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Earth - ख़बरें

  • पृथ्वी का 'दूसरा चांद' होने वाला है गायब! 30 साल बाद फिर लौटेगा ...
    धरती का 'दूसरा चांद' अब गायब होने वाला है! यह एक छोटा एस्टरॉयड है जिसका नाम Asteroid 2024 PT5 है। अब यह 25 नवंबर को पृथ्वी की कक्षा को छोड़ देगा। यह 2055 में धरती के पास वापस लौटेगा। यह सिर्फ 33 फीट साइज का है। चूंकि पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बहुत शक्तिशाली है इसलिए इसके ऑर्बिट में हल्का बदलाव हो जाएगा और उसके बाद यह पृथ्वी की कक्षा को छोड़कर चला जाएगा।
  • 70 करोड़ साल पहले पृथ्वी बन गई थी 'बर्फ का गोला!'
    एक नई स्टडी सामने आई है जो स्नोबॉल अर्थ (Snowball Earth) की थ्योरी को सहारा देती है। यूनिवर्सिटी ऑफ कॉलोराडो से भू-वैज्ञानिकों ने एक मजबूत साक्ष्य पेश किया है जो कहता है कि एक समय पर पृथ्वी को ग्लेशियरों ने पूरी तरह से ढक लिया था। लगभग 70 करोड़ साल पहले कोलोराडो के पथरीले पहाड़ों की फ्रंट रेंज बर्फ में दबी थी। भूमध्य रेखा भी बर्फ में ढकी थी।
  • चंद्रमा से लाई मिट्टी को ‘उधार’ में दे रहा चीन! मकसद क्‍या है? जानें
    चीन की अंतरिक्ष एजेंसी ने इस साल जून में पूरी दुनिया को चौंका दिया था, जब उसका चांग ई 6 (Chang'e 6) लूनार मिशन चंद्रमा के सुदूर हिस्‍से से सैंपल लेकर पृथ्‍वी पर लौटा। चंद्रमा का सुदूर हिस्‍सा वह जगह है, जो पृथ्‍वी से दिखाई नहीं देती। चांद से लाई गई मिट्टी को चीन उधार में देने जा रहा है! यह उन रिसर्चर्स को दी जाएगी, जो शोध करना चाहते हैं। इसके लिए ऐप्लिकेशंस मांगी गई हैं।
  • Asteroids दे रहे चकमा! इस साल 3 चट्टानी आफतों ने पृथ्‍वी के ऊपर ‘फटकर’ बढ़ाया खौफ
    साल 2024 में तीन ऐसे वाकये हुए हैं, जब एस्‍टरॉयड, पृथ्‍वी के वायुमंडल में प्रवेश कर गए और वैज्ञानिकों को कानों-कान खबर नहीं हुई। पिछले महीने एक एस्‍टरॉयड 2024 UQ ने पृथ्‍वी के वायुमंडल में एंट्री की। वैज्ञानिकों को उसकी खबर कुछ घंटे पहले ही लगी थी। इससे पहले सितंबर में 2024 RW1 नाम का एस्‍टरॉयड फ‍िलीपींस के ऊपर फट गया था। और जनवरी में 2024 BX1 नाम का एस्‍टरॉयड जर्मनी के आसमान में विस्‍फोट कर गया था।
  • अंतरिक्ष में बुझते हुए तारे के पास घूमता मिला पृथ्वी जैसा ग्रह!
    सौरमंडल से 4 हजार प्रकाशवर्ष दूर एक ऐसा ग्रह दिखा है जो पृथ्वी जैसा कहा जा रहा है। यह धनु नक्षत्र (Sagittarius constellation) में मौजूद है और एक व्हाइट ड्वार्फ के चारों ओर घूम रहा है। वैज्ञानिक कह रहे हैं कि इसकी खोज पृथ्वी के अस्तित्व के लिए आशा की किरण साबित हो सकती है। जब पृथ्वी हमेशा के लिए अंधकार में डूबने वाली होगी तो यहां पर आश्रय लिया जा सकेगा।
  • Video : अंतरिक्ष से धरती पर पहुंचे 3 चीनी एस्‍ट्रोनॉट, रात के वक्‍त की लैंडिंग, देखें वीडियो
    स्‍पेस में 6 महीने से भी ज्‍यादा समय तक रहने के बाद चीन का शेनझोउ 18 क्रू (Shenzhou 18 crew) पृथ्‍वी पर लौट आया है। तीन अंतरिक्ष यात्री- ये गुआंगफू, ली कांग और ली गुआंगसू पृथ्‍वी पर लौट आए हैं और उन्‍होंने अपने देश में लैंड किया। ये सभी 25 अप्रैल से अंतरिक्ष में थे और तियांगोंग स्‍पेस स्टेशन पर रह रहे थे। इन्‍होंने उत्तरी चीन के डोंगफेंग लैंडिंग साइट पर कदम रखे।
  • 232 दिनों तक अंतरिक्ष में रहने के बाद धरती पर लौटे 4 अंतरिक्ष यात्री, देखें Video
    इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) में कई दिनों तक रुकने के बाद चार अंतरिक्ष यात्री सकुशल पृथ्‍वी पर लौट आए हैं। क्रू8 (Crew-8) के एस्‍ट्रोनॉट्स- मैथ्यू डोमिनिक, माइकल बैरेट, जीनेट एप्स और अलेक्जेंडर ग्रेबेनकिन ने शुक्रवार को फ्लोरिडा के पेंसाकोला के तट से दूर मैक्सिको की खाड़ी में लैंड किया। ये अंतरिक्ष यात्री 232 दिनों तक स्‍पेस में रुके। उन्‍हें दो हफ्तों से ज्‍यादा वक्‍त तक इंतजार करना पड़ा, क्‍योंकि मौसम साथ नहीं दे रहा था।
  • जिसका डर था, वही हुआ! पृथ्‍वी से टकराया ‘बहुत बड़ा’ सौर तूफान, अमेरिका पर दोहरी मार
    गुरुवार रात करीब 9 बजे पृथ्‍वी से एक ‘बहुत बड़ा’ सौर तूफान टकराया। इसकी वजह से बिजली ग्रिडों पर असर हो सकता है। जीपीएस और रेडियो कम्‍युनिकेशन सिस्‍टम्‍स प्रभावित हो सकते हैं। सौर तूफान के कारण उन इलाकों में भी ऑरोरा (Aurora) दिखाई दे सकते हैं, जहां आमतौर पर नहीं दिखाई देते। इससे अमेरिकी एजेंसियां चिंतित हैं। उन्‍हें आशंका है कि अमेरिका में मिल्‍टन साइक्‍लोन से निपटने के लिए किए जा रहे उपाय प्रभावित हो सकते हैं।
  • अजब खोज : पृथ्‍वी से 700 किलोमीटर नीचे मिला सबसे बड़ा महासागर
    नॉर्थवेस्‍टर्न यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक और महासागर की खोज की है। यह सभी 5 महासागरों को मिलाकर भी उनसे 3 गुना बड़ा है। खोज धरती से 700 किलोमीटर नीचे पृथ्‍वी के मेंटल में की गई है। वैज्ञानिकों ने इस काम में सीस्मोग्राफ की मदद ली। ये ऐसी तरंगें होती हैं, जो धरती के नीचे गहराई तक जाकर हमारे पृथ्‍वी के आंतरिक स्‍ट्रक्‍चर के बारे में जानकारी दे सकती हैं।
  • पृथ्‍वी के पास आ रहा ‘दूसरा चंद्रमा’, 29 सितंबर से शुरू करेगा परिक्रमा, जानें पूरा मामला
    अमेरि‍की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अनुमान लगाया है कि इस वीक‍ेंड 29 सितंबर को पृथ्‍वी को उसका ‘दूसरा चंद्रमा’ नजर आएगा। यह एक एस्‍टरॉयड है, जिसका नाम 2024 PT5 रखा गया है। इसे सेकंड मून इसलिए कहा जा रहा है, क्‍योंकि एस्‍टरॉयड अगले कुछ महीनों तक हमारे पृथ्‍वी के पास घूमता रहेगा। यह 25 नवंबर को पृथ्‍वी से दूर हो जाएगा।
  • 50 करोड़ साल पहले पृथ्वी के चारों तरफ भी थे शनि ग्रह जैसे छल्ले!
    एक नया शोध पृथ्वी के चारों तरफ छल्ले यानी रिंग्स होने की कल्पना करता है। लगभग 46.6 करोड़ साल पहले एक बड़ा एस्टरॉयड पृथ्वी के बहुत करीब आया होगा जो इसकी रोश लिमिट (Roche Limit) को भी पार कर गया होगा। इससे एस्टरॉयड बहुत सारे छोटे टुकड़ों में टूटा होगा। ये टुकड़े पृथ्वी की कक्षा के चारों ओर रिंग के आकार में फैल गए होंगे। बाद में ये पृथ्वी पर गिर गए होंगे।
  • 8 अरब साल से ब्रह्मांड में ‘भटक’ रहा था, अब पृथ्‍वी पर पहुंचा FRB, जानें इसके बारे में
    अंतरिक्ष में 8 अरब साल तक ट्रैवल करने के बाद रेडियो तरंगों का एक रहस्यमयी और पावरफुल विस्फोट (FRB) पृथ्वी पर पहुंचा है। FRB 20220610A नाम का सिग्नल अब तक देखे गए सबसे दूर और एनर्जेटिक सिग्नलों में शामिल है। FRB (फास्‍ट रेडियो बर्स्‍ट) रेडियो वेव्‍स के चमकदार विस्फोट होते हैं। सबसे पहले बर्स्ट को 2007 में खोजा गया था। ये विस्‍फोट एक सेकंड के हजारवें हिस्से में उतनी ऊर्जा पैदा करते हैं, जितनी सूर्य एक साल में करता है।
  • 46.6 करोड़ साल पहले पृथ्‍वी पर भी थे शनि ग्रह जैसे छल्‍ले, वैज्ञानिकों को मिला सबूत!
    पृथ्‍वी पर भी कभी शनि ग्रह जैसी रिंग थी। वह 46.6 करोड़ साल पहले बनी। कई एस्‍टरॉयड हमारे ग्रह से टकराए। उसकी कारण पृथ्‍वी पर क्रेटरों का निर्माण हुआ। ये एस्‍टरॉयड पृथ्‍वी पर रिंग बनाने के लिए जिम्‍मेदार थे। पृथ्‍वी पर रिंग उसके इक्‍वेटर के चारों ओर रही होगी। ऐसा इसलिए क्‍योंकि ऐसे 21 क्रेटरों का पता चला है, जिनका निर्माण एस्‍टरॉयड की टक्‍कर से हुआ। ये सभी उन जगहों पर हैं, जो तब इक्‍वेटर के करीब थी।
  • पृथ्‍वी के चारों ओर मिली अदृश्‍य चीज, अपनी तरफ खींच रही, खोज से Nasa भी हैरान!
    Earth Hidden electric field : वैज्ञानिकों ने हमारी पृथ्वी के चारों ओर एक संदिग्ध इलेक्ट्रिक फील्‍ड को देखा है, जो ध्रवीय हवा को चलाता है।
  • पृथ्‍वी पर गिर गया एस्‍टरॉयड, वैज्ञानिकों को पता भी नहीं चला, कब, कहां हुई घटना, जानें
    यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी ने बताया है कि बुधवार को फिलीपींस के लुजोन द्वीप के पास पश्चिमी प्रशांत महासागर के ऊपर 3 फुट का एस्‍टरॉयड वायुमंडल से टकराया। टक्‍कर होते ही उसमें आग लग गई। हालांकि उससे धरती पर कोई नुकसान नहीं हुआ। एस्‍टरॉयड का नाम ‘2024 RW1’ था। इसे कैटालिना स्काई सर्वे की मदद से साइंटिस्‍ट जैकलीन फेजेकास ने खोजा। यह अबतक का नौंवा एस्‍टरॉयड है, जिसे पृथ्‍वी से टकराने से ऐन पहले ट्रैक किया गया।

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