Fraud

Fraud - ख़बरें

  • डेटा की बड़ी चोरी में 16 अरब लॉगिन डिटेल्स हुई लीक, Apple और गूगल के यूजर्स के लिए खतरा
    इसे डेटा की चोरी के सबसे बड़े मामलों में से एक बताया जा रहा है। इससे Apple और Google सहित बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ ही कई देशों की सरकारी वेबसाइट्स पर असर पड़ा है। डेटा की इस चोरी से पर्सनल डिटेल्स तक हैकर्स की पहुंच का खतरा है, जिसका इस्तेमाल एकाउंट्स पर कंट्रोल करने, आइडेंटिटी की चोरी और फिशिंग अटैक्स के लिए किया जा सकता है।
  • इस वर्ष गूगल का भारतीयों को 20,000 करोड़ रुपये के सायबरक्राइम से बचाने का टारगेट
    कंपनी ने भारत के लिए अपने विस्तृत सेफ्टी चार्टर को पेश किया है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सपोर्ट वाले सिक्योरिटी के उपाय शामिल हैं जिनसे देश के लोग इस वर्ष 20,000 करोड़ रुपये तक के सायबरक्राइम्स से बच सकते हैं। लोगों को ठगने के लिए स्कैमर्स ने AI जेनरेटेड कंटेंट और डीपफेक का इस्तेमाल बढ़ाया है। पिछले वर्ष गूगल ने लगभग 24.7 करोड़ फ्रॉड वाले विज्ञापनों को हटाया था।
  • CBI का सायबर क्राइम के खिलाफ बड़ा अभियान, जब्त की 3 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसीज
    इस मामले में आरोपी Rahul Arora को कुछ जगहों पर छापे मारकर गिरफ्तार किया गया है। इस आरोपी के पास से लगभग 2.8 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसीज और लगभग 22 लाख रुपये की नकदी जब्त की गई है। CBI ने सायबर अपराधियों के खिलाफ 'Chakra-V' अभियान चलाया है। विदेश में सरकारी अधिकारियों और टेक सपोर्ट कंपनियों के प्रतिनिधियों की जाली पहचान बताकर लोगों को ठगने की सूचना मिलने के बाद CBI ने एक मामला दर्ज किया था।
  • बैंकिंग और UPI ऐप्स में ये 3 सेटिंग्स ऑन नहीं कीं? एक क्लिक में हो सकता है अकाउंट खाली
    UPI और मोबाइल बैंकिंग का जमाना है, लेकिन इसी कंवेनीयंस के चक्कर में कई बार सिक्योरिटी की बुनियादी चीजें नजरअंदाज हो जाती हैं। अगर आपने अपने Google Pay, PhonePe या बैंक ऐप्स में ये तीन अहम सेटिंग्स एक्टिव नहीं की हैं, तो सिर्फ एक छोटी सी गलती भी आपके अकाउंट को जोखिम में डाल सकती है। आइए जानते हैं कि आखिर कौन‑सी वो तीन सेटिंग्स हैं और इन्हें ऑन करके आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं।
  • Bharti Airtel ने 1.80 लाख जाली लिंक्स को किया ब्लॉक, लाखों यूजर्स को किया सुरक्षित
    भारती एयरटेल के सभी मोबाइल और ब्रॉडबैंड कस्टमर्स के लिए ऑटोमैटिक तरीके से एडवांस्ड सिस्टम स्कैन्स और फिल्टर्स को SMS, WhatsApp, Telegram, Instagram, ईमेल और अन्य ब्राउजर्स पर एनेबल किया गया है। इससे प्रति दिन एक अरब से अधिक URLs की पड़ताल के लिए रियल-टाइम थ्रेट इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाता है। इससे नुकसानदायक साइट्स का एक्सेस 100 मिलिसेकेंड्स से कम में ब्लॉक किया जाता है।
  • Airtel टेलीकॉम फ्रॉड को मिलकर रोकेगी Jio और Vi के साथ, जानें क्या है पूरा प्लान?
    देश में बढ़ते साइबर फ्रॉड और टेलिकॉम स्कैम्स को देखते हुए Airtel ने एक बार फिर Reliance Jio और Vodafone Idea (Vi) को साथ आने का प्रस्ताव भेजा है। कंपनी चाहती है कि सभी टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स मिलकर एक जॉइंट फ्रॉड प्रोटेक्शन इनिशिएटिव शुरू करें, जिससे रीयल-टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग और क्रॉस-नेटवर्क कोऑर्डिनेशन के जरिए ऐसे मामलों को तुरंत डिटेक्ट और ब्लॉक किया जा सके। Airtel ने इस बारे में दूरसंचार मंत्रालय और TRAI को भी जानकारी दी है। 
  • AI से बनाया इस पॉपुलर फिल्म सुपरस्टार का रूप, महिला से ठगे 11 लाख रुपये, इस फ्रॉड से बचकर रहें!
    अब डीपफेक सिर्फ मजाक या फिल्मों की चीज नहीं रही। टेक्नोलॉजी के इस हथियार का गलत इस्तेमाल अब रियल लाइफ फ्रॉड में भी हो रहा है। हाल ही में सामने आई एक घटना में स्कैमर्स ने हॉलीवुड एक्टर जॉर्ज क्लूनी का डीपफेक बनाकर एक महिला को ठग लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मामला अर्जेंटीना का है जहां एक महिला को फेसबुक पर एक ऐसा वीडियो मिला, जिसमें जॉर्ज क्लूनी खुद उससे बात करता नजर आ रहा था। करीब छह हफ्तों तक चले इस बातचीत के बाद महिला ने यकीन कर लिया कि वह असली क्लूनी से बात कर रही है और इसी भरोसे के चलते उसने स्कैमर्स को भारी रकम ट्रांसफर कर दी।
  • WhatsApp पर फोटो भेज पूछा- 'इसे जानते हो?' खोला तो अकाउंट से उड़ गए Rs 2 लाख!
    WhatsApp के माध्यम से ऑनलाइन फ्रॉड का अजब मामला सामने आया है। ठगों ने एक शख्स के फोन पर फोटो भेजकर उसकी पहचान करने को कहा। जैसे ही शख्स ने उस फोटो को फोन में डाउनलोड किया, उसके अकाउंट से Rs 2 लाख से ज्यादा की रकम चोरी हो गई। हैकर्स ने शख्स की आवाज में बैंक से भी बात कर ली! इसे लीस्ट सिग्निफिकेंट बिट (LSB) स्टेग्नोग्राफी स्कैम कहा जाता है।
  • ChatGPT बना रहा फर्जी आधार और PAN कार्ड! नए खुलासे ने बढ़ाई टेंशन
    AI की मदद से फर्जी आधार कार्ड भी बनाया जा सकता है। डिजिटल जमाने में तेजी से विकसित होती तकनीकी में सबसे बड़ी चिंता AI से ही पैदा हो रही है। AI टूल्स जैसे ChatGPT आदि आमतौर पर जानकारी देने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। लेकिन अब इनका इस्तेमाल फर्जीवाड़े के लिए होने लगा है। ठग अब नकली आधार कार्ड और PAN कार्ड बना सकते हैं और धोखाधड़ी कर सकते हैं।
  • I4C की मदद से धोखाधड़ी वाली इंटरनेशनल कॉल्स में हुई 97 प्रतिशत की कमी
    इंडियन सायबरक्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की ओर से इंस्टॉल किए गए सिस्टम से धोखाथड़ी वाली कॉल्स में से लगभग 97 प्रतिशत की कमी हुई है। मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर कम्युनिकेशंस, Pemmasni Chandra Sekhar ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि धोखाथड़ी वाली इंटरनेशनल कॉल्स की पहचान और उन्हें ब्लॉक करने का सिस्टम पिछले वर्ष शुरू किया गया था और इसके अच्छे नतीजे मिले हैं।
  • डिजिटल फ्रॉड और स्कैम से निपटने के लिए WhatsApp का टेलीकॉम डिपार्टमेंट से टाई-अप
    इस मैसेजिंग ऐप के यूजर्स को ऑनलाइन स्कैम और स्पैम की पहचान करने में मदद के लिए कंटेंट उपलब्ध कराया जाएगा। यह कंटेंट आठ क्षेत्रीय भाषाओं में होगा। पिछले वर्ष वॉट्सऐप ने मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर 'स्कैम से बचो' कैम्पेन शुरू किया था। वॉट्सऐप का कंट्रोल अमेरिकी सोशल मीडिया कंपनी Meta के पास है।
  • UPI में बड़ा बदलाव: स्कैम को रोकने के लिए हटाया जा रहा है यह फीचर
    एक बैंकिंग अधिकारी के हवाले से ET की रिपोर्ट बताती है कि Pull Transactions को फ्रॉड के लिहाज से ज्यादा जोखिम भरा माना जाता है। स्कैमर्स अक्सर ऑनलाइन प्रोडक्ट खरीदने के बहाने रिटेलर्स से संपर्क करते हैं और UPI पेमेंट का झांसा देकर Pull Request भेजते हैं। यूजर इसे गलती से पेमेंट रिसीव करने की रिक्वेस्ट समझ बैठते हैं और जैसे ही इसे अप्रूव करते हैं, पैसा उनके अकाउंट से कट जाता है।
  • 'बॉस' बनकर WhatsApp पर मांगे Rs 1.95 करोड़, पता चला ठग थे!
    हैदराबाद में साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। MD के नाम से WhatsApp पर मैसेज कर 1.95 करोड़ रुपये की ठगी करने की कोशिश की गई। अकाउंटेंट के पास मैसेज आया कि प्रोजेक्ट के लिए 1.95 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दो। और उसने रकम ट्रांसफर कर दी। असली MD को पता चला कि खाते से इतनी बड़ी रकम ट्रांसफर हुई है तो फ्रॉड का खुलासा हुआ।
  • साइबर फ्रॉड पर बड़ी कार्रवाई! डिजिटल अरेस्ट से जुड़े 83,668 WhatsApp और 3,962 Skype अकाउंट किए ब्लॉक
    भारत में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और 2024 में अब तक 11 लाख से ज्यादा केस दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें डिजिटल अरेस्ट स्कैम नामक धोखाधड़ी के मामले भी शामिल हैं, जिसमें अपराधी खुद को पुलिस या अन्य जांच एजेंसियों का अधिकारी बताकर लोगों को डराने और ठगने की कोशिश करते हैं। खासतौर पर वरिष्ठ नागरिक और टेक्नोलॉजी से कम परिचित लोग इनके निशाने पर होते हैं। सरकार ने हाल ही में ऐसे साइबर अपराधों को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी है, जिनमें हजारों फर्जी WhatsApp और Skype अकाउंट्स को ब्लॉक करना भी शामिल है।
  • फ्रॉड के मामलों में जब्त की गई क्रिप्टोकरेंसी की कस्टडी के लिए ED का CoinDCX से टाई-अप
    एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX के साथ टाई-अप किया है। ED ने फ्रॉड के मामलों की जांच के दौरान बड़ी रकम की क्रिप्टोकरेंसीज को जब्त किया है। इस क्रिप्टोकरेंसी की सुरक्षित तरीके से स्टोरेज के लिए यह एग्रीमेंट किया गया है। पिछले कुछ महीनों में ED ने गैर कानूनी क्रिप्टो फर्मों पर शिकंजा कसा है।

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