• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • 2022 में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने खोजे 200 से ज्यादा ग्रह! जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का कमाल!

2022 में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने खोजे 200 से ज्यादा ग्रह! जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का कमाल!

एस्ट्रोनॉमर्स ने इस साल 200 के लगभग एग्जोप्लेनेट्स की खोज की है।

2022 में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने खोजे 200 से ज्यादा ग्रह! जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का कमाल!

एस्ट्रोनॉमर्स ने इस साल 200 के लगभग एग्जोप्लेनेट्स की खोज की है।

ख़ास बातें
  • दो एग्जोप्लेनेट ऐसे हैं जिन पर अधिकतर मात्रा में पानी मौजूद हो सकता है।
  • 2022 में खोजा गया सबसे लेटेस्ट प्लेनेट नेप्च्यून जैसा दिखता है।
  • अब तक खोजे गए एग्जोप्लेनेट्स की संख्या अब 5235 हो गई है।
विज्ञापन
अंतरिक्ष को अनंत माना जाता है। इसमें अनगिनत खगोलीय पिंड हैं जिनकी बहुत थोड़ी संख्या ही अब तक ज्ञात थी। लेकिन 2022 ऐसा साल रहा जिसमें अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी क्रांति आई। वैज्ञानिकों ने इस साल हमारे सोलर सिस्टम के बाहर भी सैकड़ों ग्रह खोज डाले। और इसका सबसे बड़ा श्रेय जाता है जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को। इसके आने के बाद से वैज्ञानिकों की आंखों की पहुंच अंतरिक्ष में करोड़ों प्रकाश वर्ष आगे तक चली गई। 

एस्ट्रोनॉमर्स ने इस साल 200 के लगभग एग्जोप्लेनेट्स की खोज की है। एग्जोप्लेनेट ऐसे ग्रहों को कहा जाता है हमारे सौर मंडल की सीमा के बाहर मौजूद हैं। अब तक खोजे गए एग्जोप्लेनेट्स की संख्या अब 5235 हो गई है। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की मदद से यह संभव हो पाया है। इसने हबल टेलीस्कोप को भी पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, हबल टेलीस्कोप अभी भी अपना काम कर रहा है। नासा ने एक ट्वीट में यह जानकारी दी है कि अकेले 2022 में ही उसने सैकड़ों एग्जोप्लेनेट्स का पता लगा लिया है। 

नासा के मुताबिक, 2022 की शुरुआत में उनके पास खोजे गए एग्जोप्लनेटेस् की संख्या 5000 के करीब थी। लेकिन 2022 के खत्म होते होते उन्होंने 200 से ज्यादा एग्जोप्लेनेट्स खोज डाले और यह संख्या 5235 पर पहुंच गई। इनमें से 4% ग्रह ऐसे हैं जिन पर पृथ्वी और मंगल की तरह ही चट्टाने पाई जाती हैं। इस उपलब्धि से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 2023 में और अधिक एग्जोप्लेनेट्स को अंतरिक्ष वैज्ञानिक खोज सकने में कामयाब हो जाएंगे। 

एग्जोप्लेनेट्स की बनावट में बहुत भिन्नता पाई जाती है। इनमें से कुछ आकार में बहुत छोटे होते हैं, तो कुछ दिखने में धरती जैसे लगते हैं और इनकी सतह पर भी रेत और चट्टानें पाई जाती हैं। 2022 में खोजा गया सबसे लेटेस्ट प्लेनेट नेप्च्यून जैसा दिखता है। इसका नाम HD 109833 b बताया गया है। यह एक जी-टाइप तारे के गिर्द घूमता है। 

अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को दो एग्जोप्लेनेट ऐसे भी मिले हैं जिन पर अधिकतर मात्रा में पानी मौजूद हो सकता है। इन पर प्रत्य़क्ष रूप से पानी की खोज नहीं हुई है। बल्कि इनके आकार और घनत्व की तुलना जब दूसरे मॉडल्स के साथ की गई तो पता चला कि इनके घनत्व का आधे से ज्यादा हिस्सा ऐसे पदार्थ से बना है जो चट्टानों से तो हल्का है, लेकिन हाइड्रोजन और हीलियम जैसे गैसीय पदार्थों से भारी है। इसलिए बहुत संभावना जताई गई है इन पर पानी मौजूद हो सकता है। अगर ऐसा हो पाता है तो पृथ्वी के अलावा भी किसी अन्य ग्रह पर जीवन पाया जा सकता है।
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , exoplanet, HD 109833 b, NASA, Earth, Mars, Space, James Webb Space Telescope
हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. शोएब अख्तर से लेकर आरजू काजमी तक भारत ने बैन किए 37 पाकिस्तानी Youtube चैनल
  2. Xiaomi ने लॉन्च किया नया AC, कमरे में इंसानों को पहचान करके करेगा कूलिंग, 65 डिग्री की गर्मी में भी होगी ठंडक
  3. OnePlus Ace 5 सीरीज देगी Mediatek Dimensity 9400e के साथ मई में दस्तक, जानें क्या होगा खास
  4. Samsung Galaxy Z Fold 6 की गिरी 41 हजार रुपये कीमत, खरीदने के लिए बेस्ट मौका!
  5. मंगल बर्फीला नहीं, नदियों और झीलों से भरा था! नई स्टडी में दावा
  6. भारत में क्रिप्टो एक्सचेंजों को करना होगा कस्टमर्स का दोबारा वेरिफिकेशन, FIU का निर्देश 
  7. Samsung galaxy M35 5G खरीदें Rs 10,500 तक सस्ता! Amazon सेल में धांसू ऑफर!
  8. Vivo T4 5G vs Oppo F29 5G: Rs 25000 से कम में कौन सा फोन है ज्यादा दमदार?
  9. Vivo X200 Ultra vs Xiaomi 15 Ultra: सस्ते में Vivo X200 Ultra दे रहा Xiaomi 15 Ultra को कितनी टक्कर?
  10. चीन ने भारत के EV हब बनने की रफ्तार पर लगाया ब्रेक! रोकी इस खास EV कम्पोनेंट की सप्लाई
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »