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Fraud - ख़बरें

  • 1,000 करोड़ की ठगी और 111 फर्जी कंपनियां, कैसे CBI ने इस बड़े साइबर फ्रॉड का किया खुलासा, यहां जानें
    CBI ने देशभर में एक्टिव एक बड़े इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड नेटवर्क का खुलासा किया है, जो फर्जी लोन ऐप्स, नकली इनवेस्टमेंट स्कीम्स, झूठे जॉब ऑफर्स और ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स के जरिए लोगों को ठग रहा था। जांच एजेंसी ने इस मामले में 17 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है, जिनमें चार विदेशी नागरिक और 58 कंपनियां शामिल हैं। CBI के मुताबिक, यह रैकेट Ponzi और MLM मॉडल पर काम कर रहा था। जांच में 111 शेल कंपनियों और 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के संदिग्ध ट्रांजैक्शन का भी खुलासा हुआ है।
  • कौन सी UPI आईडी और सोशल मीडिया अकाउंट है फ्रॉड, ये सरकारी वेबसाइट देगी जानकारी
    आप ऑनलाइन फ्रॉड, निजी जानकारी की चोरी और ऑनलाइन होने वाले वित्तीय क्राइम की घटनाओं से बचाव कर सकते हैं। आप अपने फोन या लैपटॉप पर किसी अंजान नंबर पर पेमेंट करने से पहले यह चेक कर सकते हैं कि कोई यूपीआई नंबर फ्रॉड है या नहीं। इसके अलावा किसी का सोशल मीडिया अकाउंट फ्रॉड है या नहीं इसकी भी जानकारी पा सकते हैं।
  • ED ने पकड़ा 2,300 करोड़ रुपये का क्रिप्टो स्कैम, विदेश भागा मुख्य आरोपी
    एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर छापे मारे हैं। इसमें कथित तौर पर जाली क्रिप्टोकरेंसी पॉन्जी स्कीम और मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) स्कैम से कई इनवेस्टर्स के साथ लगभग 2,300 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया गया है। ED ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत इस मामले की जांच शुरू की है।
  • Cyber Fraud: वीडियो कॉल पर फर्जी अधिकारी बनकर BLO से ठगे Rs 53,000! जानें पूरा मामला
    मेरठ के मवाना में एक स्कूल शिक्षक, जो इस समय BLO की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, एक नए साइबर फ्रॉड का शिकार बन गए। एक अनजान व्यक्ति ने वीडियो कॉल पर खुद को जिला कार्यक्रम अधिकारी (DPRO) बताया और SIR फॉर्म सबमिशन को लेकर फटकार लगाते हुए लॉगिन डिटेल्स मांग लीं। शिक्षक को शुरू में शक हुआ, लेकिन कॉलर के आधिकारिक व्यवहार ने उन्हें भरोसे में ले लिया। कुछ ही घंटों बाद शिक्षक के फोन पर बैंक संदेश आने बंद हो गए और बाद में पता चला कि चार ट्रांजेक्शंस में कुल 53,000 रुपये खाते से निकल चुके थे। मवाना पुलिस ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है और जांच शुरू कर दी है।
  • Facebook पर वर्क-फ्रॉम-होम के झांसे में फंसी महिला, ठग लिए गए 31 लाख, पुलिस ने दी चेतावनी!
    कर्नाटक के ऊडुपी से एक बड़ा साइबर फ्रॉड मामला सामने आया है, जहां एक 55 वर्षीय महिला फेसबुक पर दिखे “वर्क-फ्रॉम-होम” विज्ञापन के बहकावे में आकर 31 लाख रुपये खो बैठी। ठगों ने खुद को NSE ऑफिस का HR बताकर व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए उससे ऑनलाइन टास्क करवाए और भरोसा जीतने के लिए शुरुआत में छोटी रकम भेजी। इसके बाद निवेश पर 30-40% रिटर्न का लालच दिया गया, जिसके चलते पीड़ित लगातार बड़े-बड़े ट्रांजैक्शन करती रही। रकम भेजने के बाद ठगों ने संपर्क तोड़ दिया। पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और लोगों को ऐसे ऑफर्स से सतर्क रहने की सलाह दी है।
  • स्मार्टफोन्स में प्री-इंस्टॉल्ड नहीं होगा Sanchar Saathi ऐप, सरकार ने वापस लिया ऑर्डर
    विपक्षी दलों ने सरकार के इस आदेश का कड़ा विरोध किया था। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने कहा था कि इससे नागरिकों के प्राइवेसी से जुड़े अधिकारों का उल्लंघन होगा और इस ऐप का इस्तेमाल लोगों की जासूसी करने के लिए हो सकता है। हालांकि, इस विवाद के बाद टेलीकॉम मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia ने बताया था कि स्मार्टफोन्स में इस ऐप को डिलीट किया जा सकेगा।
  • iPhone में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल नहीं करेगी Apple!
    एपल की इस आदेश को मानने की योजना नहीं है। दुनिया में कहीं भी कंपनी इस तरह के आदेश का पालन नहीं करती क्योंकि इससे एपल के iOS इकोसिस्टम के लिए प्राइवेसी और सिक्योरिटी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। एपल के लिए भारत एक बड़ा मार्केट है। देश में इस वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी की iPhones की सेल्स 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है। तीसरी तिमाही में कंपनी ने लगभग 50 लाख आईफोन्स की शिपमेंट की है।
  • Black Friday Scam: 2,000 से ज्यादा 'फर्जी' वेबसाइट पकड़ी गईं, कहीं आपका बैंक अकाउंट न हो जाए खाली!
    Black Friday और हॉलिडे सेल्स के बीच CloudSEK ने चेतावनी दी है कि 2,000 से ज्यादा फेक हॉलिडे-थीम्ड स्टोर इंटरनेट पर सक्रिय हो चुके हैं। रिपोर्ट में दो बड़े स्कैम क्लस्टर मिले - पहला 750 से ज्यादा Amazon-जैसी साइट्स और दूसरा .shop डोमेन्स पर बने कई ब्रांड-इमिटेशन स्टोर। ये साइट्स एक जैसे टेम्पलेट, एक जैसे बैनर और अर्जेंसी मैसेज दिखाकर यूज़र को फंसाती हैं। सबसे खतरनाक हिस्सा उनका पेमेंट सिस्टम है, जहां checkout पेज से भुगतान किसी फर्जी ‘shell merchant’ साइट पर भेज दिया जाता है। CloudSEK ने ऐसे कई संकेत बताए हैं जिनसे खरीदार ये फेक स्टोर पहचान सकते हैं।
  • आपके नाम पर जारी SIM के गलत इस्तेमाल के लिए आप होंगे जिम्मेदार!
    जाली दस्तावेजों, फ्रॉड के जरिए SIM कार्ड खरीदने वाले भी मुश्किल में फंस सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति के नाम पर जारी SIM कार्ड को गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल किसी अपराधी को दिया जाता है जो जिसके नाम पर वह SIM कार्ड जारी किया गया है, वह व्यक्ति भी दोषी माना जा सकता है। DoT ने मोबाइल सब्सक्राइबर्स को कॉलिंग लाइन आइडेंटिटी में बदलाव करने वाले मोबाइल एप्लिकेशंस का इस्तेमाल नहीं करने की भी सलाह दी है।
  • SIR फ्रॉम स्कैम, वोटर लिस्ट से नाम हटाने की धमकी, OTP किया शेयर तो होगा बड़ा फ्रॉड
    स्पेशल इंटेसिव रिविजन (SIR) फॉर्म भरवाने के नाम पर एक नया साइबर फ्रॉड सामने आ रहा है। साइबर अपराधी चुनाव आयोग के नाम पर मतदाताओं को फोन कर रहे हैं और SIR फॉर्म भरने के बहाने ओटीपी मांग रहे हैं। यह नया तरीका काफी सामान्य दिखता है, लेकिन खतरनाक है। फ्रॉड खुद को चुनाव आयोग का कर्मचारी बताते हुए दावा करते हैं कि वे SIR फॉर्म वेरिफिकेशन में मदद कर रहे हैं और मतदाता के फोन पर भेजे गए ओटीपी को मांगते हैं।
  • Bitcoin में भारी गिरावट, प्राइस 83,000 डॉलर से नीचे 
    क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.8 लाख करोड़ डॉलर का है। पिछले महीने की शुरुआत यह लगभग 4.4 लाख करोड़ डॉलर पर था। मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि बिटकॉइन में भारी बिकवाली से डेटा लेकर इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी खरीदने वाले MicroStrategy जैसे इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स पर मार्जिन का प्रेशर बढ़ सकता है।
  • क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए सायबर क्रिमिनल्स ने खपाई 600 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम, होम मिनिस्ट्री का खुलासा
    पिछले वर्ष की शुरुआत से इस वर्ष सितंबर तक सायबर क्रिमिनल्स ने कम से कम 27 क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए लगभग 624 करोड़ रुपये की गैर कानूनी रकम को खपाया है। होम मिनिस्ट्री के तहत आने वाले इंडियन सायबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) के रिकॉर्ड्स से पता चला है कि 2024-2025 के दौरान अपराध से मिली 25 करोड़ रुपये से अधिक की रकम को 12 विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए ट्रांसफर किया गया है।
  • “घर से मत निकलना... हम देख रहे हैं” - महिला को 6 महीने तक रखा डिजिटल अरेस्ट में, ठग लिए 32 करोड़!
    बेंगलुरु में सामने आई यह घटना भारत में अब तक के सबसे बड़े डिजिटल अरेस्ट स्कैम्स में से एक है। 57-साल की महिला को ठगों ने DHL, साइबरक्राइम विभाग, CBI और RBI के नाम पर डराया और उसके फोन, लोकेशन और कैमरा को लगातार मॉनिटर करते हुए उसे वर्चुअल हाउस-अरेस्ट जैसा माहौल बना दिया। महिला से 187 ट्रांजैक्शन कराए गए, जिनकी कुल राशि 31.83 करोड़ रुपये रही। उसे बताया गया कि उसकी पहचान अपराधियों ने मिसयूज की और खुद को ‘क्लियर’ करने के लिए अपनी सारी संपत्ति FIU जांच के लिए जमा करनी होगी। पीड़ित महिला ने बेटे की शादी के बाद जून 2025 में जाकर शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
  • Bitcoin में भारी गिरावट, 96,000 डॉलर से कम हुआ प्राइस
    बिटकॉइन ने लगभग 96,000 डॉलर पर छह महीने का निचला लेवल छुआ है। इस वर्ष की पहली छमाही में क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी। इसके पीछे अमेरिका जैसे देशों में इस सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस बनना और इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की ओर से खरीदारी प्रमुख कारण थे। पिछले एक महीने में इनवेस्टर्स ने लगभग 8,15,000 बिटकॉइन बेचे हैं। इसका बड़ा असर क्रिप्टो मार्केट पर पड़ा है।
  • अपने फोन में तुरंत बदल लें ये 2 सेटिंग्स, हैकर्स से हमेशा रहोगे सेफ!
    iPhone यूजर्स के लिए नई सिक्योरिटी अलर्ट आई है। टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट स्कॉट पॉल्डरमैन के अनुसार, iPhone की दो सेटिंग्स - “Ask to Join Networks” और “Automatically AirPlay to TVs” डिफॉल्ट रूप से ऑन रहती हैं और हैकर्स इन्हीं के जरिए यूजर्स के डेटा तक पहुंच सकते हैं। उन्होंने बताया कि यूजर्स को इन सेटिंग्स को “Off” या “Ask” पर सेट कर देना चाहिए ताकि फोन किसी पब्लिक नेटवर्क या अनजान डिवाइस से ऑटो-कनेक्ट न हो। इन बदलावों से न सिर्फ फोन की सिक्योरिटी बढ़ती है, बल्कि बैटरी लाइफ भी बेहतर होती है।

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