अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple ने iPhone की सेल्स में गिरावट का पूर्वानुमान दिया है। कंपनी की ओर से दिया गया कुल रेवेन्यू का पूर्वानुमान वॉल स्ट्रीट के अनुमान से कम है। एपल को चीन में बिजनेस में गिरावट से बड़ा झटका लग सकता है। कंपनी के सेल्स में गिरावट होने की आशंका जताने के बाद इसके शेयर प्राइस में तीन प्रतिशत की कमी हुई है।
इससे पहले कुछ एनालिस्ट्स ने कहा था कि कई एशियाई देशों में
एपल के प्रीमियम स्मार्टफोन्स की डिमांड पर असर पड़ रहा है क्योंकि कस्टमर्स की फोल्डेबल स्मार्टफोन्स में दिलचस्पी बढ़ी है। कंपनी को चीन में Huawei जैसे स्मार्टफोन मेकर्स से कड़ी टक्कर मिल रही है। एपल के Tim Cook ने Reuters को एक इंटरव्यू में बताया, "चीन एक बहुत कॉम्पिटिटिव स्मार्टफोन मार्केट है।" उनका कहना था कि करेंसी एक्सचेंज रेट को शामिल करने पर आईफोन की सेल्स में कुछ कमी हुई है। कंपनी ने बताया कि दिसंबर तिमाही में चीन में उसकी सेल्स लगभग 20.82 अरब डॉलर की थी। एनालिस्ट्स ने इसके लिए लगभग 23.53 अरब डॉलर का अनुमान दिया था।
हाल ही में TF Securities International के एनालिस्ट, Ming-Chi Kuo ने Medium पर एक पोस्ट में बताया था कि पिछले वर्ष लॉन्च हुई कंपनी की iPhone 15 सीरीज और आगामी iPhone 16 सीरीज की शिपमेंट्स में गिरावट हो सकती है। एपल के स्मार्टफोन्स की चीन में डिमांड घट रही है। इस वर्ष की दूसरी छमाही में आईफोन 16 सीरीज लॉन्च की जा सकती है।
Kuo ने कहा था कि उनके सप्लाई चेन के सर्वे से यह संकेत मिल रहा है कि एपल ने अपने महतवपूर्ण सेमीकंडक्टर कंपोनेंट्स की शिपमेंट्स को लगभग 20 करोड़ यूनिट्स घटाया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत की गिरावट है। इस एनालिस्ट का दावा है कि इस वर्ष की पहली छमाही में एपल की आईफोन 15 सीरीज की शिपमेंट्स लगभग 10 प्रतिशत घटेंगी। इस वर्ष की दूसरी छमाही में आईफोन 16 सीरीज की शिपमेंट्स में लगभग 15 प्रतिशत की कमी हो सकती है। आईफोन की शिपमेंट्स में कमी के पीछे कुछ बड़े बदलाव हैं। इनमें फोल्डेबल
स्मार्टफोन्स की लोकप्रियता बढ़ना और प्रीमियम स्मार्टफोन्स में जेनरेटिव AI का इंटीग्रेशन शामिल हैं। एपल को चीन में सरकार की ओर से की सख्ती का भी सामना करना पड़ रहा है।