॉक्टर को हुआ 11 करोड़ रुपये का नुकसान
    इस मामले में जाली फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल किया गया था। तेलंगाना के सायबर सिक्योरिटी ब्यूरो ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। लगभग चार महीने पहले हैदराबाद के डॉक्टर समीर आजाद महेन्द्रा को एक व्यक्ति ने क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की जानकारी दी थी। इस व्यक्ति ने फॉरेक्स ट्रेडिंग फर्म Webull का प्रतिनिधि होने का दावा किया था।
  • फ्रॉड और सायबरक्राइम से निपटने के लिए सरकार ने काटे 85 लाख से ज्यादा मोबाइल कनेक्शंस
    टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने 85 लाख से अधिक मोबाइल कनेक्शंस काट दिए हैं। इनमें 78 लाख से अधिक ऐसे मोबाइल कनेक्शंस थे जो जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर लिए गए थे। इसके अलावा छह लाख से अधिक मोबाइल कनेक्शंस सायबरक्राइम से जुड़े थे। हाल ही में DoT ने टेलीकॉम सेक्टर में सिक्योरिटी को बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बेस्ड एक टूल को लागू किया था।
  • डिजिटल अरेस्‍ट स्‍कैम : 6.69 लाख से ज्‍यादा सिम कार्ड, 1.32 लाख IMEI नंबर ब्लॉक
    देश में डिजिटल अरेस्ट स्कैम के लगातार सामने आ रहे मामलों के बीच सरकार ने स्कैमर्स पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारियों द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार 6.69 लाख से ज्‍यादा सिम कार्ड और 1 लाख 32 हजार IMEI नंबर ब्लॉक किए गए हैं। सरकार ने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि डिजिटल अरेस्ट से निपटने के लिए तंत्र को मजबूत करते हुए केंद्र सरकार ने कई कदम उठाए हैं।
  • भारत में UPI पेमेंट को लेकर टेंशन बढ़ाने वाला खुलासा! 1 साल में 6 लाख से ज्यादा फ्रॉड, Rs 485 करोड़ की ठगी
    भारतीयों ने UPI पेमेंट्स में हुए फ्रॉड के चलते वित्त वर्ष 2024-25 में 485 करोड़ रुपये गंवाए हैं। लोगों के साथ फ्रॉड की 6 लाख 32 हजार घटनाएं हुईं। वहीं, साल 2022-23 से अबतक 27 लाख लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई और 2145 करोड़ रुपये का चूना यूजर्स को लगा। इसका कारण यूजर्स की संख्या का बढ़ना, और रियल टाइम पेमेंट्स सिस्टम में कुल ट्रांजैक्शंस की संख्या का बढ़ना बताया है।
  • महाराष्ट्र चुनाव में हुआ बिटकॉइन स्कैम, BJP ने लगाया आरोप
    BJP ने इन आरोपों पर मीडिया के सामने ऑडियो क्लिप्स पेश किए जिनमें राज्य में कांग्रेस की यूनिट और इसकी सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर इस स्कैम में शामिल होने का संकेत मिल रहा है। एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार की बेटी Supriya Sule और राज्य में कांग्रेस के अध्यक्ष Nana Patole पर क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े फ्रॉड में शामिल होने का आरोप लगाया है।

Fraud - वीडियो

विज्ञापन

Follow Us
विज्ञापन
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »