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Fraud - ख़बरें

  • अपने फोन में तुरंत बदल लें ये 2 सेटिंग्स, हैकर्स से हमेशा रहोगे सेफ!
    iPhone यूजर्स के लिए नई सिक्योरिटी अलर्ट आई है। टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट स्कॉट पॉल्डरमैन के अनुसार, iPhone की दो सेटिंग्स - “Ask to Join Networks” और “Automatically AirPlay to TVs” डिफॉल्ट रूप से ऑन रहती हैं और हैकर्स इन्हीं के जरिए यूजर्स के डेटा तक पहुंच सकते हैं। उन्होंने बताया कि यूजर्स को इन सेटिंग्स को “Off” या “Ask” पर सेट कर देना चाहिए ताकि फोन किसी पब्लिक नेटवर्क या अनजान डिवाइस से ऑटो-कनेक्ट न हो। इन बदलावों से न सिर्फ फोन की सिक्योरिटी बढ़ती है, बल्कि बैटरी लाइफ भी बेहतर होती है।
  • Dating App के चक्कर में गवां दिए Rs 1.29 करोड़, बेंगलुरु का शख्स ऐसे फंसा जाल में
    ऑनलाइन फ्रॉड के नए-नए तरीके अब रिश्तों के बहाने तक पहुंच चुके हैं। बेंगलुरु में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 42 साल के व्यक्ति को डेटिंग ऐप के जरिए 1.29 करोड़ रुपये की ठगी का शिकार बना दिया गया। आरोपी ने पहले दोस्ती की, फिर भरोसा जीतकर झूठे इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म में पैसा लगवाया। पुलिस ने इस मामले में IT Act, 2000 और BNS 2023 की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। जांच फिलहाल जारी है और साइबरक्राइम यूनिट आरोपी को ट्रेस करने और पैसे की रिकवरी की कोशिश में लगी है।
  • देश में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े करोड़ों रुपये के सायबर फ्रॉड का खुलासा 
    इसमें पीड़ितों को इनवेस्टमेंट से जुड़े फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट के जरिए ठगा जाता था। इस मामले में दुबई में मौजूद अपराधियों तक लगभग पांच करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी ट्रेल का खुलासा किया गया है। हाल ही में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने केरल में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े लगभग 330 करोड़ रुपये के हवाला रैकेट का खुलासा किया था।
  • क्या है WhatsApp लव स्कैम, प्रीति से मिलने के बहाने लूटे 32 लाख रुपये
    बेंगलुरु में होरामावु के रहने वाले 63 वर्षीय व्यक्ति के साथ वॉट्सऐप पर एक डेटिंग स्कैम हुआ, जिसमें उसे 32 लाख रुपये गंवाने पड़े। स्कैम एक महीने से भी ज्यादा समय तक चला, जिसके बाद जाकर उस व्यक्ति को एहसास हुआ कि फ्रॉड हो रहा है। 5 सितंबर से 18 अक्टूबर के बीच हुई इस घटना की जानकारी 23 अक्टूबर को पूर्वी बेंगलुरु अपराध पुलिस को दी गई।
  • इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पकड़ा 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का क्रिप्टो हवाला रैकेट
    फ्लावर्स का एक्सपोर्ट करने वाली यह फर्म मालापुरम के दो व्यक्ति चला रहे थे। पिछले कई वर्षों से यह फर्म इंडोनेशिया को फ्लावर्स का एक्सपोर्ट कर रही थी। इन दोनों आरोपियों को बैंकिंग सिस्टम के बजाय क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पेमेंट्स मिलती थी। इस मामले में रकम को छिपाने के लिए इन दोनों ने कथित तौर पर स्टूडेंट्स सहित विभिन्न व्यक्तियों के नामों पर कई क्रिप्टो वॉलेट्स बनाए थे।
  • 18.3 करोड़ पासवर्ड लीक! क्या आपका Gmail अकाउंट सुरक्षित है? ऐसे करें चुटकी में चेक
    ऑस्ट्रेलियाई साइबर सिक्योरिटी शोधकर्ता ट्रॉय हंट की ओर से खुलासा किया गया है कि लाखों ईमेल यूजर्स के डेटा पर खतरा मंडरा रहा है। ट्रॉय की वेबसाइट Have I Been Pwned के अनुसार, लगभग 3.5 TB चुराया गया डेटा ऑनलाइन सर्कुलेट हो रहा है और इसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • क्रिप्टोकरेंसी को अदालत ने माना प्रॉपर्टी, इनवेस्टर्स को हो सकता है फायदा
    मद्रास हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि Bitcoin, Ethereum और XRP जैसे क्रिप्टो टोकन्स का मालिकाना हक हो सकता है और इन्हें ट्रांसफर किया जा सकता है। यह पहली बार है कि जब देश में किसी कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी को प्रत्यक्ष तौर पर प्रॉपर्टी के एक प्रकार के तौर पर वर्गीकृत किया है। इससे ट्रेडर्स और इनवेस्टर्स को ट्रांजैक्शंस और विवाद के निपटारे के लिए एक कानूनी आधार मिलेगा।
  • TCS में वर्कर्स की छंटनी को लेकर बढ़ा विवाद, एंप्लॉयी यूनियन ने लगाया प्रेशर डालने का आरोप
    Karnataka State IT/ITES Union (KITU) के जनरल सेक्रेटरी, Suhas Adiga ने बताया कि यूनियन ने TCS के खिलाफ कर्नाटक के एडिशनल कमिश्नर ऑफ लेबर के पास इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट का एक मामला दर्ज कराया है। इस मामले की अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को होनी है। TCS ने इन आरोपों को गलत बताया है। कंपनी का कहना है कि छंटनी का असर उसकी वर्कफोर्स के दो प्रतिशत तक सीमित है।
  • फाइनेंशियल फ्रॉड की चेतावनी देने के लिए ऑनलाइन पेमेंट्स इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म लॉन्च करेगा RBI
    RBI ने कहा कि यह देश के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने और फिनटेक इकोसिस्टम की सुरक्षा और विश्वसनीयता को बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा है। RBI एक पेमेंट्स इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म को तैयार कर रहा है जिससे फ्रॉड वाली ट्रांजैक्शंस की रियल टाइम में पहचान कर उन्हें रोका जा सकेगा। केंद्र सरकार की योजना RBI की गारंटी वाली एक डिजिटल करेंसी को लॉन्च करने की है।
  • क्रिप्टो मार्केट पर सख्ती कर सकती है सरकार, RBI के सपोर्ट वाली डिजिटल करेंसी होगी लॉन्च
    कॉमर्स मिनिस्टर Piyush Goyal ने कहा है कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसीज को सरकार की ओर से सपोर्ट नहीं किया जाता क्योंकि इनके साथ एसेट की कोई वैल्यू नहीं जुड़ी होती। उन्होंने बताया कि क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन नहीं लगाया गया है लेकिन अधिक टैक्स लगातार इनके इस्तेमाल को सीमित करने का प्रयास किया जा रहा है। क्रिप्टो इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह रेगुलेटरी सख्ती बढ़ने का संकेत हो सकता है।
  • Online Banking Tips: डिजिटल बैंकिंग के लिए इन 8 आदतों को अपना लिया तो खत्म हो जाएगा हैकर्स का डर!
    इस आर्टिकल में 7 जरूरी डिजिटल आदतों का ज़िक्र है, जो बैंकिंग से जुड़ी धोखाधड़ी और हैकिंग से बचाने में मदद करेंगी। इसमें 2FA सेट करना, फिशिंग ईमेल पहचानना, VPN का इस्तेमाल करना और ब्राउजिंग के समय URL सिक्योरिटी जैसे कदम शामिल हैं।
  • क्रिप्टो एक्सचेंजों के लिए जरूरी हुआ सायबर सिक्योरिटी ऑडिट, केंद्र सरकार का फैसला
    वर्चुअल डिजिटल एसेट (VDA) सर्विस प्रोवाइडर्स को इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) के साथ सम्बद्ध ऑडिटर्स को नियुक्त करना होगा। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत आने वाली नोडल एजेंसी, CERT-In को सायबरस्पेस की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। क्रिप्टो एक्सचेंजों को यह निर्देश फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU-IND) ने दिया है।
  • हनी ट्रैप में फंसाकर कोलकाता के कारोबारी से 3 करोड़ रुपये से ज्यादा का क्रिप्टो स्कैम
    इस महिला ने फेसबुक पर खुद को Aadhya Gupta बताया था। दोनों के बीच कई दिनों तक बातचीत होने के बाद, इस महिला ने झावर को अधिक रिटर्न की पेशकश करने वाले एक क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म में रकम लगाने की सलाह दी थी। इस पर झावर ने जुलाई में इस क्रिप्टो प्लेटफॉर्म में रकम लगाना शुरू कर दिया था। हालांकि, इसमें प्रॉफिट को विड्रॉ नहीं कर पाने पर उन्हें पता चला कि यह एक स्कैम था।
  • ऑनलाइन डिजिटल स्कैम के शिकार तो नहीं हुए आप? ऐसे करें ऑनलाइन शिकायत
    भारत सरकार इन स्कैम को रोकने के लिए लगातार प्रयास करती रहती है, लेकिन स्कैमर्स नए-नए तरीकों से भोले-भाले लोगों को निशाना बनाते हैं। ऑनलाइन लेन-देन और डिजिटल कम्युनिकेशन में बढ़ोतरी के साथ साइबर क्राइम का शिकार होना आसान हो गया है। कहीं पर लोगों को पार्ट टाइम नौकरी तो कहीं पर लॉटरी का लालच और कहीं पर कोरियर आदि के जरिए फ्रॉड का शिकार बनाया जाता है।
  • सरकार का AI सिस्टम कर रहा है काम, अब तक 2 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन हो चुके हैं ब्लॉक!
    भारत में बढ़ते साइबर फ्रॉड और फर्जी कॉल्स को रोकने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशंस (DoT) ने अब तक 2 करोड़ से ज्यादा मोबाइल कनेक्शन बंद कर दिए हैं। विभाग के सचिव डॉ. नीरज मित्तल के मुताबिक, नई पहल जैसे संचार साथी पोर्टल और डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ने कॉल स्पूफिंग जैसी समस्याओं पर काफी हद तक लगाम लगाई है, जिसकी वजह से ऐसे कॉल्स में 97% की कमी आई है। AI-आधारित सिस्टम की मदद से लाखों फर्जी कनेक्शन और हजारों प्वॉइंट ऑफ सेल भी खत्म किए जा चुके हैं।

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